गौरय्या संरक्षण के लिए घर में छोड़ें कच्चा स्थान

भोपाल. नूतन कॉलेज में भोपाल बर्ड्स के संस्थापक मोहम्मद खलिक और डॉ. संगीता राजगीर की अध्यक्षता में गौरेया पक्षी के संरक्षण व जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खलिक ने गौरय्या के घोसले, जीवन चक्र, गौरय्या को बचाने से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि गौरय्या के लिए घर में कच्चा स्थान छोड़ें। संस्था ने 70 छात्राओं को बर्ड नेस्ट का वितरण किया गया। डॉ. संगीता राज़गीर ने बायोडायवर्सिटी क्लब के निर्माण करने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. शोभा श्रीवास्तव ने छात्राओं से कहा कि शहरीकरण के चलते अब गौरय्या की चहक कम ही सुनाई पड़ती है। पक्के मकानों में ये आवास नहीं बना पाती। इस घरेलू पक्षी के संरक्षण की आवश्यकता है। ये हमारे शहरी जीवन चक्र का अहम हिस्सा है।

Leave a Reply