स्वच्छता की संस्कृति को अमल में लाने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण और सरकार में लंबित मामलों को कम करने के मिशन का अनुसरण करते हुए नीति आयोग ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2023 तक विशेष अभियान 3.0 (कार्यान्वयन चरण) लागू किया। इसके तहत लंबित मामलों के बेहतर निपटान पर जोर देने के साथ-साथ बेहतर स्थान प्रबंधन और सरकारी बुनियादी ढांचे को स्वच्छ और पर्यावरण को हरा-भरा बनाने पर जोर दिया गया।
इस व्यापक अभियान को दो अलग-अलग चरणों में लागू कर कुशल प्रशासन और सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया गया :-
- प्रारंभिक चरण (15 सितंबर से 30 सितंबर, 2023) : इस प्रारंभिक चरण के दौरान, नीति आयोग ने समीक्षा के लिए 10103 फाइलों, 15 लंबित लोक शिकायत याचिकाओं, 9 संसद आश्वासनों और स्वच्छता और बेहतर स्थान प्रबंधन के लिए कार्यालय स्थलों की पहचान की और 2 अक्टूबर, 2023 से 31 अक्टूबर, 2023 तक विशेष अभियान 3.0 के दौरान इनका निपटारा किया गया।
- कार्यान्वयन चरण (2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2023) : अगले चरण में, नीति आयोग ने 15 लंबित लोक शिकायत याचिकाओं और 2 संसद आश्वासनों का सफलतापूर्वक शत-प्रतिशत निपटारा किया। कुल 5075 फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से 3617 फाइलों को हटा दिया गया। इसके अलावा, कार्यालय स्थलों, बाहरी परिसरों, रिकॉर्ड रूम और विभागीय कैंटीन में स्वच्छता गतिविधियाँ शुरू की गईं। उल्लेखनीय है कि इस कार्रवाई से लगभग 5124 वर्गफुट कार्यालय स्थान खाली कराया गया जिससे कार्यस्थल और परिसर अधिक साफ-सुथरा दिखाई देने लगा।
नीति आयोग में इससे पहले 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक स्वच्छता ही सेवा अभियान 2023 लागू किया गया। इसके तहत विभाग ने निम्नलिखित गतिविधियां पूरी कीं :
- वरिष्ठ अधिकारियों ने नीति आयोग में रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण, फाइलों की समीक्षा, पुराने रिकॉर्डों की छंटाई और डिजिटलीकरण तथा स्क्रैप के निपटान पर विशेष जोर दिया;
- नीति आयोग के अधिकारियों/कर्मचारियों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए स्वच्छता जागरूकता अभियान;
- नीति आयोग कार्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान;
- नीति आयोग विभागीय कैंटीन की गहन सफाई;
माननीय उपाध्यक्ष, नीति आयोग ने नीति आयोग के कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाई, इसके बाद नीति आयोग के माननीय उपाध्यक्ष, श्री सुमन के. बेरी, नीति आयोग के माननीय सदस्य श्री वी.के. सारस्वत और नीति आयोग के सीईओ श्री बी.वी.आर. सुब्रमण्यम के नेतृत्व में नीति आयोग के बाहरी परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया।