
नीमच:— इंसानियत मैं कहते हैं इस जमाने में अगर कोई भला मानुस हवन यज्ञ में आहुति देता है तो हाथ जल जाते हैं ऐसा ही एक वाक्य नीमच के नजदीक ग्राम पंचायत जमुनिया कला के पूर्व व वर्तमान सरपंच विक्की ने करके दिखाया भला मानुस ने विश्वास जताया उक्त व्यक्ति ने मानवता को शर्मसार कर विश्वास का गला घोट दिया इसे जघन्य कर्म से मानव जाति पर से विश्वास व इंसानियत और भरोसे से उठ चुका है जो हम बात कर रहे हैं जमुनिया कला के सरपंच की एक भले मानुस ने जमुनिया कला में प्रापर्टी खरीदी जिसकी कीमत करोड़ों में थी उक्त व्यक्ति द्वारा उस जमीन को करोड़ों में बेच दी अब सवाल यह पैदा होता है कि उस भले मानुस को जीते जी उक्त व्यक्ति ने जमीन कैसे बेच सकता है हम आपको बता दें कि जमीन खरीदने के बाद भले मानुस ने भरोसे के साथ उक्त व्यक्ति सरपंच के नाम से रजिस्ट्री करवाई थी कोरोना की दूसरी लहर में बंदे मनोज की मृत्यु हो गई भरोसा इतना था कि रजिस्ट्री के कागजात भी इसी के पास पड़े थे इसने मौका देख कर चौका तो हर कोई मारता है इसने तो छक्का मार दिया उस जमीन को 8 करोड़ 21 लाख में बेच दी कहते हैं कि बेईमानों का किस्मत जब दरवाजा खटखटा ती है तो रातो रात रंक को राजा बना देती है इसने जमके पंचायत चुनाव में हराम के पैसों का दुरुपयोग करा सामने वाला प्रत्याशी अपनी ईमानदारी के नाम से समूचे क्षेत्र में जाना जाता है मगर कहते हैं कि जब नींबू का समय आता है तो वह ₹500 किलो में बिकते हैं और जब समय चला जाता है ओने पौने दामों में भी ग्राहक नहीं खरीदते हैं
आज के लिए इतना ही बहुत जल्द मतदाताओं के वीडियो फुटेज के साथ हम आपसे मिलेंगे
की एक वोट की कीमत तुम क्या जानो विक्की बाबू