
पिछोर। डाकघर में लोग अपनी बचत का पैसा जमा करते हैं, लेकिन इस पैसे को डाकघर के कर्मचारी ही निकालकर अपनी जेबें भर रहे हैं। ऐसा ही मामला खोड़ के डाकघर में सामने आया है, जहां बचत खातों और सुकन्या सम्रद्धि योजना के खातों में हितग्राहियों ने राशि जमा की, लेकिन उनकी राशि खातों में न तो जमा की गई और न ही उनकी किताबों पर ही एंट्री की है। राशि ही निकाल ली है। सुकन्या की किताबें भी कर्मचारियों ने हितग्राहियों को देने की बजाय खुद अपने पास रख ली है। अब यह पीड़ित अपने पैसे वापस लेने के लिए शिकायत कर दर दर की ठोकर खा रहे हैं।
आरपी श्रीवास्तव ने की थी मामले की लिखित शिकायत
खोड़ डाकघर में हुई गड़बड़ी की शिकायत आरपी श्रीवास्तव ने इसकी शिकायत भोपाल के अधिकारी आलोक शर्मा चीफ पोस्ट मास्टर जनरल भोपाल को शिकायत की थी कि खोड़ पोस्ट ऑफिस में चल रही गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके बाद इस मामले की जांच होनी थी, लेकिन आज तक दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध जांच तो हुई, लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत करीब 6 माह पहले की थी।
जांच हुई कर दी लीपा पोती
शिकायतकर्ता आरपी श्रीवास्तव का कहना है कि शिवपुरी डाकघर से मामले की जांच करने के लिए निरीक्षक अजय साहू को भेजा गया था। उसके बाद उन्होंने जांच भी की, लेकिन जांच में दोषी कर्मचारियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मामले की जांच को शिवपुरी डाकघर के सहायक अधीक्षक वासुदेव राठौर और गुना अधीक्षक इंद्रकुमार लिल्हारे के द्वारा जांच को लटकाए रखा हुआ है।
इनके खातों में हुई गड़बड़ी
खाताधारक सुदामा गैंडा का खाता डाकघर में हैं। उसके खाते से दो बार 5-5 हजार रुपए की निकासी 24-10-17 व 30-10-17 में निकाल गई, लेकिन खाता धारक के बयान लिए तो उसने बताया कि उसने किसी तरह की कोई राशि का आहरण खाते से नहीं किया है। पासबुक में इसकी एंट्री नहीं की गई है।
पूर्वी पुत्री प्रतिपाल सिंह का सुकन्या समृद्धि योजना का खाते है। उसके खाते में 54 हजार रुपए जमा हैं, लेकिन पूर्वी के खाते की किताब में महज 8 हजार रुपए ही जमा पाए गए, जबकि बाद में उसके खाते में दो बार 6-6 हजार और एक बार 10 हजार और एक बार 12 हजार रुपए जमा किए गए, जो कुल 34 हजार रुपए जमा किए गए, बाकी की रकम उसके खाते में जमा ही नहीं की गई।
नियुक्ति पुत्री मनीष गुप्ता का भी खोड़ डाकघर में सुकन्या समृद्धि योजना का खाता है। उसके खाते में 30 हजार रुपए जमा ही नहीं किए गए हैं। उसके खाते की पासबुक भी डाकघर के कर्मचारी अपने पास रखे हुए हैं। यह बयान उसके पिता ने जांच अधिकारी को दिए थे।
शाखा डाकपाल रविशंकर मिश्रा ने की गड़बड़ी
शाखा डाकपाल रविशंकर मिश्रा ने यह गड़बड़ी खोड़ शाखा के डाकघर में की है, जिसे लेकर अब एक पत्र भोपाल से अधिकारियों को भेजा गया है। इसके बाद डाकघर में हड़कंप की स्थिति है और किसी तरह से गबन की गई राशि को जमा कराने का क्रम शुरू हो गया है। शिकायतकर्ता आरपी श्रीवास्तव का कहना है कि दोषी कर्मचारी को डाकघर के अधिकारी बचाने में जुट गए हैं। इसमें उच्च स्तरीय जांच हो तो अन्य खातों में भी गड़बड़ी सामने आ सकती है।