लक्ष्मीनारायण पवार ब्यूरो चीफ
मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट मैं निर्णय लिया गया है ,अब महापौर एवं अध्यक्ष जनता सीधे नहीं चुन पाएगी। चुनकर आए पार्षद अध्यक्ष और महापौर का चुनाव करेंगे । कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री पीसी शर्मा ने जानकारी दी।

सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव एवं पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष कविता प्रदीप द्विवेदी नै स्वागत करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी का आभार व्यक्त किया।
श्रीमती द्विवेदी ने कहा पार्षदों को अध्यक्ष एवं महापौर के चुनाव का अधिकार देने से यह कदम स्वागत योग्य है ,और यह जनता और शहरों के विकास के लिए एक सार्थक कदम साबित होगा । इससे निश्चित रूप से जनता द्वारा चुने गए पार्षदों का महत्व बढ़ेगा। पार्षदों द्वारा चुने गए महापौर एवं अध्यक्ष पहले से कहीं अधिक जिम्मेदारी से शहर का विकास कर पाएंगे ।इस पद्धत से महापौर का चुनाव होने से एकाधिकार, अहंकार, और एकतरफा निर्णय पर ,अंकुश लगेगा । अध्यक्ष एवं महापौर द्वारा पार्षदों को साथ लेकर चलने की परंपरा जीवित होगी । अध्यक्ष एवं महापौर पार्षद द्वारा चुनने से अध्यक्ष एवं महापौर अपनी मनमानी नहीं कर पाएंगे।
शहर अध्यक्ष पिंटू जायसवाल, डॉ एस आर गोयल, डॉ हेमंत रोले, संजय रघुवंशी ,अर्पित नागर, रमेश चंद्र मिश्रा, दीपक मिश्रा, रणधीर सिंह ,संजय सिंह ,हीरामणि सिंह, अमजद मनसूर पटेल ,सौरब पटेल एवं कई पार्षदों , राजनेताओं ,एवं कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया।
महू गांव शहर अध्यक्ष आलोक पांडे बी डी तिवारी चंदन पांडे महेश सोनी आदि ने भी हर्ष व्यक्त किया।
श्रीमती द्विवेदी ने प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा इस नए नियम से अध्यक्ष एवं महापौर पार्षदों से समन्वय बनाकर चलेंगे। क्षेत्र के विकास में पार्षद को भी महत्व मिलेगा।
अभी तक महापौर एवं अध्यक्ष एमआईसी व पी आई सी के माध्यम से प्रस्ताव पारित कर कार्य करवा लेते थे।
अब पार्षदों की अनदेखी अध्यक्ष एवं महापौर को भारी पड़ सकती है।