रोजगार साहयक बदरी कटारा वित्तीय पावर लेकर सरकार के करोडो रूपया निकाल रहा

रोजगार साहयक बदरी कटारा वित्तीय पावर लेकर सरकार के करोडो रूपया निकाल रहा,जबकि सरकार द्वरा रोजगार साहयक को वित्तीय पावर नही है, रोजगार साहयक बदरी कटारा सचिव बनकर सरकार के करोडो रूपया उडा रहा, पंचायत राज अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन कर रहा, मामला ग्राम पंचायत भूराडाबरा का है,रोजगार साहयक सरपंच धनसिंह कटारा का सगा भतीजा है, बदरी कटारा, बदरी कटारा भाई भतीजावाद करने में लगा है, रोजगार साहयक बदरी कटारा सरकार के नियमों का धजिये उडा रहा है,पैसा एक्ट गरीबों का कानून है, जो गरीब आदिवासी समुदाय को जल,जगल,जमीन का हक दिलायगा,यहा पर तो गरीबों की जमीने छीन ली गय,गरीबों को जंगल में पैर रखने की जमीन नही बची,रोजगार साहयक बदरी कटारा ने आज दिनांक तक ग्राम पंचायत भूराडाबरा में पैसा एक्ट कानून के बारे में किसी आम जनता तक सूचना नही की, अपनी मनमर्जी से ग्राम सभा तय कर ली, लोगों को पता भी नी चला की ग्राभ सभा कब हूई,पंचायत प्रतिनीधियों की समितीया बना दी, जबकि पैसा एक्ट अधिनियम ये कहता है,पंच, सरपंच, सचिव, रोजगार साहयक के परिवार का कोई भी सदस्य समितीयों में नही रहेगा, रोजगार साहयक बदरी कटारा ने पंचायत प्रतिनीधियों की समितीया बना दी,खुद के परिवार की समितीया बना दी, अध्यक्ष उपाध्यक्ष भी बना दिये, पैसा एक्ट कानून के धजिये उडा दिये, पैसा एक्ट कानून में हर गरीब वर्ग को न्याय मिलने का प्रावधान है, यहा पर रोजगार साहयक ने गरीबों का गला घोट दिया,रोजगार साहयक बदरी कटारा द्वरा निम्न वर्ग का हक छीन लिया गया, पैसा एक्ट की ग्राभ सभा का नियम ये कहता है,ग्राम सभा में 100% से अधिक जनसख्या होना चाहिये, तब ग्राम सभा पारित होगी, और 7 दिन पेहले घर घर सूचना करने का प्रावधान है,यहा पर लोगों को ये भी नही मालूम कि ग्राम सभा कब हुई,रोजगार साहयक बदरी कटारा ने अपनी मनमर्जी से पैसा एक्ट की ग्राम सभा पारित कर ली, खुद के परिवार के 5-10 लोगों के फर्जी अंगूठै लगवा लिये, और पैसा एक्ट का लेखा रजिस्टर तैयार कर लिया, पैसा एक्ट कानून में पंच,सरपंच, सचिव, रोजगार साहयक, का कोई रोल नही है, पर यहा पर तो रोजगार साहयक बदरी कटारा ने पूरा कारोबार कर डाला, पैसा एक्ट की ग्राम सभा गांव की आम जनता करेगी,और पैसा एक्ट की समितीया एवं अध्यक्ष उपाध्यक्ष का फैसला गांव की आम जनता करेगी, पचं,सरपंच, सचिव रोजगार साहयक आम नागरिक की तरह ग्राम सभा में बैठ सकते है, इनको पैसा एक्ट की ग्राम सभा में बोलने का अधिकार नही है, ग्राम सभा रखने के लिए ग्राम वासी सरकार से कोई भी कर्मचारी मांग सकते है,पंच,सरपंच,सचिव,रोजगार साहयक की जरवत नही है,पैसा एक्ट कानून में पंच,सरपंच,सचिव,रोजगार साहयक को पैसा एक्ट में बाहर रखा गया है,रोजगार साहयक बदरी कटारा की भर्ती फर्जी तरीके से हुई, पूर्व में पंचायत में काम कर चुका व्यक्ति मोडसिंह रठोड अनुभव के आधार पर उसका सिलेक्शन हुवा था, रातो रात उसका नाम हटाकर सुबह में बदरी कटारा कर दिया, बदरी कटारा 12 वी पास है, एक रात में राजगढ से कम्प्युटर की फर्जी मार्कसिट बना लाया,एक रात में भर्ती हो गया,रोजगार साहयक की भर्ती पंचायत स्तर पर हुई थी,एक मेड के रूप में, रोजगार साहयक बदरी कटारा की पूर्व में भी बोहत शिकायत हुई है, जाॅच अधिकारियों को पैसा देकर शिकायत को रफा दफा करवा लेता, गांव के भोले भाले अनपढ लोगों को दारू पीला कर तथा उनको पैसा देकर फर्जी अंगूठै लगवा लेता,अनपढ लोगों को समझ में तो आता नी वो बैचारे जैसा बोलते वेसा कर देते, और पंचायत का प्रस्ताव बनवा लेता,प्रस्ताव में ये लिखता है, कि ये शिकायत फर्जी है इस शिकायत कर्ता की शिकायत अमान्य की जाए,उस शिकायत कर्ता का नाम ग्राम सभा प्रस्ताव में डालकर पंच सरपंच एवं गांव के फर्जी हस्ताक्षर करवार कम्पलीट रखता प्रस्ताव को, अगर कोई गांव का शिक्षित नोजवान इसके खिलाफ आवाज उठाता है, तो उसके साथ इस तरह की नाइन्साफी करता , शिकायत की जाॅच होती है तो उस प्रस्ताव को अधिकारियों के सामने रख देता है, तो अधिकारी भी कार्रवाही नही कर पाते,उस प्रस्ताव को देखकर लसीले हो जाते,उस प्रस्ताव में शिकायत कर्ता के खिलाफ पुरे गांव वासियों को करता है, इस तरह से शिकायत कर्ता के खिलाफ षडयंत्र करता, ताकि मेरी कोई शिकायत ना करे, समाज के प्रति आवाज उठाने वालो को इस तरह से बदनाम करता, ताकि मेरे खिलाफ कोई आवाज ना उठाई, रोजगार साहयक बदरी कटारा इस तरह से नादान लोगों के पेट पै लात मार रहा, रोजगार गांरटी एवं पंच परमेश्वर योजनाओं में ग्रामीणों को रोजगार देने का प्रवाधान है, पंचायत में आज दिनांक तक एक व्यक्ति को रोजगार नही दिया, खुद के परिवार के बैंक खातो में सरकार के पैसे डलवा लेता और निकाल लेता, रोजगार साहयक बदरी कटारा की पदस्तापित दिनांक से आज दिनांक तक जितने भी निर्माण कार्य हुवे है, उन सभी कार्यो की निष्पक्ष एवं संवैधानिक जाॅच हो, रोजगार साहयक बदरी कटारा की लापरवाही से लाडली बहना योजना में कई महिलाए वंशित रह गय, विधवा पैन्सन से भी कई महिलाए वंशित रह गय, समस्त पैन्सनधारियों को समय पर पैन्सन नही दिलाता, छोटे मोटे काम के लिए बडी रकम वसूलता ।

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