नवरात्रि के नौ दिनों में माता के नौ स्वरूपों में की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इन नौ दिनों में मां दुर्गा के इन नौ स्वरूपों की पूजा करन…




बी.एल शाक्य, ब्यूरो चीफ
शिवपुरी सिख समाज द्वारा मनाया गया श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश उत्सव,साथ ही जानिये धन धन श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के बारे मेंशिवपुरी में बिराजेंगे पब्जी वाले गणपति जीबिजली भिभाग के लाइनमेन के साथ मारपीट,फिजिकल थाने पहुंचे नगरपालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल,पढ़िए पूरा मामला बारीकी सेनवरात्रि के नौ दिनों में माता के नौ स्वरूपों में की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इन नौ दिनों में मां दुर्गा के इन नौ स्वरूपों की पूजा करने से सर्वसिद्धि मिलती है और सभी मनोकामना पूर्ण होती है। इन नौ दिनों में माता अपने भक्तों को सुख-समृद्धि और शांति का वरदान देती है। देवी के सभी स्वरूपों के अलग-अलग मंत्र है, जिनसे देवी की आराधना की जाती है। नौ दिनों तक नौ देवियों को प्रसन्न करने के मंत्र इस प्रकार हैं।
देवी शैलपुत्रीवन्दे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम।वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशंस्विनिम।।
देवी शैलपुत्री की आराधना से समस्त सांसारिक कष्टों से छूटकरा मिलता है।देवी चंद्रघण्टापिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।प्रसादं तनुते महयं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।देवी चंद्रघण्टा की उपासना से इहलोक में समस्त सुखों की प्राप्ति के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।देवी कूष्माण्डासुरासम्पूर्णकलशं रूधिराप्लुतमेव च।दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तुमे।।देवी कूष्माण्डा की आराधना से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।देवी स्कन्दमातासिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।देवी स्कन्दमाता की उपासना से सभी प्रकार की सिद्धि मिलती है।देवी कात्यायनीचन्द्रहासोज्ज्वलकरा शाईलवरवाहना।कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।देवी कात्यायनी की पूजा से अलौकिक तेज की प्राप्ति होती है।देवी कालरात्रिएक वेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकणी तैलाभ्यक्तशरीरणी।।वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक भूषणा।वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयड्करी।।देवी कालरात्रि की पूजा से दुष्टों का नाश और कष्टों से छुटकारा मिलता है।देवी महागौरीश्वेते वृषे समरूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचिः।महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।देवी महागौरी की आराधना से सभी प्रकार के दुखों का नाश होता है।देवी सिद्धिदात्रीसिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।सेव्यामाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।देवी सिद्धिदात्री की उपासना से सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती है।इस तरह नवरात्रि के नौै दिनों में देवी के नौ स्वरूपों की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और देवी भक्तों को मनचाहा वरदान मिलता है।