गुना
पति ने दीवाली की सुबह मिट्टी का तेल डालकर पत्नी को आग लगा दी। मामला घरेलू विवाद बताया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना के बाद, जब महिला को उसके मायके पक्ष के लोग अस्पताल लेकर आ रहे थे, तो रास्ता भी रोका गया। फिलहाल महिला का जिला अस्पताल में इलाज जारी है, जिसके बयान भी हो चुके हैं।
घटना आरोन थानाक्षेत्र के अमोदा गांव की है। पीड़िता अशरफी बाई ने बताया कि एक दिन पहले पति कल्याण सिंह ने जमकर मारपीट की। दीवाली की सुबह करीब नौ बजे पति ने चाय बनाने कहा, तो मारपीट से मुझे गंभीर चोट पहुंचने से पहले इलाज कराने की बात कही। इससे पति नाराज हो गया और परिजन भी उसका साथ देने लगे। इसके बाद पति ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी, जिसमें परिजन भी दरवाजे पर खड़े होकर साथ दे रहे थे। वहीं पीड़िता के पिता छतरसिंह ने बताया कि सूचना पर गांव पहुंचे और बेटी को इलाज के लिए स्वास्थ्य कें द्र ला रहे थे, तो रास्ते में भी रोकने की कोशिश की गई। इधर, आरोन सामुदायिक स्वास्थ्य कें द्र पर प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता को जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया।
शादी के बाद से ही कर रहे थे बेटी को परेशान
पीड़ित महिला के पिता छतरसिंह निवासी हुसैनपुर ने आरोप लगाया कि बेटी की शादी करीब आठ-नौ साल पहले अमोदा गांव के कल्याण सिंह के साथ की थी। लेकि न पति व ससुराल के लोग बेटी को लगातार परेशान करते रहे हैं। इस संबंध में हमने व ग्रामीणजनों ने पति व ससुराल पक्ष के लोगों को कई बार समझाया भी, लेकिन व्यवहार में परिवर्तन नहीं आया। जबकि दीवाली के दिन ही मेरी बेटी को आग लगा दी। हद तो यह कि परिवार के अन्य लोग भी पति का समर्थन करते रहे।
इनका कहना है :
अमोदा गांव की घटना है। पीड़िता को आरोन स्वास्थ्य कें द्र से जिला अस्पताल रैफर कर दिया था। जहां डॉक्टरों ने महिला के कथन लिए हैं। देहाती नालसी पर मा
संवाददाता :-कृष्ण भान यादव