वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग की पहल कर भोपाल ने दिया देश को संदेश मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने किया 21 मेगावाट के सौर ऊर्जा एवं 15 मेगावाट के पवन ऊर्जा संयंत्रों का वच्र्युअल शुभारंभ, भोपाल को सबसे स्वच्छ शहर और ऊर्जाधानी बनाने का किया आव्हान

नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग, महापौर श्रीमती मालती राय, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी की उपस्थिति में निगम आयुक्त श्री के.वी.एस.चैधरी व टेक्नोसिस
एवं नदी जल के अधिकारियों ने किये अनुबंध पर हस्ताक्षर
भोपाल,
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने नगर निगम भोपाल की महत्वकांक्षी सौर एवं पवन ऊर्जा परियोजनाओं का वच्र्युअली किया शुभारंभ। मुख्यमंत्री श्री चैहान सहित नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, महापौर श्रीमती मालती राय, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी की उपस्थिति में उक्त परियोजनाओं के संबंध में अनुबंध भी निष्पादित किए गए। निगम की ओर से आयुक्त श्री के.वी.एस.चैधरी एवं सौर ऊर्जा परियोजना के लिए टेक्नोसिस के श्री नीरज कुशवाहा व पवन ऊर्जा के लिए नदी जल के श्री प्रताप रेड््डी ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने भोपाल स्वैच्छिक स्थानीय समीक्षा विवरण (टण्स्ण्त्) का विमोचन किया। इस मौके पर भोपाल नगर निगम द्वारा तैयार लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम में भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री कृष्ण मोहन सोनी, नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री भरत यादव, जिला कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा के अलावा महापौर परिषद के सदस्यगण, पार्षदगण, विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, व्यवसायिक व अन्य संगठनों के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
स्थानीय कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में सोमवार सांय आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा है कि पर्यावरण और वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग के क्षेत्र में नगर निगम भोपाल ने देश को संदेश दिया है। भोपाल को एक आदर्श शहर और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर अत्यंत सुंदर शहर बताते हुए मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि मैं चाहता हूॅ कि भोपाल स्वच्छता में नंबर 01 बने और भोपालवासी अपने शहर को स्वच्छता में नबर 01 बनाने के चैलेंज को स्वीकार करें साथ ही राजधानी भोपाल को ऊर्जाधानी बनाकर सोलर सिटी के रूप में विकसित भी करें। इसके लिए नगर निगम शुरूआत करे और नागरिकों के साथ संवाद कर उन्हें सौलर पैनल से घरों को रोशन करने हेतु प्रेरित करे। श्री चैहान ने नगर निगम भोपाल व नगरीय प्रशासन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि भोपाल नगर निगम द्वारा 02 परियोजनाओं की स्थापना अपने आप में अनुकरणीय व अद्भुत है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के उपयोग का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में रीवा में सौर ऊर्जा आधारित परियोजना प्रारंभ की गई। आज जीवाष्म ईधन के उपयोग को कम करने की आवश्यकता है। मध्यप्रदेश ने इस दिशा में काफी पहल की है। रीवा की सौर ऊर्जा की परियोजना के बाद नीमच,शाजापुर और अन्य स्थानों पर भी परियोजनाएँ प्रारंभ की गई। अब ओंकारेश्वर में बाँध की सतह पर सोलर में पैनल बिछाने की तैयारी है। ग्लोबलवार्मिंग और क्लाइमेट चेंज के खतरों को पहचानते हुए धरती को रहने योग्य बनाना है। हमें प्रकृति का दोहन करना है शोषण नहीं करना है। गत एक माह से वर्षा, ओला वृष्टि की स्थिति बनी हुई है। अनेक स्थानों पर बाढ़ और सूखे की स्थिति देखने को मिलती है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि भोपाल स्वच्छतम राजधानी है। यह देश के स्वच्छतम नगर के रूप में भी पहचान बना सकता है। इसके लिए भी संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। श्री चैहान ने प्रदेश की विकास दर, प्रति व्यक्ति आय, कृषि क्षेत्र और देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश के योगदान संबंध में बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश न बीमारू रहेगा और न गरीब रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में नर्मदा, विन्ध्य, बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ ही अटल एक्सप्रेस-वे के कार्य हो रहे हैं। चंबल क्षेत्र जो दस्यु समस्या के लिए कुख्यात था अब चंबल सफारी के नाम से जाना जाएगा। पर्यटन का विकास हो रहा है। करीब 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन सरकार द्वारा भोपाल में नर्मदा जल लाने को असंभव माना था। आज भोपाल ही नहीं मालवा अंचल के अनेक नगर नर्मदा जल से लाभान्वित हो रहे हैं।

इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवासी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि भोपाल नगर निगम को बहुत बड़ी सौगात मुख्यमंत्री श्री चैहान जी के माध्यम से मिल रही है। यह भोपाल के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसके माध्यम से 25 वर्षों तक नगर निगम भोपाल को 3.40 पैसे की दर पर विद्युत प्रदाय होगा और वर्तमान में 14 करोड रुपये की सालाना बचत होगी और आने वाले वर्षों में यह कई गुना बढ़ जाएगी। श्री सिंह ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री जी अनुमति देंगे तो हम प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में इस प्रकार के संयंत्र स्थापित करेंगे जिससे हमारे प्रदेश को फायदा होंगा और नगरीय निकाय सक्षम होंगे। श्री सिंह ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में हमने देश में सबसे ज्यादा विकास दर प्राप्त की है और अन्य क्षेत्रों में भी हमारा प्रदेश अग्रणी है। श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने नगरों के विकास के लिए प्रत्येक नगर निगम का विकास कर वीजन तैयार किया और स्वयं नगरों मंे जाकर स्वयं उसके विकास की योजनाओं को देखा और वह नगरों के विकास पर नजर रख रहे है जिसके कारण ही हमारे नगरों का समुचित व समन्वित विकास संभव हुआ है।


कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वह वर्तमान के साथ ही आने वाली पीढ़ि को सुरक्षित रखने हेतु भी कार्य करना पडेगा। श्री सारंग ने कहा कि पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण पर महत्वपूर्ण ढंग से विचार हो रहा है और हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इस देश में वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा काम किया है और समूचे विश्व में इस बात को स्थापित किया है भारत यदि अपनी संस्कृति को लेकर दुनिया का नेतृृत्व करता है और दुनिया का सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र के रूप में दुनिया का नेतृत्व करता है तो आगे आने वाले भविष्य में ऊर्जा के संरक्षण में भी दुनिया का नेतृृत्व करेगा। श्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को हमारे प्रदेश के मुख्यिा श्री शिवराज सिंह चैहान पूरी तरह से निष्पादित करने का कार्य कर रहे है। मंत्री श्री विश्वास सारंग ने भोपाल नगर निगम द्वारा स्थापित की जा रही सौर एवं पवन ऊर्जा के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान सहित नगर निगम की महापौर श्रीमती मालती राय व उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि जिन 02 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है उनसे निगम की आर्थिक स्थिति तो ठीक होगी उससे भी महत्वपूर्ण यह है कि पर्यावरण संरक्षण होगा और आने वाली पीढ़ियों को लाभ मिलेगा। श्री सारंग ने कहा कि आज मध्यप्रदेश में जो शहरों का विकास हुआ है वह मुख्यमंत्री श्री चैहान जी की मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास के बजट प्रावधान के कारण हुआ है और नगरीय विकास के मामले में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में है।


नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि नगरीय निकायों को और अधिक सशक्त बनाने व नागरिकों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। भोपाल नगर निगम द्वारा पवन ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा संयंत्रों से विद्युत प्राप्त करने से बड़ी बचत होगी जिससे शहर के विकास एवं जनसुविधा के और अधिक ज्यादा कार्य कराए जा सकेंगे।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती मालती राय ने कहा कि देश की और भोपाल शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है और आबादी के लिहाज से ही विद्युत की मांग भी बढ़ी है। जहां तक भोपाल का सवाल है तो नगर निगम, भोपाल द्वारा भोपाल की जनता को रोजाना पानी देना किसी चुनौती से कम नहीं है और इस पर ही सबसे ज्यादा बिजली खर्च होती है और प्रतिमाह 12 करोड़ रुपये सिर्फ बिजली पर ही खर्च होते है। महापौर श्रीमती राय ने निगम की बिजली के खर्चों में कमी लाने के दृष्टिगत हम दो महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट लाए है। हालांकि इन प्रोजेक्ट में हमने लाभ-हानि, विपक्ष के विरोध एवं भविष्य में होने वाले फायदों के साथ ही निगम पर पडने वाले वित्तीय भार पर आकलन किया और इन दोनों प्रोजेक्टों को मूर्तरूप देने का कार्य किया जा रहा है।
महापौर श्रीमती राय ने ऊर्जा परियोजनाओं हेतु मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग सहित सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निगम का हमारा पहला प्रोजेक्ट 21 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा का है और दूसरा 15 मेगावाट पवन ऊर्जा का संयंत्र है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा नीमच जिले के रामपुरा में सौर ऊर्जा संयंत्र हेतु 71.28 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर दी गई है और हमारा लक्ष्य है कि यह दोनों परियोजनाएं आगामी 16 माह में कार्य प्रारंभ कर दें। महापौर श्रीमती राय ने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजना पर कुल लागत 76 करोड़ रुपये है जिसमें से नगर निगम, भोपाल द्वारा केवल 28 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा शेष 48 करोड़ रुपये की राशि निजी भागीदारी द्वारा निवेश की जाएगी और इस परियोजना से प्रतिवर्ष 3.67 करोड़ यूनिट विद्युत प्रतिवर्ष उत्पादित होगी और 25 वर्षों तक 3.47 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी जिससे नगर निगम भोपाल को 2.20 प्रति यूनिट बजत संभावित है और प्रतिवर्ष लगभग 8.07 करोड़ रुपये की बचत होगी।
महापौर श्रीमती राय ने कहा कि विद्युत की बचत की दिशा में हमारी दूसरी परियोजना 15 मेगावाट पवन ऊर्जा की है जिस पर 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसमें नगर निगम भोपाल द्वारा केवल 30 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा बाकी 70 करोड़ रुपये निजी जनभागीदारी के माध्यम से निवेश की जावेगी। इस संयंत्र से प्रतिवर्ष 3.30 करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादित की जाएगी और 25 वर्षों तक 4.24 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली आपूर्ति की जाएगी और निगम को इसमें 1.80 पैसे प्रति यूनिट की बचत संभावित है। महापौर श्रीमती राय ने कहा कि इन परियोजनाओं से लगभग 14 करोड़ रुपये की सालाना बचत होगी जो नगर निगम द्वारा शहर के विकास कार्यों में व्यय की जाएगी। महापौर श्रीमती राय ने कहा कि नगर निगम भोपाल अपने सभी कार्यालयों, पम्प हाउसों आदि में भी रूफ टाॅप पाॅवर प्लांट स्थापित कर रहा है। महापौर श्रीमती राय ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि देश में किसी भी नगरीय निकाय द्वारा लगाई जाने वाली यह अपने आप में पहली ग्रिड संयोजित ओपन एक्सेस परियोजनाएं है और मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाली पहली हाईब्रिड परियोजना जिसमें सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा का एक साथ उपयोग होगा। महापौर श्रीमती राय ने इस अवसर पर शहरवासियों से भोपाल को स्वच्छता में नंबर 01 बनाने हेतु सक्रिय रूप से सहयोग करने का आव्हान भी किया।
इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कन्या पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को सम्मान स्वरूप राजा भोज की प्रतिमा के स्मृृति चिन्ह भेंट किए गए तथा निगम आयुक्त श्री के.वी.एस.चैधरी ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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