
दीपावली को लेकर जहां बाजार में काफी रौनक रहीं ,पर्व का दूसरा दिन सन्नाटे में बीता
रीवा. दीपावली के अगले दिन परीवा पर बाजार में सन्नाटा रहा। दुकानें बंद रही। बसों का आवागमन करीब – करीब ठप रहा। सुबह से शाम तक पूरे दिन दुकानें नहीं खुली और नहीं लोग घरों से बाहर निकले। सडक़ में लोगों का आवागमन कम रहा। हालांकि कुछ बसे चली जिसकी वजह से लोगों का आना – जाना हुआ, लेकिन अन्य दिनों की तरह बस स्टैंण्ड में भीड़ – भाड़ नहीं रही। मान्यता है कि परीवा के दिन शुभ कार्य, यात्रा व आवागमन उचित नहीं माना जाता। जिसकी वजह से लोग इस दिन यात्रा नहीं करते। व्यापरिक प्रतिष्ठान भी बंद रहते हैं।
दीपावली को लेकर जहां सप्ताह भर बाजार में काफी रौनक रहीं , वहीं इस पर्व का दूसरा दिन सन्नाटे में बीता । वाहनों के पहिए भी थमें रहे । दीपावली के दूसरे दिन स्थानीय अवकाश घोषित होने के कारण दफ्तर भी बंद रहे । इक्का – दुक्का दुकानों को छोड़कर ज्यादातर के शटर नहीं खुले । तमाम लोगों ने इस दिन अपने वाहन भी नहीं निकाले । यही वजह रही कि बाजार में वाहन भी काफी कम दिखे । चाय – पान के शौकीनों को भी परीवा के चलते परेशानी हुई । चाय – पान के ठेले और गुमटियां भी नहीं खुले । शौकीनों को चाय – पान के लिए काफी भटकना पड़ा । आमतौर पर चाय – पान की दुकानें हर कुछ कदमों पर मिल जाती हैं , लेकिन परीवा के चलते कई चक्कर लगाने पर मुश्किल से नजर आए । चाय की चुस्की और पान का लबाब बनाने के लिए लोगों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी ।