बालाजी धाम में लक्ष्मीपूजन के बाद मुट्ठी भरकर सिक्कों का प्रसाद दिया जाता है। रविवार को भी दीपावली की शाम…

बालाजी धाम में लक्ष्मीपूजन के बाद मुट्ठी भरकर सिक्कों का प्रसाद दिया जाता है। रविवार को भी दीपावली की शाम लक्ष्मीपूजन के बाद बालाजीपुरम में प्रसाद के रूप में मुट्ठी भर सिक्के भक्तों को दिए जाएंगे।
बालाजीपुरम धाम के संस्थापक सैम वर्मा के मन में 13 साल पहले विचार आया था कि लक्ष्मीजी के प्रसाद के रूप में दीपावली पर समृद्धि के प्रतीक सिक्के बांटे जाने चाहिए। इस विचार को लागू करने के लिए मंदिर समिति ने दीपावली के दो महीने पहले दानपेटी में डाले जाने वाले सिक्कों को जमा करके इन्हीं सिक्कों का प्रसाद देना शुरू किया। 2006 की दीपावली से शुरू हुआ सिक्कों के प्रसाद का यह क्रम आज 13 साल बाद भी जारी है। मंदिर में रविवार की शाम लक्ष्मीपूजन के बाद भी सिक्कों का प्रसाद दिया जाएगा।
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इस तरह बालाजीपुरम मंदिर में लाइन में लगकर सिक्के लेते हैं श्रद्धालु।
2 महीने पहले से किया जाता है कलेक्शन
बालाजी सेवा समिति संयोजक सुनील द्विवेदी ने बताया 2 महीने पहले से सिक्कों का कलेक्शन शुरू कर दिया जाता है। आम दिनों में मंदिर की दानपेटी के ये सिक्के निकालकर मंदिर समिति के बैंक में जमा करवाए जाते हैं। लेकिन दीपावली के दो महीने पहले से सिक्के बैंक में जमा करवाना बंद कर दिया जाता है। इसे मां लक्ष्मी के प्रसाद के रूप में जमा किया जाता है।
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