बड़बोले नेताओं पर सोनिया गांधी सख्त, कहा- PCC अध्यक्ष को लेकर न दें बयान

नई दिल्ली/भोपाल. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MP Congress) के अध्यक्ष पद को लेकर जारी रार और वरिष्ठ नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी ने पार्टी आलाकमान की नींदें उड़ा दी हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सीएम कमलनाथ, राज्य सरकार में मंत्री उमंग सिंघार (Umang Singhar) और पर्दे के पीछे से पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बीच जारी नोक-झोंक अब सतह पर आ गई है. इसलिए जब शुक्रवार को दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी में अनुशासनहीनता का मुद्दा उठाया, तो तत्काल ही आलाकमान से इस मसले पर स्पष्ट संदेश जारी कर दिया गया. न्यूज 18 हिंदी टीवी की खबर के मुताबिक सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने मध्यप्रदेश के बड़बोले नेताओं पर सख्ती दिखाते हुए उन्हें अनर्गल बयानबाजी न देने का निर्देश दिया है.

अध्यक्ष पद के लिए पोस्टरबाजी
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के हवाले से जारी खबर के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बहुत जल्द मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (MP PCC President) का फैसला हो जाएगा. इस बीच पार्टी के नेता इस संबंध में बयानबाजी न करें. सोनिया गांधी ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को लेकर पार्टी से बाहर बयानबाजी करने वाले नेता संयम बरतें. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवार के तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने राज्य के कुछ शहरों में पोस्टर लगाए थे. इस बीच प्रदेश सरकार में मंत्री और सिंधिया समर्थक उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह को लेकर बयान दिया था. इसके बाद कांग्रेस का अंदरूनी विवाद चर्चा में आ गया. प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर पोस्टरबाजी के बीच पार्टी में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक अपने तरीके से लॉबिंग करने लगे.

दिग्विजय सिंह ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

दिग्विजय ने भाजपा पर मढ़ा आरोप
इधर, शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी में अनुशासनहीनता का मुद्दा उठाया. दिग्विजय सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए भाजपा के ऊपर इसका ठीकरा फोड़ा. उन्होंने कहा कि भाजपा को विपक्ष में बैठना अच्छा नहीं लग रहा है, इसलिए वह उन्हें निशाना बना रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के समानांतर डी-फैक्टो सीएम के तौर पर काम करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कमलनाथ इतने कमजोर नहीं कि उन्हें सरकार चलाने के किसी की जरूरत पड़े. इसके अलावा दिग्विजय ने पार्टी में अनुशासनहीनता के मुद्दे पर कहा कि इसका फैसला सोनिया गांधी और कमलनाथ करेंगे. मध्य प्रदेश कांग्रेस में जारी विवाद पर उन्होंने कहा, ‘पिछले 4-5 दिन से जो चल रहा है, वह पूरे तरीके से सीएम कमलनाथ और सोनिया जी को देखना है.’

वन मंत्री उमंग सिंघार के बयान पर गरमाई सियासत

सियासी उथल-पुथल पर लगेगा विराम
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रस्साकशी और वरिष्ठ नेताओं के बीच आपसी खींचातानी ने आखिरकार पार्टी आलाकमान का ध्यान खींचा और सोनिया गांधी ने बड़बोले नेताओं को चुप रहने की सलाह दी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मचे विवाद को शांत करने के लिए पार्टी आलाकमान की तरफ से तत्काल यह निर्देश जारी किया गया कि प्रदेश के नेता इस मुद्दे पर पार्टी से बाहर बयानबाजी न करें. बहुत जल्द PCC अध्यक्ष का फैसला हो जाएगा. आपको बता दें कि प्रदेश में 15 वर्षों के बाद कांग्रेस सत्ता में लौटी है. बावजूद इसके सरकार गठन के बाद से ही जारी सियासी उथल-पुथल अब भी थमता नहीं दिख रहा है.

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