जावद

जावद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार समंदर पटेल ने दावा किया कि उनकी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी में किसी प्रकार का कोई विरोध नहीं हैl हर व्यक्ति की कुछ अपेक्षाएं होती है लेकिन पार्टी हित में उन्हें एक मंच पर आना होता हैl हम सब एक है तथा मिलकर जावद विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने का प्रयास करेंगेl एक प्रेस विज्ञप्ति में पटेल ने कहा कि राजकुमार अहीर हो या फिर सत्यनारायण पाटीदार अथवा बालकिशन धाकड़l सब पार्टी के नेता है और उन्हें लेकर किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं हैl टिकट वितरण से पहले हर व्यक्ति को एक उम्मीद होती है लेकिन टिकट किसी एक ही व्यक्ति को मिलता है। तात्कालिक तौर पर उनका आक्रोश स्वाभाविक है लेकिन पार्टी का निर्णय हर कार्यकर्ता के लिए सर्वोपरि होता है। पार्टी के आदेश अनुसार सारे लोग मिलकर भाजपा के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित है। कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का एक ही सपना है कि जावद विधानसभा क्षेत्र से भ्रष्टाचार का खात्मा होl युवाओं को रोजगार मिलेl क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए जिसमें लगातार 20 साल से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे ओमप्रकाश सखलेचा नाकाम रहे। एक सवाल के जवाब में पार्टी नेता ने कहा कि पिछले 20 साल से जावद विधानसभा क्षेत्र मेरी कर्मस्थली बनी हुई है। विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में जाकर लोगों की तकलीफ को जाना और समझा है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि 15 साल तक विधायक और 5 साल तक मंत्री रहने के बावजूद सखलेचा सुदूर सिंगोली, रतनगढ़ तो दूर की बात जावद मुख्यालय पर भी लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पाए। केवल हर स्थान पर अपने पिता की मूर्तियां स्थापित करने में लगे रहे। रोजगार के प्रश्न पर पटेल ने सखलेचा को घेरते हुए कहा कि आंकड़ों के मायाजाल से सच्चाई छुपाई नहीं जा सकती। कभी बोलते हैं कि नीमच और जावद क्षेत्र में 500 से 1000 औद्योगिक इकाइयां लगवाई। कभी दावा करते हैं कि 200000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर किन-किन लोगों को रोजगार दिया गया। कौन-कौन सी औद्योगिक इकाइयां स्थापित की गई। हकीकत में न तो किसी को रोजगार मिला है और न ही कोई नई औद्योगिक इकाई स्थापित हुई। केवल सोलर ऊर्जा का गुणगान कर सच्चाई पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। सोलर ऊर्जा प्लांट से 100 लोगों को भी रोजगार दिया हो तो इसे सार्वजनिक करें । उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी सोलर प्लांट लगाए गए उनमें उनके परिवार की पार्टनरशिप है। उन्होंने अपने शासनकाल में केवल भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। गोपाल चारण से उनकी दोस्ती किसी से छुपी नहीं है जबकि उनकी सरकार के लोकायुक्त ने ही उसे ₹50000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था लेकिन 6 महीने बाद भी उसे जनपद अध्यक्ष पद से हटाने की कोई कार्रवाई नहीं की गई । उल्टा हर जगह उसे साथ ले जाकर यह बताना चाहते हैं कि उनके लिए भ्रष्टाचार कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने बताया कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को लेकर अच्छा माहौल है और इस बार सखलेचा का तख्ता पलट होकर रहेगा।