महाराष्ट्र में सरकार पर दबाव बनाने के प्रयास जारी हैं। जनाक्रोश के बीच CM एकनाथ शिंदे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। एक तरफ मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आमरण अनशन हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ विधायक विशेष विधानसभा सत्र की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार सांसत में है। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास हो रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता जरांगे आमरण अनशन शुरू कर चुके हैं, तो दूसरी तरफ आरक्षण की मांग के साथ विधायक महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों से अपील की है कि सरकार को समय देने के साथ प्रयासों पर भी भरोसा रखें।सर्वदलीय बैठक में पवार-फडणवीस
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर जनाक्रोश को गंभीरता से लेते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वयोवृद्ध नेता शरद पवार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई कद्दावर मराठा नेता शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा- सरकार ने तीन जजों की कमेटी बनाई, धीरज रखने की अपील
सीएम शिंदे ने किसी भी कीमत पर तत्काल आरक्षण के प्रावधान और सरकारी आदेश जारी करने की मांग के बीच कहा, “इसके लिए समय दिया जाना चाहिए; सभी नेताओं ने यह निर्णय लिया। धरना और अनशन को लेकर जो भी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो रही हैं, उनको लेकर सभी ने नाराजगी जताई है… तीन सेवानिवृत्त जजों की एक कमेटी बनाई गई है… पिछड़ा वर्ग आयोग युद्धस्तर पर काम कर रहा है। मराठा समाज को न्याय दिलाने के लिए जल्द ही फैसले लिए जाएंगे…सरकार को समय देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, मराठा समाज को भी धैर्य बनाए रखने की जरूरत है। सर्वदलीय बैठक में 32 नेता, आरक्षण पर आम सहमति, CM की अपील- सरकार के प्रयास पर भरोसा रखें
संवाददाता राजीव सराठे