वर्ग विशेष के त्यौहार पर बंद रखने का सिलसिला अभी तक जारी जावद में आखा तीज पर शादी की ग्राहकी फिर भी ईद के त्यौहार पर नगर पूर्ण रूप से है बंद, चारो और पसरा सन्नाटा क्या है मामला

जावद । मुस्लिम समाज का पवित्र रमजान माह के बाद मंगलवार को ईद का पावन पर्व पर ना आह्वान, ना घोषित फिर भी जावद नगर प्रातः से अभी तक पूर्ण रूप से बंद दिखाई दे रहा है। बंद होने से चारो और सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया। लोगो को चाय, बीडी, सिगरेट आदी सामग्री से तरसते हुए दिखाई दिए…!
●नीमच जिले मुख्यालय से लगभग 19 किलो मीटर दूर तहसील मुख्यालय जावद नगर में 2015 हनुमान जयंती के बाद से मुस्लिम समाज का त्यौहार आते ही अघोषित नगर बंद रहता है। नगर में छोटे, बडे व्यापारी सुबह से रात तक दुकाने नही खोलते है। नगर बंद का यह सिलसिला आज तक बरकरार दिखाई दे रहा है। अघोषित बंद को ना कोई संगठन आह्वान करता है, ना ही व्हाटसएप ग्रूपो में दुकाने बंद करने का कोई मेसेज आता है। व्यापारी भी मौन रखकर दुकाने बंद करते है..!
●उल्लेखनीय है कि 3 अप्रेल 2015 को नगर में नीमच दरवाजा स्थित श्री हनुमान जन्मोत्सव के पावन पर्व पर श्री परकोटा हनुमान मंदिर से बेंड बाजो, ढोल ढमाको के साथ शौभायात्रा (चल समारोह) निकला था, जो नीमच दरवाजा, लक्ष्मीनाथ मार्ग, लक्ष्मीनाथ चौक, माणक चौक, मुखर्जी मार्ग, कंठाल चौराहा, कसेरा बाजार, बागडिया बाजार होते हुए खुर्रा चौक पहुंचा था, तभी वहां वर्ग विशेष लौगो ने उपर से पत्थरबाजी की घटना की थी। उसी घटना के बाद नगर में उपद्रव्य हुआ था। यहां तक की शासन प्रशासन ने नगर में कर्फ्यु तक लगाना पडा था। उसी दिन से आज तक हिंदू समाज मौन रुप शांति से नगर अघोषित बंद करते आ रहे है, जो आज तक अघोषित नगर बंद करने का सिलसिला बरकरार है। साथ ही उसी दौरान हिंदू समाज के युवाओ पर झूंठे केस भी लगे थे, वह सभी युवा आज तक केस लड रहे है। नगर में अघोषित नगर क्यो बंद रहता है, उसके लिए पूर्व में प्रशासन ने बैठको के माध्यम से साथ ही हर स्त्रर पर हर सम्भव प्रयास किया लेकिन आज तक सफलता नही मिली। और आज तक अघोषित बंद रहने का सिलसिला नगर में जारी है। नगर में अघोषित बंद को लेकर प्रशासन को और प्रयास करना चाहिए, ताकी नगर में सभी त्यौहार में सम्मिलित होकर अमन चेन से रहे…!
●शादी ब्याह की ग्राहकी फिर भी बंद..!
●अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती होने के बाद भी हिंदू व्यापारियों ने आखा तीज पर होने वाले शादी ब्याह की ग्राहकी होने के बाद भी अपनी अपनी छोटी, बडी सभी प्रकार की दूकाने बंद रखकर बंद रखने की परम्परा जो चल रही है उसका निर्वाण किया।
●प्रशासन मुस्तैद..!
●एसडीएम राजेंद्र सिंह, नवागत एसडीओपी रामतिलक मालवीय, थाना प्रभारी राजेश सिंह चौहान, तहसीलदार शत्रूध्न चतुर्वेदी सहित शासन प्रशासन, महिला पुलिसकर्मी जगह जगह मुस्तैद है।

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