भोपाल (मप्र)। हर वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इसी तिथि पर भगवान धन्वंतरि सोने के कलश के साथ प्रकट हुए थे। साथ ही त्रयोदशी के दिन ही आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि जी की जयंती भी मनाई जाती है। इस साल आज यानी 10 नवंबर को धनतेरस है। धनतेरस पर नई चीजों की खरीदारी का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है जो कोई भी धनतेरस के दिन खरीदारी करता है, उसके घर पर सुख और समृद्धि आती है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदी गई वस्तुएं कई वर्षों तक शुभ फल प्रदान करती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं इस 2023 साल में धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त, महत्व और इस दिन क्या खरीदें क्या नही।
क्यों मनाते हैं धनतेरस, जानें
धनतेरस दो शब्दों से मिलकर बना है – पहला धन और दूसरा तेरस जिसका अर्थ होता है धन का तेरह गुना। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के कारण इस दिन को वैद्य समाज धन्वंतरि जयंती के रूप में मनाता है। शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे।
चिकित्सा विज्ञान का किया था प्रचार :-
भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य को ही सबसे बड़ा धन माना गया है और इस दिन को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंश माना जाता है और इन्होंने ही संसार में चिकित्सा विज्ञान का प्रचार और प्रसार किया। इस दिन घर के द्वार पर तेरस दीपक जलाए जाने की प्रथा है। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के कारण इस दिन को वैद्य समाज धन्वंतरि जयंती के रूप में मनाता है।
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त :-
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अच्छा माना जाता है। पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 11 नवंबर की सुबह तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है।
धनतेरस लक्ष्मी पूजा मुहूर्त :-
धनतेरस के पावन पर्व पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर, शुक्रवार को शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
धनतेरस पर खरीदारी का महत्व :-
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में बर्तन और सोने-चांदी के अलावा वाहन, जमीन-जायदाद के सौदे, लग्जरी चीजें और घर में काम आने वाले अन्य दूसरी चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदी गई चल-अचल संपत्ति में तेरह गुणा वृद्धि होती है।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
- धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र खरीदना शुभ होता है।
- इसके अलावा झाड़ू खरीदना भी अच्छा माना जाता है। मान्यता है इस दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं।
- वहीं यदि धनतेरस के दिन आप कोई कीमती वस्तु नहीं खरीद पा रहे हैं तो साबुत धनिया जरूर घर ले आएं।
- मान्यता है इससे धन की कभी कमी नहीं होती है। इसके अलावा आप गोमती चक्र भी खरीद सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
धनतेरस पर क्या नहीं खरीदें?
- इस दिन लोहा या लोहे से बनी वस्तुएं घर लाना शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन लोहे से बनी कोई भी वस्तु घर लाते हैं, तो घर में दुर्भाग्य का प्रवेश हो जाता है।
- धनतेरस पर एल्युमिनियम या स्टील की वस्तुएं न खरीदें। मान्यता है कि स्टील या एल्युमिनियम से बने बर्तन या अन्य कोई सामान खरीदने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
- ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन घर में कोई भी प्लास्टिक की चीज लेकर आएंगे तो इससे धन के स्थायित्व और बरकत में कमी आ सकती है, इसलिए धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं भी न खरीदें।
- धनतेरस के शुभ अवसर पर शीशे या कांच की बनी चीजें भी बिल्कुल नहीं खरीदनी चाहिए।
- ज्योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन चीनी मिट्टी या बोन चाइना की कोई भी वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए।
धनतेरस पर करें ये उपाय :-
- धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, कुबेर, यमराज और भगवान गणेश जी की पूजा करें।
- धनतेरस के दिन घर और बाहर 13 दीपक जलाने से बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
- दान करना पुण्य कर्म है। माना जाता है कि, दान करने से पिछले जन्म के पाप धुल जाते है। धनतेरस के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है।
- इस दिन यदि आप सूर्यास्त से पहले दान करते हैं तो आपको धन की कमी नहीं होगी। हालांकि इस दिन सफेद कपड़ा, चावल, चीनी आदि का दान नहीं करना है।
- धनतेरस पर पशुओं की पूजा करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
धनतेरस कथा :-
पौराणिक कथा के अनुसार जब अमृत प्राप्ति के लिए देवताओं और दानवों के द्वारा समुद्र मंथन किया गया था, तो एक-एक करके उससे क्रमशः चौदह रत्नों की प्राप्ति हुई। समुद्र मंथन के बाद सबसे अंत में अमृत की प्राप्ति हुई थी। कहा जाता है कि भगवान धन्वंतरि समुद्र से अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। जिस दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए वह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि थी, इसलिए धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन धन्वंतरि देव के पूजन का विधान है।
धनतेरस के दिन दान करना महादान माना जाता है, कहते हैं कि अगर आपकी जिंदगी में आर्थिक समस्याएं हैं. तो इस दिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिनका दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
गरीबों को अनाज करें दान :-
मान्यता है कि धनतेरस के शुभ दिन गरीबों को अनाज दान करने से आपकी अपनी आर्थिक हालत सुधरती है, आप भी चाहते हैं, कि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे तो आप किसी जरूरतमंद को अनाज दान दें, ऐसा करने से लक्ष्मी भी खुश होंगी और धन-धान्य की कमी भी दूर हो होगी.
पीला कपड़ा करें दान :-
धनतेरस के दिन पीला कपड़ा दान करना भी बेहद शुभ माना जाता है, कहते हैं कि पीले वस्त्रों का दान करने से पुण्य मिलता है. पीले रंग के कपड़ों का संबंध बृहस्पति ग्रह से जुड़ा होता है.
मिठाई भी करें :-
धनतेरस के शुभ दिन आप मिठाई और नारियल का दान करें, ऐसा करने से आपके जीवन से सभी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाएंगी, लेकिन ध्यान रहे कि इन वस्तुओं का दान आप किसी जरुरतमंद को ही करें.
लोहे का दान :-
लोहे का दान देना भी बेहद शुभ माना जाता है, मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी जिंदगी से दुर्भाग्य खत्म हो सकता है और मां लक्ष्मी का आर्शीवाद आप पर बना रहेगा.
धनतेरस पर कितनी झाड़ू खरीदनी चाहिए :-
झाड़ू खरीदते समय इसकी संख्या का विशेष ध्यान रखें. इस दिन झाड़ू हमेशा विषम संख्या में खरीदा जाएं यानि 1, 3, 5 और 7 इस तरीके से झाड़ू खरीदना सौभाग्यदायक माना जाता है. झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है.
धनतेरस के दिन ना करें झाड़ू से जुड़ी ये गलतियां
- धनतेरस के दिन खरीदी गई झाड़ू का भूलकर भी तिरस्कार नहीं करना चाहिए. ध्यान रहे कि इस दिन खरीदी गई झाड़ू पर आप गलती से भी पैर ना मारें. माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
- धनतेरस पर खरीदी गई झाड़ू कभी भी खाली घर में नहीं लानी चाहिए. घर में लाने से पहले झाड़ू की हैंडल पर एक सफेद रंग का धागा जरूर बांध लें. माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी घर में स्थिर बनी रहती हैं.
- धनतेरस के दिन कभी भी सिर्फ एक झाड़ू खरीद कर घर ना लाएं. ना ही दो या चार के जोड़े में झाड़ू खरीदें. इस दिन एक साथ तीन झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है.
- इस दिन लाई गई झाड़ू को कभी भी खुला ना रखें. माना जाता है कि इससे घर में कलह होती है. इसलिए धनतेरस के दिन लाई हुई झाड़ू को हमेशा ढककर रखना चाहिए.
- धनतेरस के दिन नई झाड़ू लाएं लेकिन पुरानी झाड़ू ना फेकें. धनतेरस के दिन शाम में पुरानी झाड़ू की पूजा करें. इसके बाद नई झाड़ू की भी पूजा करें और घर में सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें.
- पुरानी झाड़ू को भूलकर भी बिस्तर के नीचे या फिर किचन में नहीं रखना चाहिए. पुरानी झाड़ू में काला धागा बांधकर किसी ऐसी जगह छिपाकर रख दें जहां लोगों की नजर ना पड़े. इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है.