उज्जैन. सूखा-गीला कचरा अलग-अलग नहीं करने और इसको लेकर नगर निगम की डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट टीम के कर्मचारी से मारपीट करना, शास्त्रीनगर के एक रहवासी को मंगलवार को भारी पड़ गया है। भवन निरीक्षक की शिकायत पर रहवासी के खिलाफ पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण तो दर्ज किया ही है। साथ ही मकान में अवैध निर्माण करने को लेकर रहवासी को हाथोंहाथ नोटिस भी थमा दिया है।
गीला व सूखा कचरा पृथकीकरण को लेकर अब विवाद की स्थिति बनने लगी है। मंगलवार को वार्ड-४६ शास्त्रीनगर गली नंबर-८ में कचरा कलेक्शन के लिए निगम का कचरा वाहन पहुंचा था। यहां रहवासी कृष्णकुमार राठौर के घर से मिक्स कचरा दिया गया। इसे वाहन के साथ चल रहे कर्मचारियों ने लेने से इनकार कर दिया। कर्मचारियों का तर्क था कि अधिकारियों के निर्देशानुसार सूखा व गीला कचरा अलग-अलग होने पर ही लिया जाएगा। राठौर ने कचरा उठवाने के लिए निगम को शुल्क चुकाने और कचरे का पृथकीकरण का जिम्मा कर्मचारियों का होने का कहकर विवाद शुरू कर दिया। कृष्णकुमार व उसके बेटे ने निगम से अनुबंधित कंपनी डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट के कर्मचारी ईश्वर पटेल के साथ मारपीट की।
निगम भवन निरीक्षक व स्वच्छता मिशन में वार्ड की नोडल अधिकारी मीनाक्षी शर्मा मामले को लेकर मौके पर पहुंची तो राठौर ने उनके साथ ही अभद्रता की। शर्मा की शिकायत पर नीलगंगा पुलिस ने कृष्णकुमार और उसके बेटे के खिलाफ धारा ३५३, ३२३ व ३४ के तहत प्रकरण दर्ज किया है।