भारत के राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया है इन एक तरफा परिणामों ने न केवल मतदाता के जागरूक होने का संकेत दिया है…
अलेख
महर्षि अरविन्द हैं आध्यात्मिक क्रांति के सशस्त हस्ताक्षर
देश के महान क्रांतिकारियों में से एक महर्षि अरविन्द देश की आध्यात्मिक क्रांति की के सशस्त हस्ताक्षर थे। वे एक क्रांतिकारी, योगी, समाज-सुधारक, विचारक एवं दार्शनिक थे। क्रांतिकारी इसलिए…
कॉप-28 जलवायु नियंत्रित करने के लिये कमर कसे
धरती की पर्यावरण चिंताओं पर विचार और समस्याओं के समाधान के लिए दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) में आयोजित हो रहा संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन-कॉप-28 बहुत महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्लोबल…
घरों में पुरुष पर होने वाली हिंसा की चिन्ता
नये बन रहे समाज एवं पारिवारिक माहौल में अब महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी हिंसा के शिकार हो रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण है पुणे में रहने वाले एक संभ्रांत…
सिलक्यारा की रोशनी से सबक लेने की जरूरत
ललित गर्ग- दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन, उम्मीद, सकारात्मकता और हौसले की ताकत ने मिलकर आखिर प्रकृति के साथ लड़ी 17 दिन की जंग में जिन्दगी को विजयी बना दिया।…
पुरुष किसी भी रूप में हो पिता ,भाई,पति,प्रेमी,मित्र या पुत्र एक बात सभी में समान होती है
पुरुष किसी भी रूप में हो पिता ,भाई,पति,प्रेमी,मित्र या पुत्र एक बात सभी में समान होती है और वो ये कि वो अपने साथ रह रही महिला को हमेशा…
लोकतंत्र में बढ़ती बेरोजगारी क्योकि बेरोजगारी की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है
हमारे राजनेता बेरोजगारों पर ध्यान देना नही चाहते । बेरोजगारी का मुख्य कारण शासन का बेरोजगारों को रोजगार न देना है आज सबाल उठता है की भारत सरकार हमारे सभी…
डीपफेक पर नियंत्रण के लिये सरकार की सख्ती जरूरी
डीपफेक व्यक्तिगत जीवन से आगे बढ़ कर अब राजनीतिक एवं वैश्विक सन्दर्भों के लिये एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। इक्कीसवीं सदी में कृत्रिम बौद्धिकता (आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस या एआई)…
क्या पुरुष भी घरेलू हिंसा के शिकार हैं?
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस माता-पिता के अलगाव, पत्नी की उपेक्षा, दुर्व्यवहार, बेघर होना, रोजगार, आत्महत्या और हिंसा सहित पुरुषों द्वारा सामना किए जाने वाले कई मुद्दों के लिए एक वैश्विक…
प्यार और इंसानियत रूपी दीयों की कतारे लगायें
दीपावली एक लौकिक पर्व है। यह आत्मज्योति जगाने एवं भीतर की दुनिया को उज्ज्वल बनाने का पर्व है, इसलिये दीपों की कतारे लगाकर केवल बाहरी अंधकार को ही नहीं, बल्कि…
दयालुता मानवीय जीवन का सौन्दर्य है
आज दुनिया में प्रेम, करुणा, दया एवं उदारता रूपी संवदेनाओं का स्रोत सूखता जा रहा है। इनमें दया एवं दयालुता ही ऐसा मानवीय मूल्य है जिस पर मानव की मुस्कान…
खुदकुशी का बढ़ता दायरा एवं विकृत होती संवेदनाएं
सभ्य समाज में आत्महत्या या छोटी-छोटी बातों पर हत्या कर देने की घटनाओं का बढ़ना गहन चिन्ता का विषय है। आत्महत्या एवं हत्या की खबरें तथाकथित समाज विकास की विडम्बनापूर्ण…
फोन ‘हैक’ की राजनीति: आक्रामकता की बजाय संयम जरूरी
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लगातार आक्रामक होने के मध्य में देश के कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं के आईफोन पर निगरानी किये जाने का मामला एक नया राजनीतिक विवाद…
क्या लोकतंत्र के हित में है नौकरशाहों का चुनाव लड़ना?
पांच राज्यों के विधानसभा एवं अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अनेक प्रशासनिक अधिकारी राजनीति में आने के लिये अपने पदों से इस्तिफा दे रहे हैं। इन…
इंडिया महागठबंधन की बड़ी बाधा न बन जाये ‘आप’
आज की राजनीति सत्ताकांक्षी अधिक है, जबकि उसका मूल लक्ष्य राष्ट्र-निर्माण एवं राष्ट्र उन्नति कहीं गुम हो गया है। हर राजनैतिक दल राष्ट्रहित नहीं, अपने स्वार्थ की सोच रहा है।…
बिखरने की विवशता भोगती विपक्षी एकता
जब-जब विपक्षी दलों की एकता की बात जितनी तीव्रता से हुई, तब-तब वह अधिक बिखरी। विपक्षी दलों की पटना की बैठक से लेकर बैंगलोर बैठक के बीच काफी कुछ बदल…