अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दिलाने हेतु संकल्प उद्देश्य में शामिल होकर विजई बनाएं।
कनार्टक विधानसभा चुनाव पर विचार मंथन खुला मंच पर विशेष समीक्षा
साऊथ राज्य में से कनार्टक राज्य का चुनाव संपन्न हुआ और कांग्रेस दल से भारी बहुमत से सरकार बनाने के लिए कनार्टक की जनता जनार्दन से अपना वोट से देकर १३७(137) सीटों पर जिताया कम्युनिटी ग्रुप के मुख्य एडमिन होने के नाते कांग्रेस दल एवं उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
इस विधानसभा चुनाव से स्पष्ट हो गया है कि विधानसभा चुनाव में वहां के स्थानीय मुद्दों पर पिछली सरकार के कार्यकाल, कार्यशैली के साथ वहां के नागरिक गणों के लिए कौन कौन सी सुविधाएं लोकहित के कार्य, सड़क , बिजली , पानी और पिछली सरकार किन किन वादों पर कार्य किया है साथ ही आम जनता आम आदमी की सुरक्षा मूलभूत सुविधाएं मौलिक अधिकार आदि पर क्या पिछली सरकार खरी उतरी है साथ ही आज पूरे देश में एक ज्वलित समस्या भ्रष्टाचार घूसखोरी रसूखदार लोगों के साथ जनहित की योजनाएं ईमानदारी से जनता तक पहुंचाने में कामयाब रहे हैं या नहीं।
अब विकास के कार्य की चर्चा नहीं वहां के रहवासियों को किन किन बातों से असहमत हैं और वो किन बातों मुद्दों पर अपना अमूल्य वोट दें और किसको और क्यों दे ये विचार विमर्श और मंथन के बाद वो अपना मतदान करने हेतु भरी गर्मी में जाता है और कौन कौन से वादें जो दल अपने घोषणापत्र में शामिल करता है उस पर उसकी टृष्टि होती हैं । आज सभी दलों में एक होड़ सी मच गई है कि कौन कितना मुफ्त योजनाएं के माध्यम से जनता जनार्दन को लुभाने में कामयाब हो रहा है यह एक प्रकार से नई राजनीति का चलन हो गया है ।
मैं तो कहता हूं इस प्रकार की योजनाएं का लाभ प्रत्येक वर्ग को दिया जाना चाहिए इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वो भी भरी गर्मी में एसी कमरें, कार्यालय से निकल कर अपने अपनों के लिए मतदान करें और अपनी मेहनत, ईमानदारी से गाढ़ी कमाई का जो वो आयकर, जीएसटी आदि करों के माध्यम से सरकार को देता है अपने ही पैसों पर भी उसे उतना अधिकार और लाभ मिलना चाहिए । यदि ये सब योजनाएं सभी को सभी दल दें तो मतदान का 96%मतदान संभव हो जायेगा।
भारतीय जनता पार्टी केन्द्र स्तर पर राज्य स्तर पर योजनाएं तीव्र गति से चला रहीं हैं पर जब मुफ्त की योजनाएं स्कीम आ जाती है तो विकास कौने में चला जाता है और लुभाने वाली स्कीम दिलोदिमाग पर छा जाती है। सुरक्षा साधन कार्ययोजना सब भानुमती के पिटारे में और मुंगेरी लाल के हसीन सपने में आम मतदाता आम आदमी आम लोग चले जाते हैं। मैंने प्रायमरी स्कूल में सहायक वाचन में एक बहुत ही शानदार कहानी या कहावत पढ़ी थी कि शिकारी आता है जांल बिछाता है दाने का लोभ दिखाता है हमें जांल में नहीं फंसना चाहिए ये तोतों के लिए कहावत थी पर आज ये इंसान के लिए भी हो गई हैं। इसे पहले तोता रंटन कहते थे अब इसे आम आदमी आम जनता के लिए मायाजाल छलावा में कहता हूं और फिर सभी राष्ट्र वादियों से अपील करता हूं निवेदन करता हूं कि हमें इस प्रकार के काल्पनिक योजनाएं से बचना चाहिए और सही क्या यर्थाथ में होगा उस पर विवेक पूर्वक विचार मंथन चिंतन मनन ज़रूर कीजिए।
साथ ही हमारे जो राष्ट्र के मतदाता नागरिक जो सभी दल उन्हें गरीब जनता के नाम से सम्बोधित करते हैं उन्हें इन मनभावन मनमोहक लुभावने वादे और जूठे आश्वासन से बचाने के लिए बुद्धिजीवी वर्ग को आगे बढ़कर उन्हें मुख्य धारा में शामिल करने का भरपूर प्रयास करना चाहिए । वरना जैसा ७५(75)सालों से चला आ रहा है और आगे भी जारी रहेगा।