सरोजनी नायडू कॉलेज में “स्वराजंलि कार्यक्रम”
संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति हमेशा से कला, साहित्य और संगीत से पहचानी जाती है। आदि काल से यह अद्भुत संगम रहा है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है। मंत्री सुश्री ठाकुर सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित “स्वरांजलि कार्यक्रम” को संबोधित कर रही थी।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि हमारे देश के महान कलाकारों ने भारतीय संस्कृति को सजीव रखा है। भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर और नृत्य सम्राट पंडित बिरजू महाराज ऐसी ही महान हस्तियाँ थी, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में समूचे विश्व में भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने भारतीय संस्कृति की धरोहर को विश्व के पटल पर स्थापित किया। सभी को इनके आदर्श और मूल्यों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।
भारत रत्न, स्वर कोकिला सुश्री लता मंगेशकर और पंडित बिरजू महाराज की स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं एवं पूर्व छात्राओं ने सुश्री लता मंगेशकर द्वारा गाए विभिन्न लोकप्रिय गीतों की सूरमयी प्रस्तुति दी। अल्ला तेरो नाम, वन्दे मातरम, तुम मुझें यू भूला न पाओगे, नैनो में बदरा छाए, ऐ री पवन, रैना बीती जाए आदि गीतों ने समा बांध दिया। पंडित बिरजू महाराज द्वारा निर्देशित नृत्यों की प्रस्तुति भी छात्राओं द्वारा दी गई। महाविद्यालय के संगीत विभाग और नोगा (पूर्व छात्रा संगठन) के संयुक्त प्रयासों से यह प्रस्तुति तैयार की गई। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में 3 दिव्यांग छात्राओं द्वारा भी सहभागिता की गई, जिसे मंत्री सुश्री ठाकुर ने खूब सराहा।
प्राचार्य डॉ. प्रतिभा सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की महान विभूतियों को श्रद्धाजंलि देना और छात्राओं को भारतीय संस्कृति से परिचय कराना है। संचालन डॉ. नीना श्रीवास्तव एवं पूर्व छात्रा भगवती सक्सेना ने किया। डॉ. सुधा दीक्षित ने आभार माना। डॉ. कीति जैन, अध्यक्ष नोगा सहित महाविद्यालय के प्रोफेसर, लेक्चरर और बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रही।