केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा-सरकार ने देश की एकता, अखंडता के लिए उठाए साहसिक कदम
भोपाल। लक्ष्य का निर्धारण और उसकी प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वभाव की विशेषता है और इसी के कारण ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के ध्येय को लेकर चल रही इस सरकार को अपने 100 दिनों के कार्यकाल में अद्भुत परिणाम मिले हैं। इस सरकार ने 100 दिनों के छोटे से समय में देश की एकता, अखंडता को मजबूत करने वाले कई साहसिक कदम उठाए हैं, जिनसे देश पहले से ज्यादा सुरक्षित हुआ है और पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। यह बात केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कही। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्य धारा से जुड़े जम्मू-कश्मीर और लद्दाख
श्री राय ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए के कारण जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पनपता रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इन दोनों अनुच्छेदों को समाप्त करके आतंकवाद के समूल नाश की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। सरकार के इस निर्णय से इस क्षेत्र के लोग देश की मुख्यधारा से जुड़ेंगे तथा देश की एकता-अखंडता को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है, जिससे इन दोनों ही राज्यों में सामाजिक, आर्थिक एवं बुंनियादी ढांचे को बल मिलेगा और उनके विकास में आ रही अड़चनें दूर होंगी। सरकार ने राज्य के वंचितों और दलितों को आरक्षण प्रदान कर उनकी तरक्की का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। श्री राय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए अब तक केंद्र की सरकारों ने लाखों करोड़ रुपये भेजे हैं, लेकिन तरक्की सिर्फ तीन परिवारों की होती थी, राज्य की नहीं। अब सीधे केंद्र के प्रशासन में आ जाने से यहां भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और विकास के प्रयासों के परिणाम भी दिखेंगे।
गरीब कल्याण सरकार की प्राथमिकता
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री राय ने कहा कि गरीबों का कल्याण इस सरकार के सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और 100 दिनों के कार्यकाल में भी इसकी झलक दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2022 तक हर गरीब को अपना घर उपलब्ध कराने के लिए 1 करोड़, 95 लाख आवास निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है। सरकार ने तय किया है कि 2022 तक देश का कोई भी घर बिजली और गैस के कनेक्शन के बिना नहीं रहेगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार ने पिछले 100 दिनों में 80 लाख गैस कनेक्शन दिए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब 40 लाख, 93 हजार गरीबों को मिल चुका है और इस योजना के अंतर्गत अभी तक 9 करोड़ कार्ड जारी किए गए हैं।
हर वर्ग को दिया सरकार ने सहारा
श्री राय ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों, छोटे व्यापारियों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों आदि सभी वर्गों को सहारा देने का प्रयास कर रही है। सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कदम उठाए हैं। सरकार ने किसान सम्मान निधि का दायरा बढ़ाया है और पिछले 100 दिनों में इस योजना के अंतर्गत 8955 करोड़ रुपए किसानों के खातों में पहुंचाये गए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसान पेंशन योजना, श्रमयोगी मानधन पेंशन, लघु व्यापारी पेंशन जैसी योजनाओं के जरिए इस वर्ग के लोगों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा उपलब्ध कराने का प्रयास किया है।
महिला सशक्तीकरण, बच्चों की सुरक्षा सरकार के संकल्प
श्री राय ने कहा कि हर वर्ग की महिलाओं का सशक्त बनाना और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करना सरकार के संकल्पों में शामिल हैं। पिछले 100 दिनों में इसके लिए सरकार ने ट्रिपल तलाक विरोधी कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को शोषण से मुक्ति दिलाई है। इसके अलावा सरकार बेटी बचाओ योजना, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी कई योजनाएं चलाकर महिलाओं के सशक्तीकरण के प्रयास कर रही है। सरकार ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए पॉक्सो अधिनियम में संशोधन किया है और बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराधों के लिए मौत की सजा तक का प्रावधान किया है।
5 ट्रिलियन वाली अर्थव्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध सरकार
श्री राय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। सरकार ने बैंकिंग प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के उपाय किए हैं। विभिन्न कानूनों के जरिए भ्रष्टाचार पर रोक के प्रयास किए हैं। कर कानूनों का सरलीकरण किया है, जिससे करदाताओं की संख्या और कर प्राप्ति में तेजी से वृद्धि हो रही है, जो मोदी सरकार के प्रति देश के विश्वास का प्रतीक है।
दुनिया में बढ़ी देश की साख
श्री राय ने कहा कि मोदी सरकार के प्रयासों से दुनिया में भारत की साख और सम्मान बढ़ा है। यही वजह है कि पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है और उसके द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। भारत पर्यावरण के मुद्दे पर दुनिया का नेतृत्व कर रहा है और इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री को संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। भारत अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस का भी नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यूएई का सर्वोच्च, बहरीन का सर्वोच्च सम्मान और रूस के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है, जो दुनिया में भारत के बढ़ते सम्मान के प्रतीक हैं।
सुरक्षित हुआ भारत
केंद्रीय मंत्री श्री राय ने कहा कि देश की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता सूची में शिखर पर है और इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सरकार ने सैनिकों की बेहतरी के लिए वन रैंक, वन पेंशन का प्रावधान लागू किया है। पिछले 100 दिनों में सरकार ने तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का निर्णय लिया है। ए-सैट मिसाइल का सफल परीक्षण बताता है कि सरकार इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को कितनी प्राथमिकता दे रही है।
जलसंकट के प्रति सतर्क सरकार
श्री राय ने कहा कि मोदी सरकार ने भविष्य में पैदा होने वाले जलसंकट को अभी से पहचान लिया है और उसके लिए प्रयास भी शुरू कर दिए हैं। सरकार 2022-24 तक सभी को पीने के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास कर रही है। सरकार ने आने वाले जलसंकट को पर्याप्त गंभीरता से लेते हुए अलग से जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया है।
‘मध्यप्रदेश बचाओ-कांग्रेस सरकार भगाओ’ के नारे के साथ भाजपा का घंटानाद आंदोलन 11 को
प्रदेश भर में घंटे-घड़ियाल बजाकर सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाएंगे भाजपा कार्यकर्ता
भोपाल। प्रदेश की कांग्रेस सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही है। उसे जनता के हितों की चिंता नहीं है। प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, ध्वस्त होती कानून व्यवस्था, खस्ताहाल होती सड़कों, गायब हुई बिजली और भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लादे जाने विरोध में भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश में 11 सितम्बर को घंटानाद आंदोलन करने जा रही है। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कलेक्टोरेट कार्यालय का घेराव करेंगे और घंटे-घड़ियाल तथा मंजीरे बजाकर सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने का प्रयास करेंगे।
प्रादेशिक नेता करेंगे अलग-अलग जिलों में नेतृत्व
घंटानाद आंदोलन के लिए पार्टी ने अलग-अलग जिलों में इस आंदोलन के नेतृत्व की जिम्मेदारी प्रदेश के विभिन्न नेताओं को दी है। इसके अनुसार विदिशा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, सागर में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद श्री प्रभात झा, राजधानी भोपाल में आंदोलन का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर करेंगे।
जबलपुर नगर एवं जबलपुर ग्रामीण में श्री गोपाल भार्गव, इंदौर नगर एवं इंदौर ग्रामीण में श्री नंदकुमार सिंह चौहान, श्री शंकर ललवानी, उज्जैन नगर एवं उज्जैन ग्रामीण में श्री विक्रम वर्मा, श्री अनिल फिरोजिया, रतलाम में डॉ. सत्यनारायण जटिया एवं श्री चेतन कश्यप, छतरपुर में श्री व्ही.डी. शर्मा, शहडोल में श्री अजय प्रताप सिंह एवं श्रीमती हिमाद्री सिंह, उमरिया में श्री रामलाल रौतेल, कटनी में श्री अरविन्द भदौरिया, खण्डवा में श्री जीतू जिराती, डिण्डौरी में श्री विनोद गोटिया, अलीराजपुर में सुश्री उषा ठाकुर, शाजापुर में श्री बंशीलाल गुर्जर एवं श्री महेन्द्र सोलंकी, अनूपपुर में श्री शरतेन्दु तिवारी, होशंगाबाद में श्रीमती कृष्णा गौर, देवास में श्री कृष्णमुरारी मोघे, नीमच में श्री मनोहर ऊंटवाल, मुरैना में श्री उमाशंकर गुप्ता, भिण्ड में श्री वेदप्रकाश शर्मा, दतिया में श्रीमती संध्या राय, ग्वालियर नगर एवं ग्वालियर ग्रामीण में श्री भूपेन्द्र सिंह, श्योपुर में श्री जयसिंह कुशवाहा, शिवपुरी में श्रीमती माया सिंह, गुना में श्री प्रदीप लारिया एवं श्री के.पी. यादव, अशोकनगर में श्री जयभान सिंह पवैया, टीकमगढ़ में श्री वीरेन्द्र खटीक, दमोह में श्री जयंत मलैया, पन्ना में श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, रीवा में श्री सीताशरण शर्मा एवं श्री जनार्दन मिश्रा, सतना में श्री गणेश सिंह, सीधी में श्रीमती रीती पाठक, सिंगरौली में श्रीमती सुखप्रीत कौर, मंडला में श्री कैलाश सोनी एवं श्रीमती सम्पतियॉ उइके, बालाघाट में श्री गौरीशंकर बिसेन, सिवनी में श्री ढाल सिंह बिसेन, नरसिंहपुर में श्री राव उदय प्रताप सिंह, छिन्दवाड़ा में श्री अभिलाष पाण्डेय एवं श्री नरेश दिवाकर, हरदा में श्री कमल पटेल, बैतूल में श्री हेमंत खंडेलवाल एवं श्री दुर्गादास उइके, रायसेन में श्री धु्रवनारायण सिंह, श्री रमाकांत भार्गव, सीहोर में श्री नरोत्तम मिश्रा, राजगढ़ में श्री आलोक संजर एवं श्री रोडमल नागर, बुरहानपुर में श्री यशपाल सिसोदिया, खरगोन में श्री विजय शाह, बड़वानी में श्री गजेन्द्र पटेल, झाबुआ में श्री रमेश मेंदोला एवं श्री जी.एस. डामोर, धार में श्री मोहन यादव एवं श्री छतर सिंह दरबार, आगर में श्री विजेन्द्र सिंह सिसोदिया तथा मंदसौर में श्री सुधीर गुप्ता घंटानाद आंदोलन का नेतृत्व करेंगे।