लोकतंत्र में बढ़ती बेरोजगारी क्योकि बेरोजगारी की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है

हमारे राजनेता बेरोजगारों पर ध्यान देना नही चाहते ।

बेरोजगारी का मुख्य कारण शासन का बेरोजगारों को रोजगार न देना है

आज सबाल उठता है की भारत सरकार हमारे सभी बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराए तो बेरोजगारी दूर हो सकती है पर हमारे राजनेता की दृष्टि हम बेरोजगारों के ऊपर नही पढ़ रही है

शासन की योजनाएं तो बहुत है पर क्रियान्वयन नही हो पाती है और यदि होती भी है तो दलालों के माध्यम से पैसे बाले व्यक्तियो को

हमारे राजनेता बड़े बड़े स्टेज लगा कर सरकार का पैसा खर्च करते है आने जाने में जो रुपये खर्च होता है यदि बेरोजगारों के लिये सोचे तो शायद बेरोजगारी ख़त्म या कम हो सकती है ।

पत्रकार
शिवशंकर नामदेव भोपाल

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