सीहोर,जावर से सुरेश मालवीय की रिपोर्ट

ग्राम फूडरा जिला सीहोर म.प्र. का निवासी होकर अपने परिवार का गुजारा करता हूं। मेरे साथ घटना दिनांक 26 अक्टुबर 2019 को पप्पु राजपूत आ. रतनलाल निवासी ग्राम रुपेटा थाना आष्टा अपने साथियों के साथ प्रार्थी के ढाबे पहुंचा और ढाबे पर भोजन किया प्रार्थी ने जब उक्त लोगों से खाने के पैसे मांगे तो पप्पु राजपूत ने पैसे देने से इंकार कर दिया और प्रार्थी के साथ गाली गलोच कर ढाबे से चला गया,

फिर रात्रि के करीब 12 से 12:30 बजे के आस-पास जब प्रार्थी ढाबे पर सौ रहा था तभी पप्पु और उसके साथियों ने हथियारों से लेस होकर प्रार्थी पर सौते समय बुरी तरह से हमला कर मारपीट की जिससे प्रार्थी के शरीर में जगह-जगह चौटें आई। प्रार्थी के परिजनों ने सीहोर जिला चिकित्सालय भर्ती किया जहां डॉक्टरों द्वारा पुलिस को सूचना देकर सून्य पर कायमी की किन्तु पुलिस द्वारा उक्त आरोपीगणों के विरुद्ध आज तक कोई ठोस कार्यवाही नही की गई। सभी लोग ग्राम में बेखोब घूम रहे हैं और उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नही हो रही है एवं उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस द्वारा आरोपीगणों को संरक्षण दिया जा रहा है। मांग की गई है कि प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जाये, ताकि दोषियों विरुद्ध कड़ी कार्यवाही हो सके।

प्रार्थी के ऊपर जान लेवा हमला किया जाने पर उन पर हत्या का प्रयास तथा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जाये। प्र.आर. 599 दिलीप सिंह मसकोले थाना अजाक्स सीहोर में पदस्थ होकर आज दिनांक 30/10/2019 को उनी आर.एस.यादव थाना अजाक ने देहाती नालसी 0/19 दी जिसको लेकर मैं थाना जावर के घटना स्थल होने से असल कायमी हेतु लेकर आया। देहाती नालसी इस प्रकार है। थाना अजाक जिला सीहोर अपराध क्र. 0/19 धारा 294, 323, 34 भादवी 3(1) द 3 (द) 3 (2) व एस.सी.एस.टी एक्त नाम सूचक जयसिंह मालवीय पिता कन्हैया लाल बलाई उम्र 43 साल निवासी ग्राम फूडरा अरोपियों के नाम पप्पु राजपूत निवासी रुपेटा व दो तीन अन्य साथी हैं।

ग्राम पंचायत रुपेटा के सरपंच के भाई ने पप्पु राजपूत ने अपने साथियों के साथ मिलकर लाठी डण्डों से मारा तथा पीडि़त के घर में कमना वाला केवल अकेला है। आठ लड़कियों का भरण पौषण की जिम्मेदारी अकेले पर है, उनकी पत्नि का कहना है कि वह जावर थाने में गई थी, परन्तु वहां पर उसकी एफआईआर दर्ज नही हुई। पुलिस आफिसर ने कहा कि बार-बार मुंह उठाकर आ जाते हो लड़कियों का भरण पाषैण अकेले करते हैं, कमाने वाला अन्य कोई नही है। नाही उन्हें खिलाने वाल, वह तो हास्पिटल में भर्ती है और पत्नि दर-दर की ठोकरे खा रही है। प्रशासन चुप्पी लगाये बैठा है। क्षेत्रीय थाने में छ: दिन बाद एफआईआर दर्ज की है।