रवि सूर्यवंशी @ खडपालिया, मंदसौर।

यहां अध्यापन करने वाले सैकड़ों छात्रों भविष्य अंधकार मय बना हुआ है यहां पढ़ने वाले बालक पालक चिंतित हैं। जवाबदार अधिकारियों इस और बेखबर बने रहने से चिंतित बालको मैं जन आक्रोश व्याप्त है। प्राप्त वितरण के अनुसार यहां पर शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बूढ़ा के अध्यापकों 13 पद स्वीकृत हैं। शिक्षा सत्र के प्रारंभ यहां प्राचार्य सहित6 अध्यापक कार्यरत थे। पर चर्चा यही की गत वर्षों से जब से यहां प्राचार्य चंद्रावत पदस्थ हुए तब से ही प्राचार्य की राठौड़ी कार्य प्रणाली से मतहत कर्मचारियों में पारी रोश प्राप्त हुआ।
इसी के चलते 5 कमचारियों का स्वैच्छिक स्थानांतरण करवाए गए परिणाम स्वरूप विद्यालय में एक साथ इतनी स्थानांतरण विद्यालय में अध्यापक को की कमी आ गई। जिसमें छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और यहां के माध्यमिक बालक विद्यालय में अंग्रेजी अंग्रेजी पढ़ाने वाले अध्यापक भी नहीं होने से यहां भी छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है अत्यधिक बारिश होने से विद्यालय भी कम लग रहे हैं और अध्यापकों की कमी छात्र परीक्षा पास कर पाएंगे या सामूहिक नकल के सहारे परीक्षा पास होंगी वैसे कार्यरत प्राचार्य के में पदस्थ होने के बाद सारे नियम ताक झांक में रखते हुए शासकीय आदेशों का माहौल उड़ाते अपनी मनमानी गत वर्ष और इस वर्ष शाला छोड़ने वाले छात्रों से टिसी निकालने के बिना रसीद दिए हुए मनमाने पैसे वसूलिए लिए गए पर बालक और पालक और बच्चों के भविष्य ध्यान में रखते हुए कुछ बोल नहीं पा रहे थे यह सोचने वाली बात है कि गत वर्षों से कितने छात्रों ने विद्यालय छोड़ा होगा और कितने छात्रों ने विद्यालय में प्रवेश लिया होगा और उनसे कितने पैसे वसूले गए।