
मंदसौर। पिपलियामंडी के नजदीक कनघटटी में स्थित स्लेंट पेंसिल की खदानों से अवैध उत्खनन के मामले में जिला पुलिस प्रशासन से लेकर खनिज विभाग के अधिकारी मौन है। अवैध उत्खनन का मास्टरमाईंड नूर मोहम्मद लाला बीते कई माह से सक्रिय है और अवैध उत्खनन से करोडों रूपए की काली कमाई अर्जित कर ली है। अवैध साम्राज्य को छिपाने के लिए खनिज माफिया नूर मोहम्मद राजनीति में भी उतरा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में काली कमाई को खपा रहा है। मल्हारगढ जनपद पंचायत के वार्ड क्रमांक 1 से नूर मोहम्मद चुनाव लड रहा है, पर क्रमिनल माईंटेड खनिज माफिया की करतूतें चुनाव में उजागर हो गई है।
वित्त मंत्री जगदीश देवडा के विधानसभा क्षेत्र में माफिया बैखोफ है। एक तरफ मुख्यमंत्री माफियाओं को जमीन के अंदर गाडने के लिए तैयार है और बुलडोजर मामा ऐसे खूंखार माफियाओं का खात्मा करने में लगे हुए है वहीं दूसरी और वित्त मंत्री के गृह क्षेत्र में ही माफिया पल रहे है और शासन को करोडों का नुकसान पहुंचाकर क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने हुए है। कनघटटी की स्लेट पेंसिल की खदानें पर खनन पर रोक लगा रखी है, अभी नए सिरे से किसी के ठेके नहीं है, फिर भी लंबे समय से मिलीभगत के जरिए अवैध उत्खनन हो रहा है। नूर लाला के साथ कमलसिंह छाछखेडी भी पार्टनर है। बताते है कि वित्त मंत्रीजी श्री देवडा का नाम भी ये खनन माफिया बचने के लिए लेते है। इन्हीं लोगों द्वारा कई लोगों के पार्टनर होने की खबरें भी फैलाई जाती है, संदीप बना का नाम भी लिया गया था, लेकिन संदीप बना जैसे नेता नगरी से वास्ता रखने वाले इन काले कारनामों से दूर है।
सफेदपोश बनने के लिए चुनाव लड रहा है नूर मोहम्मद— त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खनन माफिया नूर मोहम्मद चुनाव लड रहा है ताकि जीतने के बाद सभी खदानें चट कर जाएं। इन दिनों स्लेट पेंसिल की खदानों में जेसीबी मशीनों के जरिए जोरों पर अवैध उत्खनन चल रहा है और शैल पत्थर निकाले जा रहे है। एक अनुमान के मुताबिक दो करोड से अधिक का अवैध उत्खनन हो चुका है, लेकिन जिला प्रशासन इन खदानों की तरफ झांककर नहीं देख रहा है।
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वित्त मंत्री जगदीश देवडा तक पहुंचा मामला, आखिर क्या ऐक्शन लेते हुए मंत्रीजी, पूरा खुलासा अगली खबर में।