
संवाददाता सुरेश मालवीय 8871288482
चमकीला नहीं ब्लैक मून आज (19 मई) – सारिका घारू
भोपाल । (19 मई शुक्रवार) को अमावस्या का चंद्रमा ब्लैक मून होगा । अमावस्या को न दिखने वाले चंद्रमा के नामकरण के बारे में जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि 21 मार्च से आरंभ होकर 21 जून को समाप्त होने वाली तीन महने की खगोलीय बसंत ऋतु में 2023 में चार अमावस्या आ रही हैं । इनमें से शुक्रवार (19 मई) को तीसरी अमाव्स्या है । तीन महने के किसी एक सीजन में चार अमावस्या आने पर तीसरी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। यह पिछले कुछ सालों से शब्द प्रचलन में आ गया है । यह घटना लगभग 33 महीनों बाद होती है ।
सारिका ने बताया कि यह इस साल की पांचवी अमावस्या है । ब्लैक मून की केवल यही एक परिभाषा नहीं है बल्कि किसी एक ही अंग्रेजी महने में अगर दो अमावस्या होती है तो महने की दूसरी अमावस्या को भी ब्लैक मून कहते हैं । यह लगभग हर 29 माह बाद आता है । एक अन्य परिभाषा के अनुसार अगर फरवरी माह में अमावस्या न हो तो जनवरी एवं मार्च में दो अमावस्या होती है । इसे भी ब्लैक मून कहा जाता है । यह 2033 में होगा ।
सारिका ने बताया कि प्रत्येक अमावस्या को चंद्रमा सूर्य के सीध में होने से पृथ्वी से उसका चमकीला भाग नहीं दिखता है , इसलिये चंद्रमा दिखाई नहीं देता है । लेकिन साल में दो से 5 बार तक होने वाले सूर्यग्रहण की घटना में इसे सूर्य को पूर्ण या आंशिक रूप से ढ़कते हुये देखा जा सकता है ।
तो ब्लैकमून को करिये वैज्ञानिक ज्ञान से प्रकाशित ।
आगामी ब्लैक मून’-
31 दिसम्बर 2024 एक की महने में दो अमावस्या
23 अगस्त 2025 एक सीजन की चार अमावस्या में से तीसरी अमावस्या