जीवन की उमंग है फाल्गुन
लेखक राजकुमार बरूआ भोपाल
शाश्वतम्, प्रकृति-मानव-सङ्गतम्,
सङ्गतं खलु शाश्वतम्।
तत्त्व-सर्वं धारकं
सत्त्व-पालन-कारकं
वारि-वायु-व्योम-वह्नि-ज्या-गतम्।
शाश्वतम्, प्रकृति-मानव-सङ्गतम्।।
फाल्गुन का एहसास होते ही मन में एक अजीब तरह की खुशी की तरंगे उत्पन्न हो जाती हैं उन तरंगों में मस्ती और खुशी होती है, इस रंग-बिरंगे महीने में जीवन रंगों से भर जाता है सब कुछ अपना सा लगता है, जीवन में संबंधों के लिए इस माह का एक अलग ही महत्व है इस माह में चुंकि बसंत का प्रभाव होता है इसलिए प्रेम और रिश्तो में मधुरता आती है। साल के सबसे बड़े त्यौहार में से एक होली इस महीने को और खूबसूरत बना देती है सामाजिक समरसता के लिए इस महीने का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। फाल्गुन माह में मन बड़ा आनंदित रहता है और आपको सीधे ही ले जाकर बचपन से जोड़ देता है बात बचपन की होती है तो दोस्तों की होती है और जीवन में दोस्त हो तो उमंग और उल्लास की कोई कमी नहीं रहती है, इस माह में प्रकृति की सुंदरता देखते ही बनती है, हर वर्ष फाल्गुन का महीना आते ही सारा वातावरण जैसे रंगीन हो जाता है और हो भी क्यों ना खेतों में पीली सरसों लहलहाती है, पेड़ों पर पत्तों की हरी कोपले हैं और पलाश के केसरिया फुल इन सबको देखकर मन भी अनायास ही रंगीन हो जाता है, फाल्गुन का महीना मस्ती से भरा होता है जो सारी प्रकृति को नया रंग प्रदान कर देता है पेड़ पौधों की शाखाएं हरे हरे पत्तों से लद जाती हैं लाल लाल कोंपले अपार सुंदर लगती हैं रंग-बिरंगे फूलों की बहार सी छा जाती है प्राकृति ईश्वरीय शोभा को लेकर प्रकट हो जाती है जो बाकी ऋतुओं से भिन्न होता है इस ऋतु में ना गर्मी का प्रकोप होता है और ना ही सर्दी की ठिठुरन यह महीना तो अपार सुखदायी बनकर सबके मन को मोह लेता है। गर्मी की शुरुआत का आगमन होने लगता है खान-पान और दिनचर्या में बदलाव करना बहुत ही खास हो जाता है, इस माह में भोजन में अनाज का प्रयोग कम करके मौसमी फलों का सेवन अधिक करने की मान्यता है आयुर्वेद के अनुसार शरीर को ऊर्जावान और स्वस्थ रखने के लिए आपको पानी की मात्रा बढ़ाकर खाने में फलों का उपयोग ज्यादा करना पड़ता है, इस मौसम में फलों की तो जैसे बाहर आ जाती है अनेक प्रकार के रंग-बिरंगे और रसीले फल आपके स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखने के लिए बाजार में आ जाते हैं जिनको देखकर ही मन उनको खाने के लिए लालायित हो जाता है सुबह-सुबह की सहर और कच्ची धूप आपको स्वस्थ रखती है। फाल्गुन माह हिंदू पंचांग के वर्ष का अंतिम महिना होता है, इस माह में महाशिवरात्रि और होली का त्यौहार प्रमुख रूप से मनाया जाता है भक्ति और मस्ती के इन त्यौहारों से आपके जीवन में उमंग और जीवन को सामाजिक समरसता से मनाने के लिए प्रेरणा मिलती है होली का पर्व ही एक ऐसा पर्व है जो सामाजिक एकता को मजबूत तो करता ही है जिन लोगों में मनमुटाव हो गया है उनको मनाने के लिए भी होली का पर्व अति महत्वपूर्ण हो जाता है भाईचारे का प्रतीक इस त्यौहार में सभी एक दूसरे के हो जाते हैं वह सामान्य रूप से एक रंग में रंग जाते हैं, अगर पूरे विश्व में सामाजिक समरसता व भाईचारे का प्रतीक पर्व कोई है तो वह होली है, लोग ईर्ष्या द्वेष कटुता को तिलांजलि देकर एक दूसरे को गले मिलकर रंग लगाते हैं मिठाई खिलाते हैं तथा सामाजिक सौंदर्य कि अपने क्षेत्र की नहीं अपितु पूरे विश्व भर को मिसाल पेश करते हैं। फिल्मों में भी होली पर कई गाने हैं जिनको सुनते ही आपके मन में उमंग के साथ मस्ती सी छा जाती है और नृत्य करने का मन करता है, हम भारतीयों में एक परंपरा भी है के होली के दिन तो दुश्मनों को भी गले लगाया जाता है और रंग लगाकर दिल मिलाए जाते हैं और सभी एक ही रंग में रंग जाते हैं और वह रंग होता है प्रेम का भाईचारे का, फाल्गुन माह में प्रकृति ने मनुष्य को कई सौगात दी हैं प्रत्येक मौसम हमें प्रकृति के अनेक रूप दिखाता है और हमें नए संदेश देता है वैसे तो हर मौसम अपने आप में विशेष होता है लेकिन उन सभी में बसंत और फागुन का महीना जब साथ होते हैं तो धरती की तुलना सजी-धजी दुल्हन से की जाने लगती है, पेड़ पौधों की नई-नई को कोंपले फूलों और फलों की बहार जीवन को यह संदेश देती हैं के जीवन ठहराव नहीं है जीवन निरंतर चलने वाली एक प्रक्रिया है जो उत्साह और उमंग के साथ जीने पर सरल और आनंद से भर जाता है, पतझड़ के बाद ही बाहर आती है, क्योंकि यह जीवंत गतिशील है प्रजननशील हैं, प्रकृति में हम जीवित चीजों में वृद्धि और विकास देखते हैं। तो हम उस ईश्वर के प्रति हमेशा कृतज्ञ रहे जिसने हमें इस जीवन को सरलता और आनंद के साथ जीने के लिए भरपूर संसाधन दिए हैं उसके प्रति हमेशा आभारी रहे और एक वचन भी दें के हम इस प्रकृति के प्रति हमेशा उदार रहेंगे इसका बहुत ज्यादा शोषण नहीं करेंगे आवश्यकता के हिसाब से ही उसका उपयोग करेंगे और इसका उपभोग ना करने की शपथ भी लेते हुए इस को सजाने और संवारने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहेंगे जल जीवन और जंगल को बचाने की हरसंभव कोशिश करते हुए इसका आनंद खुशी से लेते रहेंगे।