ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान ने मिल कर खेला भ्रष्टाचार का खेल

रिपोर्टर अभिषेक पाण्डेय बलरामपुर

बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील अन्तर्गत विकास खण्ड रेहरा बाजार के ग्राम सभा बूधीपुर खास गांव में लगा हुआ है भ्रष्टाचार का दीमक ए दीमक ग्राम सभा मे हुए विकास कार्य को ही खा गया है।ग्राम सभा मे अभी पिछले कुछ दिन पहले गांव में बनी मस्जिद के बगल रोड़ पर काफी पानी भरा रहता था।पानी भरे हुए सड़क से होकर शुक्रवार को नवाज़गीर नवाज़ पढ़ने भारी भारी संख्या में मस्जिद में आते जाते थे।गांव वालों ने समस्या से तंग आ कर विरोध प्रदर्शन कर दैनिक दि ग्राम टुडे समाचार पत्र के माध्यम से शासन से नाराजगी जाहिर की थी।समाचार पत्र में ख़बर प्रकाशित होने के बाद ग्राम प्रधान ने आनन-फानन में सड़क के बगल कच्ची नाली खुदवा दी।जिस से ग्रामीणों की समस्या कुछ हद तक कम हो गयी।मगर कराए गए निर्माण कार्य से ग्रामीणों ने असंतोष प्रकट किया है।ग्रामीण जमील अहमद,आमिर अली,रमजान अली,अब्दुल कुद्दुश आदि लोगो ने बताया कि अगर गांव में पक्की नाली का निर्माण कराया गया होता तो बरसात में निर्माण कराए गए कच्ची नाली की मिट्टी सड़क पर बह कर न आती और न ही लोग फिसलकर चोटिल होतें।नाली का निर्माण कच्चा होने से राहगीरों के लिए और जटिल समस्या बन चुकी है।वही ग्रामीणों ने प्रधान धर्म प्रकाश चौहान पर ग्राम सभा में फर्जी तरीके से नूरूल्लाह के घर से पिच रोड तक खड़ंजा निर्माण दिखा कर एक लाख छप्पन हजार छः सौ रुपये निकालने का और गबन करने का आरोप लगाया है।ग्रामीणों के शिकायत के आधार पर और सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार जब दैनिक दि ग्राम टुडे के तहसील संवाददाता ने रियल्टी चेक किया तो खड़ंजा निर्माण का बजट 31-07-2019 को प्रधान के खाते में जा चुका है।और ग्राम सभा मे हुए खड़ंजा निर्माण में लगे हुए ईंट का बिल किसान ब्रिक फील्ड के नाम पर काटा गया है।इस से एक बात तो साफ हो गयी कि ग्राम प्रधान को निर्माण के लिए पैसा दिया गया है।मगर कागज में दर्शए गए स्थान पर खड़ंजा लगा ही नही है।जो ग्राम सभा मे हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है।जब इस को लेकर ग्राम सभा के प्रधान धर्म प्रकाश चौहान से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वो कार्ययोजना में गलती से फीडिंग हो गयी है।सेम बजट का निर्माण कार्य ग्राम सभा मे कही अलग कराया गया है।तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी गलती किस से हुयी काम कही और का दर्शया गया है और पैसा कही और से निकाला गया है।आखिर ऐसा कैसे हुआ कि चेक कटा गया जिसमे साफ दर्शया गया है कि नुरुल्लाह के घर से पिच रोड तक खड़ंजा निर्माण लागत एक लाख छप्पन हजार छः सौ रुपये ईट भट्टे का नाम किसान ब्रिक फील्ड जिस से ईट की खरीद की गयीं और ग्राम प्रधान को कुछ पता ही नही।जिस को लेकर ग्रामीणों ने नाराज़गी जाहिर की है और जांच करा कर सच सामने लाये जाने की मांग मुख्य विकास अधिकारी बलरामपुर से की है।वही जब इस को लेकर पूर्व में ग्राम सभा मे तैनात ग्राम विकास अधिकारी गायत्री मौर्या से जानकारी की गयीं तो उनके पति अशोक मौर्या ने फ़ोन उठाया और गोल मटोल तरीके से बात को घुमाते हुए नजर आये।उन्होंने कहा कि ग्राम सभा बूधीपुर के मजरे दाहू प्रधानडीह में पिच रोड से मंदिर तक कार्य कराया गया है जो कार्ययोजना में दर्शया गया है।और जो भुगतान हुआ है वो उसी काम का भुगतान है।वो गलती से फीड हो गया है।अगर ग्राम विकास अधिकारी के पतिदेव की माने तो कार्ययोजना में गलत फीडिंग कहा से हुयी।कि ग्राम प्रधाम और ग्राम विकास अधिकारी दोनों लोगो को लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी सच्चाई का पता नही चला।वही अगर सूत्रों की माने तो पूर्व में ग्राम सभा मे तैनात ग्राम विकास अधिकारी गायत्री मौर्या के काम काज का जिम्मा उनके पति अशोक मौर्या ने उठा रखा था जिनके द्वारा

ग्राम प्रधान के साथ मिल कर झोलझाल का यह खेल खेला गया है।और सच सामने आने के बात जनता को गुमराह किया जा रहा है।वही उक्त प्रकरण को लेकर जब जिला पंचायत राज्य अधिकारी नरेश चन्द्र से बात की गयीं तो उन्होंने कहा कि शिकायत मिली है मामले कि जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी।ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान ने मिल कर खेला भ्रष्टाचार का खेलगुनहा का सच रिपोर्टर अभिषेक पाण्डेयबलरामपुर जिले के उतरौला तहसील अन्तर्गत विकास खण्ड रेहरा बाजार के ग्राम सभा बूधीपुर खास गांव में लगा हुआ है भ्रष्टाचार का दीमक ए दीमक ग्राम सभा मे हुए विकास कार्य को ही खा गया है।ग्राम सभा मे अभी पिछले कुछ दिन पहले गांव में बनी मस्जिद के बगल रोड़ पर काफी पानी भरा रहता था।पानी भरे हुए सड़क से होकर शुक्रवार को नवाज़गीर नवाज़ पढ़ने भारी भारी संख्या में मस्जिद में आते जाते थे।गांव वालों ने समस्या से तंग आ कर विरोध प्रदर्शन कर दैनिक दि ग्राम टुडे समाचार पत्र के माध्यम से शासन से नाराजगी जाहिर की थी।समाचार पत्र में ख़बर प्रकाशित होने के बाद ग्राम प्रधान ने आनन-फानन में सड़क के बगल कच्ची नाली खुदवा दी।जिस से ग्रामीणों की समस्या कुछ हद तक कम हो गयी।मगर कराए गए निर्माण कार्य से ग्रामीणों ने असंतोष प्रकट किया है।ग्रामीण जमील अहमद,आमिर अली,रमजान अली,अब्दुल कुद्दुश आदि लोगो ने बताया कि अगर गांव में पक्की नाली का निर्माण कराया गया होता तो बरसात में निर्माण कराए गए कच्ची नाली की मिट्टी सड़क पर बह कर न आती और न ही लोग फिसलकर चोटिल होतें।नाली का निर्माण कच्चा होने से राहगीरों के लिए और जटिल समस्या बन चुकी है।वही ग्रामीणों ने प्रधान धर्म प्रकाश चौहान पर ग्राम सभा में फर्जी तरीके से नूरूल्लाह के घर से पिच रोड तक खड़ंजा निर्माण दिखा कर एक लाख छप्पन हजार छः सौ रुपये निकालने का और गबन करने का आरोप लगाया है।ग्रामीणों के शिकायत के आधार पर और सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार जब दैनिक दि ग्राम टुडे के तहसील संवाददाता ने रियल्टी चेक किया तो खड़ंजा निर्माण का बजट 31-07-2019 को प्रधान के खाते में जा चुका है।और ग्राम सभा मे हुए खड़ंजा निर्माण में लगे हुए ईंट का बिल किसान ब्रिक फील्ड के नाम पर काटा गया है।इस से एक बात तो साफ हो गयी कि ग्राम प्रधान को निर्माण के लिए पैसा दिया गया है।मगर कागज में दर्शए गए स्थान पर खड़ंजा लगा ही नही है।जो ग्राम सभा मे हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है।जब इस को लेकर ग्राम सभा के प्रधान धर्म प्रकाश चौहान से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वो कार्ययोजना में गलती से फीडिंग हो गयी है।सेम बजट का निर्माण कार्य ग्राम सभा मे कही अलग कराया गया है।तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी गलती किस से हुयी काम कही और का दर्शया गया है और पैसा कही और से निकाला गया है।आखिर ऐसा कैसे हुआ कि चेक कटा गया जिसमे साफ दर्शया गया है कि नुरुल्लाह के घर से पिच रोड तक खड़ंजा निर्माण लागत एक लाख छप्पन हजार छः सौ रुपये ईट भट्टे का नाम किसान ब्रिक फील्ड जिस से ईट की खरीद की गयीं और ग्राम प्रधान को कुछ पता ही नही।जिस को लेकर ग्रामीणों ने नाराज़गी जाहिर की है और जांच करा कर सच सामने लाये जाने की मांग मुख्य विकास अधिकारी बलरामपुर से की है।वही जब इस को लेकर पूर्व में ग्राम सभा मे तैनात ग्राम विकास अधिकारी गायत्री मौर्या से जानकारी की गयीं तो उनके पति अशोक मौर्या ने फ़ोन उठाया और गोल मटोल तरीके से बात को घुमाते हुए नजर आये।उन्होंने कहा कि ग्राम सभा बूधीपुर के मजरे दाहू प्रधानडीह में पिच रोड से मंदिर तक कार्य कराया गया है जो कार्ययोजना में दर्शया गया है।और जो भुगतान हुआ है वो उसी काम का भुगतान है।वो गलती से फीड हो गया है।अगर ग्राम विकास अधिकारी के पतिदेव की माने तो कार्ययोजना में गलत फीडिंग कहा से हुयी।कि ग्राम प्रधाम और ग्राम विकास अधिकारी दोनों लोगो को लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी सच्चाई का पता नही चला।वही अगर सूत्रों की माने तो पूर्व में ग्राम सभा मे तैनात ग्राम विकास अधिकारी गायत्री मौर्या के काम काज का जिम्मा उनके पति अशोक मौर्या ने उठा रखा था जिनके द्वारा ग्राम प्रधान के साथ मिल कर झोलझाल का यह खेल खेला गया है।और सच सामने आने के बात जनता को गुमराह किया जा रहा है।वही उक्त प्रकरण को लेकर जब जिला पंचायत राज्य अधिकारी नरेश चन्द्र से बात की गयीं तो उन्होंने कहा कि शिकायत मिली है मामले कि जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी।

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