विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने स्वच्छता पर विशेष अभियान 3.0 को सफलतापूर्वक संपन्‍न किया और सरकार में लंबित मामलों को कम किया

स्वच्छता को संस्थागत रूप देने और सरकार में लंबित मामलों को निपटाने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नजरिए और मिशन से प्रेरणा लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2023 तक विशेष अभियान 3.0 (कार्यान्वयन चरण) पूरा किया। इस अभियान का लक्ष्‍य सरकारी बुनियादी ढांचे में लंबित मामलों को निपटाने और बेहतर स्‍थान प्रबंधन के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाना था।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने स्वच्छता को समर्पित अपना विशेष अभियान 3.0 सफलतापूर्वक पूरा किया। यह अभियान विभाग के भीतर और देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित इसके अनुभागों, प्रभागों, स्वायत्त निकायों और अधीनस्थ कार्यालयों में चलाया गया। अभियान अवधि के दौरान सफाई और स्थान प्रबंधन के लक्ष्यों की पहचान करने के लिए अभियान का तैयारी चरण 15 सितंबर, 2023 से शुरू किया गया था।

अभियान के दौरान, कार्यालयों में स्‍थान प्रबंधन और कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल अनुभव को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। विशेष अभियान के प्रारंभिक चरण की शुरुआत के बाद से, विभाग ने अपने अनुभागों, प्रभागों, स्वायत्त निकायों और अधीनस्थ कार्यालयों के साथ मिलकर देशभर में सफाई के लिए लगभग 150 स्थलों की पहचान की। अभियान के दौरान 20 हजार वर्ग फुट क्षेत्र की सफाई और उसे मुक्त कराए जाने का लक्ष्‍य तय किया गया था। इसके लिए  8,000 से अधिक भौतिक फाइलों और लगभग 140 ई-फाइलों की समीक्षा के लिए पहचान की गई। अभियान के दौरान एक समर्पित टीम ने दैनिक प्रगति की निगरानी की और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के एससीपीडीएम पोर्टल पर नियमित रूप से जानकारी अपलोड की गई।

संयुक्त सचिव श्रीमती ए. धनलक्ष्मी ने हाइब्रिड वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए की गई बैठकों में अभियान की प्रगति की समीक्षा की और कार्यालय परिसर के अंदर कई स्‍थलों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें इस बात के लिए प्रोत्‍साहित किया कि वे कार्यस्थल पर स्वच्छता कायम रखने की दिशा में अपने प्रयास जारी रखें।

 (जेएस (प्रशासन)डीएसटी की अध्यक्षता में अभियान के विभिन्न लक्ष्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए हाइब्रिड मोड में डीएसटी के सभी एआई/अधीनस्थ कार्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक)

विभाग और इसके अनुभागों, प्रभागों, स्वायत्त निकायों और अधीनस्थ कार्यालयों में कार्यान्वयन चरण के दौरान विशेष अभियान 3.0 के तहत कई प्रथाएं भी अपनाई गईं। इनमें से कुछ की सूची इस प्रकार है: –

डीएसटी के एक स्वायत्त संस्थान, मोहाली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईएनएसटी), ने अपने परिसर में मलबे की पहचान की और इसका उपयोग परिसर में फुटपाथ बनाने के लिए किया।

 (मलबा साफ किया गया और इसका इस्तेमाल मोहाली में आईएनएसटी फुटपाथ बनाने के लिए किया गया)

 

डीएसटी के तहत एक स्वायत्त संस्थान, इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स (एआरसीआई) ने छात्रों के लिए कॉलेज परिसर में स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया। उन्होंने “कचरा मुक्त भारत” थीम के तहत सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए एक ड्राइंग प्रतियोगिता भी आयोजित की।

 ( कॉलेज के छात्रों के लिए एसीआरआई द्वारा स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम)

 

 ( कचरा मुक्त भारत पर छात्रों के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता)

 

जेएस (प्रशासन) के नेतृत्व में डीएसटी ने अभियान के तहत एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए कुली कैंप, वसंत विहार और एमसीडी बॉयज़ एंड गर्ल्स स्कूल में जूट बैग और धातु की बोतलें वितरित कीं।

 

एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए जूट बैग और धातु की बोतलों का वितरण)

 

अक्टूबर अभियान के दौरान कई मोर्चों पर लक्ष्यों को पार कर उपलब्धि हासिल की गई।  विभाग ने अपने अनुभागों, प्रभागों, स्वायत्त निकायों और अधीनस्थ कार्यालयों के साथ विशेष अभियान 3.0 में उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे 300 से अधिक स्थलों पर स्वच्छता उत्सव के रूप में मनाया। इस वर्ष 37 हजार वर्गफुट स्‍थान खाली कराया गया, जो कि एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। 8,214 से अधिक भौतिक फाइलों की समीक्षा के बाद 3066 फाइलों को छांट दिया गया। लगभग 140 ई-फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से 130 ई-फाइलें बंद कर दी गईं। विभाग ने इन कार्यों से 8.33 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया।

ये प्रयास विभाग और उसके अनुभागों, प्रभागों,  स्वायत्त निकायों और अधीनस्थ कार्यालयों द्वारा किए गए काम का केवल कुछ ही हिस्‍सा हैं।

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