Wednesday | November 20,2024
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1 मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में स्थित रीवा एयरपोर्ट को डीजीसीए का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। इससे प्रदेश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.... 2 मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में स्थित रीवा एयरपोर्ट को डीजीसीए का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। इससे प्रदेश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी....
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विकसित मध्यप्रदेश की ओर एक और कदम : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत श्रीअन्न एवं फल किये दान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पेरिस पैरालंपिक-2024 में भारतीय खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रर्दशन पर दी बधाई

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गांधी जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित

गांधी जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित

अकोदिया मंडी। नगर के ब्राइट स्टार हायर सेकेंडरी स्कूल में गांधी जयंती के उपलक्ष में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया मुख्य अतिथि आर के गोड थाना प्रभारी अकोदिया श्री खुशाल सिंह ए एस आई रवि जी रघुवंशी विशेष अतिथि के रूप में समंदर सिंह चौहान भंवर जी प्रजापति, पत्रकार कमल प्रजापति एवं विद्यालय संचालक नरेंद्र जी मेहता रहे अतिथियों ने मां सरस्वती की पूजन करके कार्यक्रम प्रारंभ किया मेहता जी द्वारा स्वच्छता की जानकारी दी गई थाना प्रभारी ने बच्चों को सुरक्षा हेतु अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी एवं समंदर सिंह चौहान द्वारा नगर को स्वच्छ रखने एवं पॉलीथिन उपयोग न करने की बात कही विद्यालय के बच्चों के द्वारा भी स्वच्छता अभियान पर प्रस्तुतियां दी गई एवं बच्चों द्वारा सुंदर व आकर्षक रंगोली ड्राइंग व पेंटिंग बनाई गई कुछ बच्चों ने प्रोजेक्ट भी बनाएं कार्यक्रम के दौरान बच्चों की प्रदर्शनी का अवलोकन समस्त अतिथियों के द्वारा किया गया एवं उनकी सराहना की गई इस अवसर पर ब्राइट स्टार स्कूल के उप प्राचार्य नेनिस मेहता एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शिक्षक सतीश राठौर ने किया एवं आभार अंकुर शर्मा ने माना।

श्री कृष्ण गौशाला समसवाड़ा गोपाष्टमी के पावन पर्व पर किया गया हवन पूजन का आयोजन*

श्री कृष्ण गौशाला समसवाड़ा गोपाष्टमी के पावन पर्व पर किया गया हवन पूजन का आयोजन*

बिछुआ न्यूज:- बिछुआ विधानसभा चौरई विकासखंड अंतर्गत ग्राम समसवाड़ा स्थित श्री कृष्ण गौशाला मैं आज गोपाष्टमी के पावन पर गौशाला संचालक के द्वारा गौ माता की पूजा पाठ कर यज्ञ हवन आहुति का आयोजन किया गया इस आयोजन में साईं प्रसाद स्व सहायता समूह के सदस्यों के द्वारा विधि विधान के साथ गौ माता की पूजा एवं हवन आहुति का कार्यक्रम किया गया जिसमें मध्य प्रदेश मीडिया संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गया प्रसाद सोनी, चौरई मीडिया संगठन अध्यक्ष अजीत पांडे ,वरिष्ठ पत्रकार गजानन सोनी, राजेश उईके ,सुरेंद्र सोनी एवं पशु चिकित्सक डॉ आर एस सिंह समसवाड़ा क्षेत्रीय पशु चिकित्सक एवं क्षेत्र के समाजसेवी गौ प्रेमी लोग उपस्थित रहे। *मध्य प्रदेश मीडिया संगठन श्री कृष्ण गौशाला किस संचालन करता को किया सम्मानित* चौरई विकासखंड की श्री कृष्ण गौशाला सबसे शानदार गौशाला सभी प्रकार के कार्य साफ सफाई पानी की व्यवस्था भूसा एवं नेपियर घास आदि व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से अपडेट पाई गई साईं प्रसाद महिला स्व सहायता समूह के द्वारा श्री कृष्ण गौशाला समसवाड़ा का संचालन किया जा रहा है समूह का कार्य सराहनीय पाया गया जिसके चलते मध्य प्रदेश मीडिया संगठन के द्वारा श्री कृष्ण गौशाला समसवाड़ा के संचालन करता को सम्मानित किया गया

भाई-बहन के जीवन में सुरक्षा एवं सुख की कामना का पर्व

भाई-बहन के जीवन में सुरक्षा एवं सुख की कामना का पर्व

-ललित गर्ग - भ्रातृ द्वितीया (भाई दूज) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। यह दीपावली के दो दिन बाद आने वाला ऐसा पर्व है, जो भाई के प्रति बहन के स्नेह को अभिव्यक्त करता है एवं बहनें अपने भाई की खुशहाली के लिए कामना करती हैं। जिस तिथि को यमुना ने यम को अपने घर भोजन कराया था, उस तिथि के दिन जो भाई अपनी बहन के हाथ का उत्तम भोजन करता है उसे उत्तम भोजन समेत धन, सुख एवं खुशहाल जीवन की प्राप्ति भी होती रहती है। यह पर्व भाई-बहन के स्नेह, प्रेम, आत्मीयता का द्योतक है। कोई बहन नहीं चाहती कि उसका भाई दीन-हीन एवं तुच्छ हो, सामान्य जीवन जीने वाला हो, ज्ञानरहित, प्रभावरहित हो। इस दिन भाई को अपने घर पाकर बहन अत्यन्त प्रसन्न होती है अथवा किसी कारण से भाई नहीं आ पाता तो स्वयं उसके घर चली जाती है। भाई दूज हिन्दू समाज में भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का प्रतीक पर्व है, बहन के द्वारा भाई की रक्षा के लिये मनाये जाने वाले इस पर्व को हिन्दू समुदाय के सभी वर्ग के लोग हर्ष उल्लास से मनाते हैं। इस पर्व पर जहां बहनें अपने भाई को टीका लगाकर उनके जीवन रक्षा, दीर्घायु व सुख समृद्धि की कामना करती हैं तो वहीं भाई भी सगुन के रूप में अपनी बहन को उपहार स्वरूप कुछ भेंट देने से नहीं चूकते। हिन्दू धर्म एवं परम्परा में पारिवारिक सुदृढ़ता, सांस्कृतिक मूल्य एवं आपसी सौहार्द के लिये त्यौहारों का विशेष महत्व है। इन्हीं त्यौहारों में भाई-बहन के आत्मीय रिश्ते को दर्शाता यह एक अनूठा त्यौहार है। भैया दूज यानी भाई-बहन के प्यार का पर्व। एक ऐसा पर्व जो घर-घर मानवीय रिश्तों में नवीन ऊर्जा का संचार करता है। बहनों में उमंग और उत्साह को संचरित करता है, वे अपने प्यारे भाइयों के टीका लगाने को आतुर होती हैं। बेहद शालीन और सात्विक यह पर्व सदियों पुराना है। इस पर्व से भाई-बहन ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवीय संवेदनाओं का गहरा नाता रहा है। भाई और बहन के रिश्ते को यह फौलाद-सी मजबूती देने वाला है। आदर्शों की ऊंची मीनार है। सांस्कृतिक परंपराओं की अद्वितीय कड़ी है। रीति-रिवाजों का अति सम्मान है। इस त्यौहार को मनाने के पीछे की ऐतिहासिक कथा भी निराली है। पौराणिक आख्यान के अनुसार भगवान सूर्य नारायण की पत्नी का नाम छाया था। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। यमुना ने अपने भाई यमराज को आमंत्रित किया कि वह उसके घर आकर भोजन ग्रहण करें, किन्तु व्यस्तता के कारण यमराज उनका आग्रह टाल जाते थे। यमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसकी इच्छा को पूरा करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजन करके व्यंजन परोसकर उत्तम भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर दिया कि जो भी इस दिन यमुना में स्नान करके बहन के घर जाकर श्रद्धापूर्वक उसका सत्कार ग्रहण करेगा उसे व उसकी बहन को यम का भय नहीं होगा। तभी से लोक में यह पर्व यम द्वितीया के नाम से प्रसिद्ध हो गया। भाइयों को बहनों टीका लगाती है, इस कारण इसे भातृ द्वितीया या भाई दूज भी कहते हैं। इस पूजा में भाई की हथेली पर बहनें चावल का घोल लगाती हैं। उसके ऊपर सिन्दूर लगाकर कद्दू के फूल, पान, सुपारी मुद्रा आदि हाथों पर रखकर धीरे-धीरे पानी हाथों पर छोड़ते हुए मंत्र बोलती हैं कि ‘गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजा कृष्ण को, गंगा यमुना नीर बहे, मेरे भाई की आयु बढ़े’। एक और मंत्र है- ‘सांप काटे, बाघ काटे, बिच्छू काटे जो काटे सो आज काटे’ इस तरह के मंत्र इसलिए कहे जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि आज के दिन अगर भयंकर पशु भी काट ले तो यमराज भाई के प्राण नहीं ले जाएंगे। कहीं-कहीं इस दिन बहनें भाई के सिर पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती हैं और फिर हथेली में कलावा बांधती हैं। भाई का मुंह मीठा करने के लिए उन्हें माखन मिस्री खिलाती हैं। संध्या के समय बहनें यमराज के नाम से चौमुख दीया जलाकर घर के बाहर रखती हैं। इस दिन एक विशेष समुदाय की औरतें अपने आराध्य देव चित्रगुप्त की पूजा करती है। स्वर्ग में धर्मराज का लेखा-जोखा रखने वाले चित्रगुप्त का पूजन सामूहिक रूप से तस्वीरों अथवा मूर्तियों के माध्यम किया जाता हैं। वे इस दिन कारोबारी बहीखातों की पूजा भी करते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि यदि बहन अपने हाथ से भाई को भोजन कराये तो भाई की उम्र बढ़ती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। इस दिन बहनें भाइयों को चावल खिलाती है। यदि कोई बहन न हो तो गाय, नदी आदि स्त्रीत्व का ध्यान करके अथवा उसके समीप बैठ कर भोजन कर लेना भी शुभ माना जाता है। भैया दूज भारत में कई जगह अलग-अलग नामों के साथ मनाई जाती है। बिहार में भिन्न रूप में मनाया जाता है, जहां बहनें भाईयों को खूब कोसती हैं फिर अपनी जबान पर कांटा चुभाती हैं और क्षमा मांगती हैं। भाई अपनी बहन को आशीष देते हैं और उनके मंगल के लिए प्रार्थना करते हैं। गुजरात में यह भाई बीज के रूप में तिलक और आरती की पारंपरिक रस्म के साथ मनाया जाता है। महाराष्ट्र और गोवा के मराठी भाषी समुदाय के लोग भी इसे भाई बीज के तौर पर मनाते हैं। यहां बहने फर्श पर एक चौकोर आकार बनाती हैं, जिसमें भाई करीथ नाम का कड़वा फल खाने के बाद बैठता है। भैया दूज के बहाने स्वजनों और भाइयों से भंेट की भावना छिपी होती थी। सभी शादीशुदा लड़कियां अपने ससुराल में भाई को बुलाती है और खूब सत्कार करती है। भैया दूज के बारे में प्रचलित कथाएं सोचने पर विवश कर देती हैं कि कितने महान उसूलों और मानवीय संवेदनाओं वाले थे वे लोग, जिनकी देखादेखी एक संपूर्ण परंपरा ने जन्म ले लिया और आज तक बदस्तूर जारी है। आज परंपरा भले ही चली आ रही है लेकिन उसमें भावना और प्यार की वह गहराई नहीं दिखायी देती। अब उसमें प्रदर्शन का घुन लग गया है। पर्व को सादगी से मनाने की बजाय बहनें अपनी सज-धज की चिंता और तिलक के बहाने कुछ मिलने के लालच में ज्यादा लगी रहती हैं। भाई भी उसकी रक्षा और संकट हरने की प्रतिज्ञा लेने की बजाय जेब हल्की कर इतिश्री समझ लेता है। अब भैया दूज में भाई-बहन के प्यार का वह ज्वार नहीं दिखायी देता जो शायद कभी रहा होगा। इसलिए आज बहुत जरूरत है दायित्वों से बंधे भैया दूज पर्व का सम्मान करने की। क्योंकि भैया दूज महज तिलक लगाने एवं उपहार देने की परंपरा नहीं है। लेन-देन की परंपरा में प्यार का कोई मूल्य भी नहीं है। बल्कि जहां लेन-देन की परंपरा होती है वहां प्यार तो टिक ही नहीं सकता। ये कथाएं बताती हैं कि पहले खतरों के बीच फंसे भाई की पुकार बहन तक पहुंचती तो बहन हर तरह से भाई की सुरक्षा के लिये तत्पर हो जाती। आज घर-घर में ही नहीं बल्कि सीमा पर भाई अपनी जान को खतरे में डालकर देश की रक्षा कर रहे हैं, उन भाइयों की सलामती के लिये बहनों को प्रार्थना करनी चाहिए तभी भैया दूज का यह पर्व सार्थक बन पड़ेगा और भाई-बहन का प्यार शाश्वत एवं व्यापक बन पायेगा। प्रेषकः (ललित गर्ग)

केदार क्षेत्र के शंकराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ में कल गोपाष्टमी दिनाङ्क 9 नवम्बर 2024 ई. को मध्याह्न 12  बजे परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती 1008 जी महाराज की पत्रकारवार्ता आहूत की गई है।

केदार क्षेत्र के शंकराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ में कल गोपाष्टमी दिनाङ्क 9 नवम्बर 2024 ई. को मध्याह्न 12 बजे परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती 1008 जी महाराज की पत्रकारवार्ता आहूत की गई है।

दैनिक दिव्य गौरव नरसिंहपुर गोविन्द दुबे।। इस दौरान पूज्यपाद महाराजश्री सभी प्रदेशों में गौप्रतिनिधियों को गौध्वज स्थापना हेतु रवाना करेंगे। समस्त सम्मानित पत्रकारबन्धुओं से सादर अनुरोध है कि उक्त पत्रकार वार्ता में कृपया समय से पधारें। प्रेषक संजय पाण्डेय-मीडिया प्रभारी। परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज

महिदपुर नगर में 100 वे मंगलवार पर श्री हनुमान चालीसा पाठ असाड़ी गली में संपन्न हुआ

महिदपुर नगर में 100 वे मंगलवार पर श्री हनुमान चालीसा पाठ असाड़ी गली में संपन्न हुआ

उज्जैन महिदपुर दैनिक दिव्य गौरव(राज कछवाय) महिदपुर जन जागरण एवं सामाजिक समरसता ,सनातनी संस्कृति के प्रचार प्रसार हेतु विगत वर्षों से प्रति मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जागरण टोली के माध्यम से संचालित श्री हनुमान चालीसा का पाठ नगर में मंगलवार को परिवारो के घर पर आयोजित किया जाता है, इसी तारतम्य में 100 वा भव्य संगीत मय श्री हनुमान चालीसा का पाठ लाभार्थी राठी परिवार के घर पर आषाढी गली में संपन्न हुआ ,इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवक संघ के माननीय जिला संघ चालक श्री हाकम सिंह डोडिया द्वारा हनुमान चालीसा के विषय के बारे में बताया की शुरुआत में शाखा टोली के माध्यम से प्रति मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ करने के विषय में चर्चा हुई, प्रारंभ में इसका स्वरूप बहुत छोटा था, लेकिन वर्तमान सभी समाज जनो के सहयोग से इसका स्वरूप व्यापक हो गया क्योंकि यह पाठ निशुल्क 1 घंटे की समय सीमा आयोजित किया जाता है पाठ परिवार के घर पर आयोजित होने के कारण समाज के लोग जुड़ गए ,अब यह पाठ समाज के लोगों के माध्यम से संचालित हो रहा है इसके पश्चात हनुमान चालीसा पाठ में 1 से लेकर 100 पाठ तक सक्रिय भूमिका निभाने वाले सदस्यों को सम्मानित किया गया इसमें मुख्य रूप से प्रकाश शर्मा, नारायण राव दीपक आंजना अनुराग ठक्कर ,चेतन पाठक ,वीरेंद्र सोनी भादर सिंह आदि लोगों का सम्मान किया गया कार्यक्रम में नगर के गणमान्य लोग के अलावा संगठन के पदाधिकारी डॉ रामप्रसाद पांडे ,भगवान सिंह पवार ,आशीष राठी ,विमल पाठक एवं नगर कार्यकारिणी की टोली एवं सैकड़ों को संख्या में धर्म प्रेमी लोग उपस्थिति रहे ,कार्यक्रम का संचालन अवनीश जी पंड्या एवं आभार आशीष जी राठी द्वारा व्यक्त किया गया

ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान द्वारा सरस आजीविका मेले का गुरूग्राम में 13 अक्टूबर से 29 अक्टूबर 2024 तक आयोजन

ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान द्वारा सरस आजीविका मेले का गुरूग्राम में 13 अक्टूबर से 29 अक्टूबर 2024 तक आयोजन

ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान द्वारा 13 अक्टूबर से 29 अक्टूबर 2024 तक गुरूग्राम के सेक्टर 29 के लेजर वैली ग्राउंड में लगातार तृतीय/तीसरे वर्ष सरस आजीविका मेला आयोजित किया जा रहा है। सरस मेले में क़रीब 30 राज्यों की 900 से ज़्यादा ग्रामीण महिला हस्तशिल्पी भाग ले रही हैं। मेले में विभिन्न राज्यों के उत्पाद जैसे . तसर की साड़ियाँ, बाघ प्रिंट, गुजरात की पटोला साड़ियाँ, पश्चिम बंगाल की काथा की साड़ियाँ, राजस्थानी प्रिंट, मध्य प्रदेश की चंदेरी साड़ियाँ। हिमाचल-उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश के वूडन उत्पाद, जम्मू कश्मीर के ड्राई फ़्रूट व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद प्रदर्शित होंगे। इस बार मेले में महिला स्वयं सहायता समूहों के क्षमता निर्माण हेतू विशेषकर लर्निंग पैवेलियन एवं नॉलेज शेयरिंग पैवेलियन भी बनाये जायेंगे, जिनके माध्यम से समूह की दीदियों को भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों (ग्रामीण विकास मंत्रालय के विभिन्न विभाग, कृषि और किसान कल्यानण मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, ग्रामीण विकास, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय इत्यादि) द्वारा उनकी योजनाओं के अन्तर्गत समूह की दीदियों को जोड़ने एवं जीविकोपार्जन के विभिन्न साधनों की जानकारी के विषय में अवगत कराया जायेगा एवं उनके कौशल विकास हेतू विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त, गुरूग्राम सरस मेले में सरस फ़ूड कोर्ट भी लगाया जायेगा जिसमें क़रीब 25 राज्यों के 50 लाईव फ़ूड स्टाल लगाये जायेंगे। राजस्थानी कैर सांगरी-गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, बिहार की लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी सहित पूरे भारत के पकवान भी होंगे। मेले में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे तथा बच्चों के खेलकूद व मनोरंजन के लिए किड्स जोन की व्यवस्था भी की गई है। मेले में दिल्ली-गुरूग्राम सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लाखों दर्शक व ग्राहक भाग लेंगे। दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। पारदर्शिता को देखते हुए इस सरस आजीविका मेले में स्वयं सहायता समूहों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन /नोमिनेशन की व्यवस्था की गई है। मेले में झारखण्‍ड एवं उत्तर प्रदेश राज्यों से बी. सी. सखी एवं पत्रकार दीदियों की भी भागीदारी रहेगी। इस बार गुरूग्राम सरस मेले में नॉर्थ-ईस्ट पैवेलियन भी स्थापित किया गया है ताकि उत्तर-पूर्वी राज्यों को प्राथमिकता दी जा सके तथा हर राज्य को प्राथमिकता देने हेतू उनके लिए राज्यवार पैवेलियन बनाये जायेंगे। मेले में स्वास्थ्य सेवा हेतू मेडिकल हेल्प डेस्क एवं एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध रहेगी, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने हेतू एवं मेले को सफल बनाने के लिए गुरूग्राम जिला प्रशासन एवं हरियाणा राज्य आजीविका मिशन का भी योगदान लिया जा रहा है। ग्रामीण विकास मंत्रालय (भारत सरकार) और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहयोग से पिछले 26 वर्षों से सरस मेलों का आयोजन कर रहे हैं। इससे लाखों ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के साधन मुहैया हुए हैं व लाखों महिलाओं ने विपणन के हुनर सीखे हैं। ग्रामीण विकास मंत्रालय, दीन दयाल अंत्योदय योजना -राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के अन्तर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहयोग से ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पा्द बेचने के लिए सरस मेलों के माध्यम से मार्केटिंग का प्लेटफार्म उपलब्ध करवा रहा है। सरस मेलों के माध्यम से ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों को शहरी ग्राहकों से सीधे संवाद करने व बाजार की रूचि जानने व उसी के अनुसार अपने उत्पादों की पैकेजिंग सुधार करके उत्पादों का मूल्यन निर्धारण करने का अवसर मिलता है। सरस मेलों के माध्यम से ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं न केवल आजीविका के अवसर सृजन कर रही हैं बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बेहतरीन उदाहरण देश के सामने पेश कर रही हैं। यह निश्चित रूप से आजीविका यात्रा में एक मील का पत्थर है। सरस मेले वर्ष 1999 से निरंतर आयोजित हो रहे हैं। इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।

प्रेम के मोतियों को माला से बिखरने ना दे -             महासती निशांतश्रीजी म. सा.

प्रेम के मोतियों को माला से बिखरने ना दे - महासती निशांतश्रीजी म. सा.

उज्जैन, महिदपुर दैनिक दिव्य गौरव ( राजमल राज कछवाय) महिदपुर। विश्ववल्लभ,प्रज्ञा निधि,पूज्य आचार्य श्री विजय राजजी म. सा. की आज्ञानुवर्ती परम विदुषी सेवानिष्ठ महासती श्री निशांतश्रीजी म.सा. ने स्थानक से चातुर्मासिक विहार कर स्नेह सिटी कॉलोनी में श्री जितेंद्रजी चोपड़ा के निवास पर एक धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हर प्राणी अपने जीवन में मंगल चाहता है,अमंगल कोई भी नहीं चाहता है । आपने कहा कि दसवेकालिक सूत्र के प्रथम अध्ययन में बताया गया है,कि धर्म मंगल है और धर्म की आराधना करना, उत्कृष्ट मंगल है। आपने मंगल दो प्रकार के बताये पहला द्रव्य मंगल एवं दूसरा भाव मंगल। हमें जीवन में द्रव्य मंगल की ओर ध्यान नहीं देकर भाव मंगल की ओर ध्यान देना है। अहिंसा,संयम और तप जिस आत्मा में बसा हो,वह भाव मंगल है .जीवन में मंगल की चाह है,तो धर्म आराधना करनी है,जो व्यक्ति धर्म की प्रवृत्ति में रहता है,तथा जीव हिंसा से बचता है,उसके जीवन में मंगल ही मंगल है। आपने कहा कि हम विहार कर महिदपुर से जा रहे हैं,किंतु आपके दिलों से नहीं जा रहे हैं । आपने गीतिका में कहा कि " टूट जाए ना कहीं यह प्रेम की माला, नहीं तो मोती बिखर जाएंगे "। प्रेम के मोतियों की यह संघ रूपी माला है इसे बिखरने ना दे,इसे प्रेम के धागे में पिरोकर रखें। प्रेम और भक्ति से चातुर्मास को सफल बनाया। यहां संघ में जो एकता है, वह बनी रहे । इसके पूर्व विदुषी महासती श्री सौम्य श्री जी म. सा.ने कहा कि प्रभु महावीर ने अंतिम समय में अनमोल देशना दी , कि इस दुनिया में जितने दुख हैं उनका कारण अज्ञान और अविद्या है। अज्ञान के कारण यह आत्मा इधर-उधर परिभ्रमण कर रही है। इस आत्मा में श्रद्धा से ज्ञान के बीज अंकुरित हो जाये और ज्ञान को स्मृति में रखेंगे तो जीवन उत्तम पथ पर चलेगा। धर्म सभा में बाबूलाल आंचलिया, सरदारमल चोपड़ा,जवाहर डोसी जैनेंद्र खेमसरा,डॉ. अशोक चोपड़ा, सुरेश चंडालिया,अजय चोपड़ा, संजय व्यास,राजकुमार सकलेचा नरेन्द्र कोठारी आदि श्रावक - श्राविकाये एवं कॉलोनी के धर्मानुरागी उपस्थित थे। धर्म प्रभावना का लाभ श्री जितेंद्र चोपड़ा परिवार ने लिया। रविवार को पूज्य महासतियाजी का विहार रमेशचंद्र गादिया के निवास नारायणा रोड पर हुआ, जहां गादिया परिवार द्वारा श्रावक श्राविकाओं का बहुमान किया गया। वहा से शाम को उज्जैन कि और विहार हुआ। उक्त जानकारी श्रीसंघ के मीडिया प्रभारी अरुण बुरड़ ने दी।

प्रदेश में गुड़ी पड़वा "सृष्टि आरम्भ दिवस" के रूप में मनाया जायेगा- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश में गुड़ी पड़वा "सृष्टि आरम्भ दिवस" के रूप में मनाया जायेगा- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल : गुरूवार, अक्टूबर कालीदास सम्मान समारोह में पुरस्कार की राशि में वृद्धि करने के निर्देश वीर न्यास बनाए एक्सपीरियंशल और एक्टिविटी बेस्ड संग्रहालय मुख्यमंत्री ने विक्रमोत्सव-2025 की रूपरेखा और कार्यक्रमों की समीक्षा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अभ्युदय का एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश में होने वाले विक्रमोत्सव-2025 और अखिल भारतीय कालिदास समारोह को भव्य रूप में आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में आयोजन के दौरान अतिथियों और विद्यार्थियों को महाकाल देवदर्शन के साथ उज्जैन के इतिहास, विज्ञान, संस्कृति और मूल्यों से परिचय कराया जाये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में विक्रमोत्सव-2025, अखिल भारतीय कालिदास समारोह और वीर भारत न्यास द्वारा निर्मित किए जा रहे संग्रहालय की समीक्षा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास संस्कृत अकादमी की केंद्रीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कालिदास समारोह की शुरुआत गढ़कालिका मंदिर से शुरू होती है। कालिदास का गढ़कालिका मंदिर से संबंध और उसके महत्व पर शिलालेख स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही कालिदास से संबंधित अन्य स्थलों पर भी जन-सामान्य की जानकारी के बोर्ड भी लगाए जायें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास सम्मान समारोह के दौरान दिए जाने वाले पुरस्कारों की जानकारी ली और पुरस्कारों की राशि में वृद्धि किए जाने के निर्देश दिये। समारोह में अतिथियों के आमंत्रण, कार्यक्रम स्वरूप, पुरस्कार और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। कालिदास समारोह 12 से 18 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसकी शुरुआत 10 नवंबर से उज्जैन में गढ़कालिका मंदिर में वागअर्चन से होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास समारोह की रूपरेखा को प्रेजेंटेशन के माध्यम से जाना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कालिदास संस्कृत अकादमी का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। इसमें अस्थाई स्ट्रक्चर की जगह स्थाई स्ट्रक्चर बनाया जाना चाहिए। इससे अस्थाई स्ट्रक्चर पर हर बार लगने वाले खर्चे में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष भर होने वाले सांस्कृतिक आयोजन और रचनात्मक गतिविधियों को ध्यान में रखकर अधोसंरचना निर्माण का प्लान बनाए। उन्होंने कहा कि कालिदास समारोह की ब्रांडिंग और पब्लिसिटी पर विशेष ध्यान दें। कालिदास द्वारा मेघदूत में उज्जैन और महाकालेश्वर का विशेष उल्लेख किया गया है। महाकाल से जोड़कर इसका प्रचार करें, जिससे आयोजन की गरिमा में वृद्धि होगी। विक्रमोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर्व 30 मार्च को उज्जैन के साथ पूरे प्रदेश में विक्रम पर्व "सृष्टि आरम्भ दिवस" के रूप में मनाया जायेगा। संस्कृति विभाग प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी आयोजन और उत्सव करता है, जिनकी बड़ी प्रतिष्ठा है। उज्जैन के विक्रमोत्सव ने अपनी एक अलग ही पहचान बनायी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रमोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयोजन की रूपरेखा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यापार मेला, प्रदर्शनी, विचार समागम पर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगम में विज्ञान और खगोल विषय से जुड़े विशेषज्ञों को विक्रमोत्सव में आमंत्रित करें। इससे आयोजन की गरिमा बढ़ेगी और प्रदेश के युवाओं को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। महोत्सव में होने वाले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को विक्रमादित्य पर केन्द्रित किया जाये और कवियों की कविताओं को लेखबद्ध करें। बताया गया कि विक्रमोत्सव-2025 के पहले चरण का आयोजन महाशिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक उज्जैन में होगा। इसमें महाकाल शिवज्योति अर्पणम, विक्रम व्यापार मेला, मंदिरों में प्रभु श्रृंगार प्रतियोगिता, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय वैज्ञानिक समागम, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव, विक्रम नाट्य समारोह, अंतर्राष्ट्रीय इतिहास समागम, प्रदर्शनी, प्रकाशन, अवार्ड, लोक प्रसिद्ध कलाकार की सांगीतिक प्रस्तुति आदि शामिल है। विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में पूरे प्रदेश में चलेगा "जल गंगा संवर्धन अभियान" मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में 30 मार्च से ही 30 जून-2025 तक पूरे प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत प्रदेश की नदियों, जल संरचनाओं के संरक्षण- संवर्धन का कार्य प्रदेश स्तर पर किया जायेगा। इस महती आयोजन का समापन गंगा दशहरा पर विगत वर्षानुसार विशिष्ट सांस्कृतिक आयोजन के साथ होगा। मुख्यमंत्री द्वारा पहले शुरू किये गये विक्रमोत्सव को 2024 में Largest Religious Festival in Asia का wow अवार्ड भी मिला है। वर्ष 2023 में यह आयोजन 33 दिन का था जो वर्ष 2024 में 42 दिन का हुआ। इस वर्ष 2025 में यह आयोजन 101 दिन से अधिक का प्रस्तावित है। शुरू के वर्षों में महज यह सांस्कृतिक आयोजन भर था, लेकिन अब यह सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत और विकास के बहुत से आयामों का आयोजन बन चुका है। संभवतः देश में ऐसा कोई दूसरा आयोजन नहीं है, जिसमें कलश यात्रा, महाकाल शिवज्योति अर्पणम, विक्रम व्यापार मेला, अनादि पर्व, विचार समागम, मंदिरों में प्रभु श्रृंगार प्रतियोगिता, बोलियों का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय वैज्ञानिक समागम, महादेव मूर्तिकला कार्यशाला, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव, विक्रम नाट्य समारोह, वेद अंताक्षरी, दैवज्ञ सम्मान समारोह, अंतर्राष्ट्रीय इतिहास समागम, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, सूर्योपासना, प्रदर्शनी, प्रकाशन, अवार्ड, लोक प्रसिद्ध कलाकार की सांगीतिक प्रस्तुति, भव्य आतिशबाजी आदि गतिविधियाँ एक साथ होती हो। वीर भारत न्यास की बैठक मुख्यमंत्री डॉ. ने वीर भारत न्यास की बैठक में कहा कि उज्जैन में नव-निर्माणाधीन संग्रहालय को एक साहित्य और पारंपरिक संग्रहालय की जगह एक्सपीरियंशल और एक्टिविटी बेस्ड संग्रहालय बनाने के प्रयास हो। नवीन तकनीक का उपयोग कर मनोरंजक तरीके से कंटेंट का निर्माण करें। युवा इस तरह संग्रहालय से जुड़ेंगे और देश में यह पर्यटन का केंद्र बनेगा। संग्रहालय में कंटेंट निर्माण पर सुझाव देने के लिए समिति गठित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संग्रहालय में दीर्घाओं के विषय के आधार पर संग्रहालय के नाम परिवर्तन पर भी विचार करें। संग्रहालय पर अध्ययन करने के लिए आने वाले शोधकर्ताओं के लिए रुकने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था बनाए। संग्रहालय के लिए प्रस्तावित सड़क निर्माण के लिए विशेषज्ञों और संगठनों के साथ मिलकर प्लान बनाया जाये। संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी सहित उज्जैन से सांसद, जन-प्रतिनिधि और संस्कृति प्रेमी वीसी के माध्यम से जुड़े। कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन, श्री मनीष रस्तोगी सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहें।

बम्होरी भुआरी धार्मिक आयोजन:श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन, भक्त प्रल्हाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर सुनाई कथा

बम्होरी भुआरी धार्मिक आयोजन:श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन, भक्त प्रल्हाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर सुनाई कथा

रायसेन शिवकुमार दुबे उदयपुरा श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन, भक्त प्रल्हाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर सुनाई कथा| बम्होरी भुआरी में बिलधैया परिवार ने श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया। जिसके तीसरे दिन शनिवार को कथा वाचक श्री बांके बिहारी महाराज ने ध्रुव चरित्र, भक्त प्रह्लाद चरित्र और नरसिह अवतार प्रसंग पर कथा सुनाई। कथा वाचक ने कहा कि हिरना कश्यप सबको आदेश दे रहा है कि भक्त प्रह्लाद को खत्म करो, भस्म करो। लकड़ियों के चारों तरफ जल्लाद खड़े कर दिए गए। इस दौरान जब आग का भयानक जलवा हुआ, तब भक्त प्रहलाद ने इतना ही कहा अच्छा भगवान, अच्छा मेरे राम तेरी मर्जी और भक्त प्रह्लाद बच गए। नरसिह अवतार में हिरना कश्यप को मार कर भक्त प्रह्लाद को बचाया। भगवान की भक्ति में ही शक्ति है। उन्होंने कहा कि सभी अपने बच्चों को संस्कार अवश्य दें, जिससे वह बुढ़ापे में अपने माता पिता की सेवा कर सकें, गो सेवा, साधु की सेवा कर सकें। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।

खेल खबरे

न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के समापन दिवस पर सुबह मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया

न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के समापन दिवस पर सुबह मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया

जिला जनसंपर्क कार्यालय झाबुआ (म. प्र.) समाचार झाबुआ 09 नवम्बर, 2024। प्रशासनिक न्यायाधिपति मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय एवं कार्यपालक अध्यक्ष, मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार 9 नवम्बर को विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में 04 नवम्बर 2024 से 09 नवम्बर 2024 तक प्रदेशव्यापी न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह का आयोजन किया गया। उक्त आदेश के आलोक में श्रीमती विधि सक्सेना, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झाबुआ के संरक्षण व कुशल मार्गदर्शन में एवं श्री हेमन्त सिंह जिला न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झाबुआ के मार्गदर्शन में मुख्यालय एवं तहसील स्तर पर 04 नवम्बर 2024 से 09 नवम्बर 2024 तक न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह मनाया गया। न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के समापन दिवस पर प्रथम आयोजन में सुबह मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। न्यायिक जागरूकता के उद्देश्य से आयोजित की गई। मैराथन दौड़ में महाविद्यालय, विद्यालयों, खेल अधिकारीगण के माध्यम से संचार माध्यमों के द्वारा अपील की जाकर व समाचार पत्रों के माध्यम से मैराथन में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया। मैराथन दौड़ की शुरूआत में समस्त प्रतिभागियों का पंजीयन किया गया और उन्हें जिविसेप्रा के लोगोयुक्त टोपी व टीशर्ट का निःशुल्क प्रदान की गई। मैराथन दौड़ के शुभारंभ के अवसर पर अध्यक्ष जिविसेप्रा श्रीमती विधि सक्सेना प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष द्वारा कलेक्टर श्रीमती नेहा मीना, पुलिस अधीक्षक श्री पदम विलोचन शुक्ल, विशेष न्यायाधीश श्री विवेक सिंह रघुवंशी, जिला न्यायाधीश श्री राजेन्द्र शर्मा, जिला न्यायाधीश श्री सुभाष सुनहरे, सचिव व जिला न्यायाधीश श्री हेमन्त सिंह, श्री गौतम सिंह मरकाम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री वीपीएस चौहान जिला रजिस्ट्रार सुश्री साक्षी मसीह जेएमएफसी, श्री बलराम मीणा जेएमएफसी, श्री दीपक भण्डारी अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ की उपस्थिति में हरी झण्डी दिखाकर मैराथन दौड़ का शुभारंभ किया गया। मैराथन के प्रतिभागियों के लिये मैराथन मार्ग में 6 स्थानों पर पानी, ओ.आर.एस. व ग्लूकोस आदि की व्यवस्था रखी गई थी। पूरी मैराथन यातायात पुलिस द्वारा सुरक्षा में आयोजित की गई। मैराथन के प्रतिभागियों के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति का सामाना करने के लिये सर्वसुविधायुक्त एम्बुलेंस वाहन भी उपलब्ध रहा। मैराथन दौड़ के समापन पर पुरूष वर्ग में प्रथम स्थान श्री बंटू परमार, द्वितीय स्थान श्री हरिश गोयल व तृतीय स्थान श्री अनिल सिंगाड़ द्वारा प्राप्त किया गया। महिला वर्ग में प्रथम स्थान सुश्री परी निनामा, द्वितीय स्थान सुश्री सोनू पारगी व तृतीय स्थान सुश्री कविता मखोडिया द्वारा प्राप्त किया गया। महिला व पुरूष वर्ग के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को रोटरी क्लब की ओर से क्रमशः रूपये 5000, 3000, 2000 का नगद पारितोषिक रोटरी क्लब के अध्यक्ष श्री इदरीश वोहरा की ओर से प्रदान किये गये। मैराथन दौड़ में बालकों द्वारा भी भाग लिया गया। बालक वर्ग में प्रथम स्थान श्री कुलदीप रावत, द्वितीय स्थान श्री महेन्द्र बारिया व तृतीय स्थान श्री अजय वसुनिया द्वारा प्राप्त किया गया। बालक वर्ग के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः रुपए 2100, 1100 व 500 का नगद पारितोषिक जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष की श्री दीपक भण्डारी की ओर से प्रदान किये गये। जिला झाबुआ में पदस्थ श्री विजय पाल सिंह चौहान ने सम्पूर्ण मैराथन दौड़कर पूर्ण की और दौड़ रहे प्रतिभागियों को प्रोत्साहित भी किया। मैराथन दौड़ के प्रचार-प्रसार सभी समाचार पत्र, इलेक्ट्रानिक मीडिया व स्थानीय एफ.एम. रेडियो टट्या भील द्वारा सराहनीय योगदान दिया गया। मैराथन के आयोजन में श्री विजय सलाम जिला खेल अधिकारी, अधिवक्ता संघ के सदस्यगण श्री सागर अग्रवाल जिला विधिक सहायता अधिकारी, लीगल ऐड डिफेन्स कॉउंसल सिस्टम के न्याय रक्षक श्री रूपेश शर्मा, श्री विश्वास शाह, श्री शिवम वर्मा सहित, अधिकार मित्र पैरालीगल वालेंटियर्स श्री एम.एल.फूलपगारे, श्री अशोक बलसोरा व अन्य एनजीओ सदस्यगण, न्यायालयीन कर्मचारीगण व जिविसेप्रा झाबुआ के कर्मचारीगण का सराहनीय योगदान रहा। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का संदेश है कि न्यायोत्सवः का सप्ताह समाप्त हुआ है किन्तु इससे जन-जन के मन में कानूनी साक्षरता के प्रति जो उत्सुक्ता व जागरूकता आई है वह भविष्य में उनके लिये अत्यन्त लाभकारी होगी। यदि कोई पक्षकार कानूनी सहायता पाना चाहे तो नालसा के टोल फ्री नंबर 15100 पर सम्पर्क कर सकता है। क्रमांक 34/1588

68 वी राज्य स्तरीय शतरंज  प्रतियोगिता में जिले का किया प्रतिनिधित्व*

68 वी राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में जिले का किया प्रतिनिधित्व*

बिछुआ न्यूज:- बिछुआ में मध्यप्रदेश जनजाति कार्यविभाग की विभागीय राज्य शतरंज प्रतियोगिता विगत दिनों धार जिले के कुक्षी में दक्षिण क्षेत्र की और से शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उल्हावाडी का छात्र 17 वर्ष चंचलेश साहू का चयन हुआ। उसके इस चयन पर नगर में खुशी का माहौल है जो 14 से 18 अक्टूबर तक नर्मदापुरम जिले में अपना प्रदर्शन किया। उनके इस चयन पर सहायक आयुक्त जनजाति कार्यविभाग सत्येन्द्र मरकाम, ट्राईबल जिला खेल अधिकारी अनुरोध शर्मा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती रजनी अगामे, बीआरसी दिनेश डिगरसे, संकुल प्राचार्य बी के पड़ोले, संस्था प्राचार्य भूपेश पातुरकर, प्राचार्य मिथलेश कुमार युवने, खेल शिक्षक सुधीर गौतम, नारायण गोनेकर, श्रीमती संतोषी शर्मा, विनायक राव कराडे, रविन्द्र कडवे, संजीव गौतम, ब्लाक खेल समन्वयक प्रकाश डेहरिया समेत ग्रामवासियों माता-पिता व स्टाफ के शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राओ ने शुभकामनाएं दी

*ग्राम सिलौटा खुर्द में विशाल अहिरी नृत्य मंडई प्रतियोगिता का आयोजन हुआ*

*ग्राम सिलौटा खुर्द में विशाल अहिरी नृत्य मंडई प्रतियोगिता का आयोजन हुआ*

बिछुआ न्यूज:- बिछुआ विकास खण्ड में प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष में भी ग्राम पंचायत सिलोटाकलां के अंतर्गत ग्राम सिलौटा खुर्द में विशाल अहिरी नृत्य मंडई मेला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चौरई विधायक सुजीत सिंह चौधरी ने कार्यक्रम में शिरकत किए। इस उत्सव में अहीर समाज के लोग परंपरागत लोक नृत्य करते हैं। इस दौरान नर्तक दल विशेष परिधानों में सज-धजकर, लोकगीत गाते हुए, मांदर की थाप और बैंड-बाजों के साथ आते हैं और अपनी शानदार प्रस्तुति दी गई। विधायक सुजीत सिंह चौधरी की ओर से 5000 की राशि और एक कला मंच घोषणा किए। विधायक सुजीत सिंह चौधरी, राजेश मुन्ना पटेल, पृथ्वीराज सिंह ठाकुर ,सचिन वर्मा, धनपत उईके, महेश ककोड़े, पूसू उईके,जयपाल सरयाम सरपंच,राजाराम उईके ,मोहनलाल धुर्वे, दयाराम नागवंशी ,भजन इनवाती,सीताराम उईके ग्राम वासी आदि मौजूद रहे

ताशू राजपूत और रंजीता धुर्वे का यूनिवर्सिटी के लिये चयन।।

ताशू राजपूत और रंजीता धुर्वे का यूनिवर्सिटी के लिये चयन।।

कबड्डी कोच अंकित जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक आयोजित होना है जिसके लिए टिमरनी कॉलेज की ताशु राजपूत रंजीत धुर्वे बरकतउल्ला विश्वविद्यालय टीम के लिए हुआ है दोनों खिलाड़ी इसके पहले भी यूनिवर्सिटी टीम का हिस्सा रह चुके हैं इन दोनों खिलाड़ी के अलावा टिमरनी की विशाखा कलोसिया का चयन भी टीम में हुआ है।। इस उपलब्धि पर नर्मदा खेल अकादमी के अध्यक्ष संजय शाह कबड्डी क्लब के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र भारद्वाज सुनील दुबे कैलाश डूडी जन भागीदारी अध्यक्ष उपेंद्र गादरे प्राचार्य जैन सर जगदीश शर्मा मंगल सिंह यादव रामनिवास जाट अरुण वर्मा पंकज तिवारी रामजीवन गोदारा राजकुमार चंदेल हिना अली खान नीतिका बोराशी नितेश कनाटे सुरेश बघेल रोहित रहड़वा धन्नालाल जाट विजय सावनेर प्रियंका चंदेल ने बधाई दी।।।

खिलाड़ी मेहनत से खेले और अपना, अपनी  संस्था एवं अपने  दे-श का नाम रोशन करें -ंउचय श्री किशन  सूर्यवंशि

खिलाड़ी मेहनत से खेले और अपना, अपनी संस्था एवं अपने दे-श का नाम रोशन करें -ंउचय श्री किशन सूर्यवंशि

भोपाल, 20 अक्टूबर 2024 निगम अध्यक्ष श्री कि-रु39यान सूर्यवं-रु39याी ने कहा है कि खिलाड़ी खूब मेहनत से खेले और अपना, अपनी संस्था एवं अपने दे-रु39या का नाम रो-रु39यान करें। श्री सूर्यवं-रु39याी ने यह विचार अखिल भारतीय बाक्सिंग प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम में श्री चन्द्र कि-रु39याोर श्रीवास्तव, श्री वीरेन्द्र संेंगर, श्री दीपक गौर, श्री कल्याण सिंह सहित बड़ी संख्या में दे-रु39या भर से आए बाक्सर व खेल प्र-रु39यांसक मौजूद थे। निगम अध्यक्ष श्री कि-रु39यान सूर्यवं-रु39याी ने रविवार को कोटरा स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में विद्या भारती अखिल भारतीय -िरु39याक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बाक्सिंग प्रतियोगिता के समापन समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर -रु39याुभारंभ किया और प्रतिभागी खिलाड़ियों को पुरस्कार भी वितरित किए। श्री सूर्यवं-रु39याी ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा खेल गतिविधियों को ब-सजय़ावा देने हेतु निरंतर सहयोग किया जा रहा है जिसके कारण खेल क्षेत्र में परिवर्तन आया है और विभिन्न विधाओं में हमारे खिलाड़ी उत्कृ-ुनवजयट प्रद-रु39र्यान कर रहे है वहीं हमारे मुखिया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी स्वयं खिलाड़ियों से भेंट कर उनका मनोबल भी ब-सजय़ा रहे है। श्री सूर्यवं-रु39याी ने कहा कि मु-हजये ह-ुनवजर्या है कि इस बाक्सिंग प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने 62 गोल्ड मेडल सहित बड़ी संख्या में अन्य पदक जीते है। नि-िरु39यचत ही यह खिलाड़ी अपने दे-रु39या का नाम रो-रु39यान करेंगे। श्री सूर्यवं-रु39याी ने कहा कि विद्या भारती द्वारा न सिर्फ अपनी संस्थानों में संस्कारित -िरु39याक्षा दी जा रही है बल्कि विभिन्न खेलों के अच्छे खिलाड़ी तथा स-रु39याक्त नागरिक भी तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। श्री सूर्यवं-रु39याी ने इस अवसर पर दे-रु39या भर से पधारे खिलाड़ियों का राजधानी भोपाल में नगर निगम अध्यक्ष के नाते स्वागत किया और अपने दायित्वों का लगन और मेहनत से ईमानदारी से निर्वहन करने का आव्हान किया और अपनी खेल विधा के उत्कृ-ुनवजयट प्रद-रु39र्यान हेतु -रु39याुभकामनाएं भी दी।

पैनाल्टी के माध्यम से तय हुआ जीत का निर्णय, यूनाईटेड एफसी फूटबाल टीम रही विजय

पैनाल्टी के माध्यम से तय हुआ जीत का निर्णय, यूनाईटेड एफसी फूटबाल टीम रही विजय

आष्टा। स्थानीय सुभाष मैदान पर विगत 15 दिवस से चल रहे लब्बैक टूर एण्ड ट्रेवल्स फूटबाल कप का आयोजन बड़े ही रोमांचक मुकाबलों के साथ समापन हुआ, जिसका फाइनल मुकाबला यूनाईटेड एफसी एवं एनएस फ्रूट के मध्य खेला गया। बेहद रोमांचकारी मुकाबले में यूनाईटेड एफसी टीम ने फाइनल अपने नाम किया। फाइनल मुकाबला इतना रोमांच से भरपूर था कि दोनों ही टीमों का निर्णय पैनाल्टी के माध्यम से हुआ, जिसमें प्रथम पैनाल्टी पर 5 गोल दोनों ही टीमों को मिले जिसमें से 4-4 गोल मारकर दोनों ही टीम बराबर पर रही, तत्पश्चात्् 3 गोल के अंतिम निर्णय में यूनाईटेड एफसी टीम 2 गोल मारकर विजेता बनी। फाइनल मुकाबले में गोपालसिंह इंजीनियर, रायसिंह मेवाड़ा, कमलेश जैन, डॉ. सलीम खान अतिथि के रूप में मंचासीन थे। अतिथियों द्वारा विजेता एवं उपविजेता को आकर्षक ट्राफी भेंटकर पुरूस्कृत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गोपालसिंह इंजीनियर ने कहा कि हमारे नगर में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी है और खेल के प्रति उनकी रूचि इतनी है कि युवा आयु को पार करने के बाद भी अपने खेल में और निखार ला रहे है। नगरपालिका के सहयोग से इस मैदान पर खिलाड़ियों की सुविधानुसार विकास हो इसके लिए हम प्रयास करेंगे। विशेष अतिथि रायसिंह मेवाड़ा ने विजेता एवं उपविजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल कोई भी हो जीत एक की होती है आज यूनाईटेड एफसी टीम के खिलाड़ियों ने अपने खेल को सर्वश्रेष्ठ तरीके से खेलते हुए फाइनल अपने नाम किया है, वहीं उपविजेता टीम रही एनएस फ्रूट के खिलाड़ियों को सांत्वना देते हुए कहा कि खेल को हमेशा खेल भावना के साथ खेलते हुए अपने लक्ष्य को साधकर जीत की ओर अग्रसर आगामी टूर्नामेंट में आप रहे यही शुभकामनाएं है। इस अवसर पर टूर्नामेंट कमिश्नर, अध्यक्ष शेख मेहफूज, नवाब बैरी, फईम बैरी, गुड्डू अंसारी, साजिद अंसारी, वसीम बाबा, शारिक बाबा, हसीन खान, कुशलपाल लाला, फिरोज अली सहित बड़ी संख्या में दर्शकगण मौजूद थे। फाइनल मुकाबले में संचालन कुशलपाल लाला, दीपक तुतलानी द्वारा सामूहिक रूप से किया गया।

विभागीय राज्य स्तर क्रिकेट मे बिछुआ ब्लाक के 04 खिलाड़ियों का चयन*

विभागीय राज्य स्तर क्रिकेट मे बिछुआ ब्लाक के 04 खिलाड़ियों का चयन*

बिछुआ न्यूज:- बिछुआ के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा विभागीय राज्य स्तर में कुमारी भारती खोरगडे ,कुंती विश्वकर्मा ,दुर्गा उईके ,शिवानी बट्टी का चयन हुआ है जो कि 16 नवम्बर को अमरवाड़ा स्टेडियम में अपना प्रदर्शन किया। उनके चयन पर सहायक आयुक्त जनजाति कार्यविभाग सत्येन्द्र सिंह मरकाम, टा्ईवल जिला खेल अधिकारी अनुरोध शर्मा, बीईओ श्रीमती रजनी आगामे, प्राचार्य मिथलेश कुमार इवने, प्राचार्य वी के पडोले, पीटीआई संजीव गौतम, ललित गुप्ता, श्रीमती लक्ष्मी डेहरिया, गणेश घाघरे, स्वाति शुक्ला, स्वाति भट्ट, प्रमोद बागडे, रामप्रसाद परतेती, जयदेव कडवे, मोनिका पलवार, रेखा भमोरे, रूपाली हुरडे, नीतु पवार, संजय परतेती, सीमा बघेल, नीना पाटिल, रानी चौरिया, चारूमित्रा चौरे, प्रज्ञा इंदौरकर, कविता मालवीय, विनोद ठाकरिया, ब्लॉक खेल समन्वयक प्रकाश डेहरिया,समेत स्टाफ के शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्राओं ने शुभकामनाएं दी।

राइजिंग स्टार कबड्डी क्लब झारड़ा से दो बालिकाओं का राज्य स्तर पर हुआ चयन ।

राइजिंग स्टार कबड्डी क्लब झारड़ा से दो बालिकाओं का राज्य स्तर पर हुआ चयन ।

उज्जैन महिदपुर दैनिक दिव्य गौरव।(राज कछवाय ) महिदपुर स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया में झारड़ा  से कुसुम माली (वैष्णो कॉन्वेंट) और माही कुमावत (कन्या शाला) का राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ यह प्रतियोगिता 2 से 6 नवम्बर 24 तक गाडरवाड़ा ज़िला नरसिंगपुर में आयोजित होंगी । कोच तूफान सिंह ठाकुर ने बताया कि उनका उद्देश्य बच्चों को मानसिक तथा शारीरिक दोनों तरह से मजबूत बनाना है, वे खेलों में बच्चों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं व विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता में बच्चों को भागीदारी करवाते है  श्री ठाकुर का मानना है कि बच्चे जितनी अधिक प्रतियोगिता में भाग लेंगे उतने अच्छे सीख पाएंगे उनके कौशल में उतनाही सुधार आएगा । अलग अलग स्कूलों से  खिलाड़ियों को तराश कर प्रतिदिन शाम 4 से 6 झारड़ा में निःशुल्क प्रशिक्षण देते हैं । क्लब के खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर कबड्डी कोच तूफान सिंह ठाकुर, सविता पालीवाल धर्मेंद्र प्रजापत, जितेंद्र खारोल, विष्णु माली, दीपेश कुमावत, विशाल रघुवंशी, आदेश खारोल, शुभम मेतवासिया, चेतन्य पालीवाल, विनय सिसोदिया, वीरेंद्र प्रजापत, गौरव  पिंटू, विनीत,मयूर,विकास आदि सभी  खिलाड़ी साथियों ने हर्ष जताया और बधाईयां दीं। उक्त जानकारी गौरव त्रिवेदी ने दी । फोटो -चयनित छात्राओं कुसुम माली, माही कुमावत। छिपे हुए ईमेल दिखाएं

युवा उत्सव महाविद्यालय स्तर

युवा उत्सव महाविद्यालय स्तर

आज शासकीय स्नातक महाविद्यालय टिमरनी में महाविद्यालय स्तरीय युवा उत्सव का शुभारंभ किया गया यह युवा उत्सव तीन दिनों तक चलेगा इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की विधाओं जैसे रंगोली,चित्रकला, परिचर्चा, वाद-विवाद प्रश्न मंच, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग एवं समूह गायन,समूह नृत्य, एकांकी, मुकाभिनय, स्किट, मिमिक्री आदि विधाओं का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती पूजन एवं माल्यार्पण से किया गया इसके बाद महाविद्यालय युवा उत्सव प्रभारी श्रीमती सुरभि चौरे द्वारा युवा उत्सव की संपूर्ण रूप रेखा प्रस्तुत की गई कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ जे के जैन द्वारा की गई। आज रंगोली,कार्टूनिंग एवं परिचर्चा विधाओं का आयोजन किया गया। डॉ सुनील कुमार बौरासी एवं डॉ सादिया पटेल एवं डॉ संजय कुमार पटवा द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित किया गया एवं विभिन्न विधाओं हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा कार्यक्रम का संचालन श्री सुनित काशिव के द्वारा किया गया।

जुडो खिलाडियो का हुआ संभाग स्तर प्रतियोगिता के लिए चयन

जुडो खिलाडियो का हुआ संभाग स्तर प्रतियोगिता के लिए चयन

टिमरनी। मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग सत्र 2024-25 के खेल कलेंडर अनुसार जिला स्तर जुडो महिला पुरुष प्रतियोगिता एन ई एस शिक्षा महाविद्यालय नर्मदापुरम में दिनांक 1810/24को आयोजित हुई जिसमें शासकीय स्नातक महाविद्यालय टिमरनी के महिला पुरुष दल ने सहभागिता कीप्रतियोगिता में छात्रा खिलाड़ी महिला वर्ग में राजकुमारी मर्सकोले 48 वर्गभार मुस्कान अमकरे52वर्गभार, आरती साकले57वर्गभार, रीना बछानिया63वर्गभार एवं पुरुष वर्ग में छात्र रोहित खराटकर माइनस 60वर्गभार,दीपेश सोलंकी माइनस 90वर्गभार में संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन हुवा है। इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जे के जैन, क्रीड़ा प्रभारी डॉ महेंद्रसिंह तडवाल,स्पोर्ट ऑफिसर डॉ नितेश कनाठे, क्रीड़ा सहायक प्रियंका चंदेल, करणसिंह रामटेक कोच एवं महाविद्यालय परिवार ने बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के कामनाओ के साथ शुभकामनाएं दी।

देश-विदेश

असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा ने काजीरंगा में किया हाथी सफारी का उद्घाटन।

असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा ने काजीरंगा में किया हाथी सफारी का उद्घाटन।

पंकज नाथ, असम, 2 नवंबर : असम के कृषि एवं पशुपालन मंत्री अतुल बोरा ने कल शुक्रवार को सुबह राज्य के विरासत स्थल काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में मौजूदा पर्यटन सीजन के लिए हाथी सफारी का उद्घाटन किया। मंत्री बोरा ने राष्ट्रीय उद्यान में कोहोरा वन रेंज के अंतर्गत मिहिमुख में रिबन काटकर हाथी सफारी का उद्घाटन किया। मंत्री ने हाथी पूजा की ओर इस अवसर पर काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर सोनाली घोष और अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर मंत्री बोरा ने कहा कि कई विदेशी पर्यटकों ने भी आज हाथी की सवारी की। यहां के अधिकारी इस सीजन में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद कर रहे है। नेशनल पार्क ने पहले ही जीप सफारी के माध्यम से अच्छी मात्रा में राजस्व उत्पन्न किया है। जानकारी के अनुसार "इस साल अक्टूबर में कुल 28,980 पर्यटकों ने राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया, जिसने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। पिछले वर्ष की तुलना में, इस अक्टूबर में विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। कल, विदेशी पर्यटकों के 3-4 समूहों ने हाथी की सवारी की। वर्तमान में, कोहोरा में 10-11 हाथी और हाथी सफारी के लिए बगोरी वन रेंज में 35 हाथी लगे हुए हैं। "अधिकारीयों ने कहा कि राष्ट्रीय उद्यान 1 अक्टूबर को नए पर्यटन सीजन के लिए फिर से खुल गया था । वन्यजीव उत्साही और पर्यटक अब पार्क के प्रतिष्ठित वन्यजीवों को देखने के लिए उत्सुक हैं, जिसमें लुप्तप्राय एक सींग वाले गैंडे, हाथी, बाघ और विभिन्न पक्षी प्रजातियां शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक नेशनल पार्क की अधिकारी इस क्षेत्र में किसी भी अवैध शिकार के प्रयासों को रोकने के लिए हर संभव काम कर रहे है।

बाकू सम्मेलन अमीर देशों की उदासीनता दूर कर पायेगा

बाकू सम्मेलन अमीर देशों की उदासीनता दूर कर पायेगा

-ललित गर्ग - संयुक्त राष्ट्र का दो सप्ताह का जलवायु सम्मेलन कॉप-29 सोमवार से अजरबैजान की राजधानी बाकू में शुरू हो गया है। पर्यावरण से जुड़े इस महाकुंभ में भारत समेत लगभग 200 देश हिस्सा ले रहे हैं। इसमें जलवायु परिवर्तन के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील देशों के लिए जलवायु वित्त का नया लक्ष्य तय करने, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक तापमान की वृद्धि को सीमित करने और विकासशील देशों के लिए समर्थन जुटाने पर सार्थक एवं परिणामकारी भी चर्चाएं होने की संभावनाएं हैं। साथ ही इसमें पेरिस समझौते के लक्ष्यों को तेजी से आगे बढ़ाने पर समूची दुनिया के देश चर्चा करेंगे। सम्मेलन में भारत की प्रमुख प्राथमिकताएं जलवायु वित्त पर विकसित देशों की जवाबदेही सुनिश्चित करने और ऊर्जा स्त्रोतों के समतापूर्ण परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करना होंगी। वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआरआइ) के विशेषज्ञ इस वर्ष के शिखर सम्मेलन से चार प्रमुख परिणामों की उम्मीद कर रहे हैं- नया जलवायु वित्त लक्ष्य, मजबूत राष्ट्रीय जलवायु प्रतिबद्धताओं के प्रति तेजी, पिछले वादों पर ठोस प्रगति और नुकसान व क्षति के लिए अधिक धनराशि। विश्व में तापमान बढ़ोत्तरी, ‘अल नीनो’ व ‘ला नीना’ के प्रभावों के चलते मौसम की घटनाओं से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है। इस बीच एक नए अध्ययन में पूर्वी यूरोप के 10 ऐसे देशों की पहचान की गई है, जो भविष्य में तापमान वृद्धि से सबसे अधिक आर्थिक नुकसान का सामना करेंगे। ऐसे में पूरी दुनिया की निगाहें जलवायु सम्मेलन कॉप-29 में होने वाली चर्चाओं, फैसलों और नतीजों पर टिकी हैं। कॉप-29 सम्मेलन को पर्यावरण समस्याओं, चुनौतियों एवं बदलते मौसम के मिजाज को संतुलित करने के लिये महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस सम्मेलन से दुनिया ने उम्मीदें लगा रखी है। जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने की राह में विकासशील देशों के सामने सबसे प्रमुख अवरोध वित्तीय संसाधनों का अभाव है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के बावजूद विकसित देशों का योगदान आवश्यक स्तर से कम है। वर्ष 2022 में विकसित देशों ने 115.9 अरब डालर उपलब्ध कराए और पहली बार 100 अरब डालर के वार्षिक लक्ष्य का आंकड़ा पार हुआ। हालांकि यह अभी भी कम है, क्योंकि अगर विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से जुड़े लक्ष्य हासिल करने हैं तो 2030 तक हर साल दो ट्रिलियन (लाख करोड़) डालर राशि की आवश्यकता होगी। कर्ज का अंबार विकासशील देशों की राह में एक और बाधा बना हुआ है। तमाम विकासशील देश कर्ज के बोझ से ऐसे कराह रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए उनके पास संसाधन बहुत सीमित हो जाते हैं। इसीलिये जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए अमीर एवं शक्तिशाली देशों की उदासीनता एवं लापरवाह रवैया एक बार फिर बाकू सम्मेलन कॉप-29 में चर्चा का विषय बन रहा है। दुनिया में जलवायु परिवर्तन की समस्या जितनी गंभीर होती जा रही है, इससे निपटने के गंभीर प्रयासों का उतना ही अभाव महसूस हो रहा है। मिस्र में हुए कॉप 27 में नुकसान एवं क्षतिपूर्ति कोष की पहल हुई थी, लेकिन उसमें पर्याप्त योगदान न होने से उसकी उपयोगिता सीमित बनी हुई है। ऐसे में यह उचित ही होगा कि विकासशील देश उस नुकसान एवं क्षतिपूर्ति मुआवजे पर भी जोर दें, जिसकी चर्चा तो बहुत हुई थी, लेकिन उस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए। विकसित देशों की जलवायु परिवर्तन से जुड़ी समस्याओं पर उदासीनता इसलिये भी सामने आ रही है कि विकसित देश कार्बन उत्सर्जन में अपने पुराने और भारी योगदान को अनदेखा करते हुए विकासशील देशों पर जल्द से जल्द उत्सर्जन कम करने के लिए ऐसा दबाव डालते हैं कि वे उनकी गति से ताल मिलाएं। इस प्रकार विकासशील देशों की सामाजिक-आर्थिक वास्तविकताओं का संज्ञान लिए बिना ही अमीर देशों द्वारा लक्ष्य तय किया जाना भी असंतोष का एक कारण बन रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं कि जलवायु परिवर्तन से उपजी प्रतिकूल मौसमी परिघटनाओं ने उन देशों एवं समुदायों को बहुत ज्यादा क्षति पहुंचाई है, जो ग्लोबल वार्मिंग के लिए अपेक्षाकृत कम जिम्मेदार हैं। देखा जाए तो आज जीवन के हर पहलू पर जलवायु में आते बदलावों का असर साफ तौर पर नजर आने लगा है। लोगों का स्वास्थ्य भी इससे सुरक्षित नहीं है। बात चाहे आपदाओं के कारण जा रही जानों की हो या इसकी वजह से तेजी से पनपती बीमारियों की, जलवायु परिवर्तन रूप बदल-बदल कर लोगों के स्वास्थ्य पर आघात कर रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य पर मंडराते इस खतरे को कहीं ज्यादा संजीदगी से लेने की जरूरत है। बढ़ती गर्मी के प्रति चेतावनी, जीवाश्म ईंधन की सही कीमत का निर्धारण और घरों में ऊर्जा के साफ सुथरे साधनों का उपयोग सालाना 20 लाख लोगों की जान बचा सकता है। ऐसे में इस शिखर सम्मेलन से ठीक पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी देशों से जीवाश्म ईंधन से अपना नाता तोड़ने का आग्रह किया है। साथ ही सरकारों से आम लोगों को जलवायु में आते बदलावों का सामना करने के काबिल बनाने में मदद करने की वकालत की है। कॉप-29 से ठीक पहले जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य पर जारी अपनी विशेष रिपोर्ट में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक नेताओं से जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य को अलग-अलग मुद्दों के रूप में देखना बंद करने का आग्रह किया है। ताकि न केवल लोगों के जीवन को बचाया जा सके, साथ ही मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित किया जा सके। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 100 से भी ज्यादा संगठनों और 300 विशेषज्ञों के सहयोग से जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को संबोधित करते हुए कॉप-29 पर यह विशेष रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में तीन प्रमुख क्षेत्रों लोग, क्षेत्र और ग्रह से जुड़ी महत्वपूर्ण नीतियों पर प्रकाश डाला गया है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 360 करोड़ लोग ऐसे क्षेत्रों में रह रहे हैं, जो जलवायु में आते बदलावों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं। यह वो क्षेत्र हैं जहां खतरा बहुत ज्यादा है। लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए ऐसी स्वास्थ्य प्रणालियों को तैयार करना जरूरी है जो जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकें और मुश्किल समय में भी लोगों के प्राणों की रक्षा कर सकें। स्वास्थ्य और जलवायु नीतियों का मेल मानव प्रगति एवं आदर्श विश्व संरचना के लिए बेहद जरूरी है। वैज्ञानिक और पर्यावरणविद चेतावनी दे रहे हैं कि आने वाले दशकों में वैश्विक तापमान और बढ़ेगा इसलिए अगर दुनिया अब भी नहीं सर्तक होगी तो इक्कीसवीं सदी को भयानक आपदाओं से कोई नहीं बचा पाएगा। भारत के साथ पाकिस्तान और अफगानिस्तान सहित 11 ऐसे देश हैं जो जलवायु परिवर्तन के लिहाज से चिंताजनक श्रेणी में हैं। ये ऐसे देश हैं, जो जलवायु परिवर्तन के कारण सामने आने वाली पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों से निपटने की क्षमता के लिहाज से खासे कमजोर हैं। औद्योगिक गैसों के लगातार बढ़ते उत्सर्जन और वन आवरण में तेजी से हो रही कमी के कारण ओजोन गैस की परत का क्षरण हो रहा है। इस अस्वाभाविक बदलाव का प्रभाव वैश्विक स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तनों के रूप में दिखलाई पड़ता है। ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से ग्लेशियर तेजी से पिघल कर समुद्र का जलस्तर तीव्रगति से बढ़ा रहे हैं। जिससे समुद्र किनारे बसे अनेक नगरों एवं महानगरों के डूबने का खतरा मंडराने लगा है। जलवायु परिवर्तन के कारण 2000 से बाढ़ की घटनाओं में 134 प्रतिशत वृद्धि हुई है और सूखे की अवधि में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पानी के संरक्षण और समुचित उपलब्धता को सुनिश्चित कर हम पर्यावरण को भी बेहतर कर सकते हैं तथा जलवायु परिवर्तन की समस्या का भी समाधान निकाल सकते हैं। दुनिया ग्लोबल वार्मिंग, असंतुलित पर्यावरण, जलवायु संकट एवं बढ़ते कार्बन उत्सर्जन जैसी चिंताओं से रू-ब-रू है। जलवायु परिवर्तन के मोर्चे पर धरती की हालत ‘मर्ज बढ़ता गया, ज्यों-ज्यों दवा की’ वाली है। इसीलिए कॉप-29 लगातार जलवायु अराजकता की ओर बढ़ रही पृथ्वी को बचाने का माध्यम बनना बहुत जरूरी है। विकासशील देशों को इसके लिए अपनी आवाज बुलंद करनी होगी, क्योंकि यह न केवल न्याय के दृष्टिकोण से, अपितु मानव अस्तित्व एवं सृष्टि संतुलन के लिहाज से भी बेहद अहम है। प्रेषकः (ललित गर्ग)

हमारी इच्छाशक्ति के आगे देव भी नतमस्तक हो जाते है- मुनिश्री विनंद सागर

हमारी इच्छाशक्ति के आगे देव भी नतमस्तक हो जाते है- मुनिश्री विनंद सागर

धैर्य और संकल्प लक्ष्य प्राप्ति में सहयोगी आष्टा।जो हम संकल्प लेते हैं वह संकल्प अंतरंग में शक्ति प्रदान करता है जिससे हम बड़े से बड़े से लक्ष्य को भी सहजता से प्राप्त कर लेते हैं ।संकल्प एक वृक्ष हैं और विकल्प उसकी शाखाएं हैं,सारे विकल्प संकल्प की धारा पर ही उगते हैं ।दृढ़ संकल्प व्यक्ति अपने आप में मजबूत होता है।परिस्थितियां चाहे कुछ भी हो लेकिन दृढ़ संकल्प हमें उसी कार्य को करने के लिए ही शक्ति प्रदान करता है ।जिनेंद्र भगवान के स्मरण मात्र से समस्त प्रकार की पीड़ा दुख दूर हो जाया करते हैं ।जिनेंद्र भगवान के सामने हमें अपनी कोई भी पीड़ा कोई भी दुख कोई भी बात कहने में शर्म नहीं करनी चाहिए।जैसे बच्चा बोलना नहीं जानता फिर भी वह बोलता है और परिवार के लोगो को उसमें एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है। इसी प्रकार भगवान के सामने भी हमें शर्म नहीं करनी चाहिए‌।मान कषाय लोगों के सामने शर्म करनी चाहिए जिनेंद्र भगवान के सामने मन की बात कहने से भी हमे आंतरिक संबल प्राप्त होता है ।स्वयं को अल्पज्ञ समझने वाला व्यक्ति ही भगवान की स्तुति कर सकता है।पूर्ण समर्पण भाव से जिनेंद्र भगवान की स्तुति करनी चाहिए। उक्त बातें नगर के श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर अरिहंत पुरम में विराजमान मुनि श्री विनंद सागर जी महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं। आपने उदाहरण दिया जैसे एक 35 साल का युवा उसने देखा कि उसकी पत्नी 5 किलोमीटर दूर एक पहाड़ पर चढ़ कर फिर दूसरी तरफ पानी भरने के लिए जाती है ,तब उसने संकल्प लिया कि मैं इस पहाड़ को काटकर और यहां से सहज रास्ता बना दूंगा। आज 25 वर्ष समय उपरांत उस व्यक्ति ने धैर्य पूर्वक कार्य करते हुए उस पहाड़ को काटकर के ऐसा रास्ता बना दिया जो पूरे गांव में समस्त व्यक्तियों के लिए सुगमता पूर्वक जल लाने के लिए रास्ता बन गया। आज उसकी पत्नी नहीं है लेकिन उसने जो अपनी पत्नी के लिए जो संकल्प लिया था उसे संकल्प में चाहे उसे 25 वर्ष का समय लगा, लेकिन उस युवा ने उस कार्य को बहुत धैर्य पूर्वक पूर्ण किया ।इसी प्रकार व्यक्ति के जीवन में धैर्य ,दृढ़ संकल्प यह ऐसे दो कारक हैं जो उसको लक्ष्य की प्राप्ति करने में सहयोगी होते हैं ।गुरुदेव ने कहा जैसे ही संकल्प करते हैं तो हर विघ्न नष्ट हो जाता है।हमारी इच्छाशक्ति के आगे देव भी नतमस्तक हो जाते हैं, इसी प्रकार दृढ़ संकल्प पूर्वक नियम और संयम का पालन करने वाले स्वर्ग और मोक्ष को प्राप्त करते हैं। गुरुदेव ने कहा कि जब हम वीतरागता का चिंतन करते हैं तो सिद्धि प्राप्त होती है ध्यान करने से रिद्धि प्राप्त होती है पीड़ा दूर करने के लिए सदैव जिनेंद्र भगवान का स्मरण करते रहना चाहिए। मुनिश्री अभिषेक मंत्र एवं शांतिधारा में बीजमंत्रो का अर्थ बताते हुए शुद्ध उच्चारण करवाया।हमारी इच्छाशक्ति के आगे देव भी नतमस्तक हो जाते है।

वेंकटेश एकेडमी के खिलाड़ियों ने जिला में किया राग्युल मांडेकर ने नाम रोशन

वेंकटेश एकेडमी के खिलाड़ियों ने जिला में किया राग्युल मांडेकर ने नाम रोशन

बिछुआ न्यूज:- बिछुआ नगर वेंकटेश एकेडमी खिलाड़ियों ने 14 वी जिला स्पोर्टस कराटे एसोसिएशन छिंदवाड़ा के द्वारा जिला खेल व युवा कल्याण विभाग हाल में जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 175 लड़कियां वह 122 लड़कों ने भाग लिया टोटल 297 कराते खिलाड़ी ने भाग लिया जिसमे प्रथम स्थान सानिया अली, द्वितीय स्थान राग्युल मांडेकर, तृतीय स्थान बबन चौरियां, चिरायु चौरिया, धानी वर्मा, तन्वी वर्मा ,सक्षम वर्मा, रोहन उईके, श्रद्धा उईके, लकी इनवती, सफल कुशराम, दुर्गेश कुमरे ,राज सुखदेव ऐज ग्रुप अनुसार काता कुमिते प्रतिस्पर्धा में अपना स्थान प्राप्त किया ।वेंकटेश अकादमी के संचालक वेदांत दुबे, कराते कोच अर्जुन कामडे (ब्लैकबेल्ट सेकंड डॉन), खमारपानी प्रशिक्षक अनिल साहू (ब्लैक बेल्ट थर्ड डान) स्कूल के प्राचार्य आर पाटिल , प्रशिक्षक नेहा मांडेकर , चंचल निर्मलकर , नगर परिषद उपाध्यक्ष मंगलेश दुबे, हेमराज मांडेकर पत्रकार,पालक गण राधेलाल चौरिया ,सुग्रीव वर्मा, झनकलाल अबूद अली,झीटो बाई धुर्वे ,रविंद्र आरगुडे मीडिया संगठन के अध्यक्ष श्रवण कामडे, जितेंद्र सिंह ठाकुर और सदस्यों ने खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं आशीर्वाद प्रदान किया साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना की।

सत्य एवं न्याय के पथ पर निरन्तर चलते रहने पर एक ना एक दिन ईश्वर जरुर मिलेंगे जिला मंत्री राजेश तिवारी

सत्य एवं न्याय के पथ पर निरन्तर चलते रहने पर एक ना एक दिन ईश्वर जरुर मिलेंगे जिला मंत्री राजेश तिवारी

।। जाकी रही भावना जैसी। प्रभु मूरत देखी तिन तैसी ।। प्रयागराज। सत्य एवं न्याय के पथ पर निरन्तर चलते रहने पर एक ना एक दिन ईश्वर जरुर मिलेंगे यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा प्रतापपुर प्रयागराज कमला प्रसाद पाण्डेय से उग्रसेनपुर रेलवे स्टेशन के समीप कही। संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री एवं वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा प्रतापपुर प्रयागराज श्री पाण्डेय के बीच बहुत ही घनिष्ठ मैत्रिक एवं पारिवारिक सम्बन्ध हैं।जिला मंत्री किसी विशेष कार्य से प्रतापपुर कि ओर निकले थे तभी दोनों सम्भ्रांत जनों की आपसी मुलाकात उग्रसेनपुर रेलवे स्टेशन के समीप हुई।जिला मंत्री ने अवगत कराया कि वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा प्रतापपुर प्रयागराज श्री पाण्डेय बहुत ही नेकदिल इन्सान हैं एवं गरीब दुखियारों की सेवा में निरन्तर तत्पर रहते हैं।जिला मंत्री ने यह भी बताया कि श्री पाण्डेय महान ईश्वरभक्त के साथ ही साथ सत्य एवं न्याय पथगामी हैं।प्रेम,दया,परोपकार एवं सहानुभूति श्री पाण्डेय के आत्मिक आभूषण हैं।लोगों की सेवा ही उनका परम धर्म है।जिला मंत्री वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष प्रतापपुर प्रयागराज श्री पाण्डेय से मिलने पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य एवं न्याय के पथ पर निरन्तर चलते रहने पर एक ना एक दिन ईश्वर जरुर मिलेंगे क्योंकि सत्य ही ईश्वर है एवं न्याय ही उनका निवास स्थल है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कि जब कोई व्यक्ति सत्य एवं न्याय पथगामी हो जाता है तो उसके आत्मा में प्रेम,दया,परोपकार एवं सहानुभूति के गुण स्वतः ही उत्पन्न हो जाते हैं और यह सब किसी व्यक्ति के जीवन में तभी घटित होता है जब उस पर साक्षात ईश्वर की कृपा होती है।जिला मंत्री ने यह भी कहा ईश्वर सर्वत्र विद्यमान है बस उन्हें देखने एवं समझने का अपना अपना नजरिया है।दूसरे शब्दों में कहा गया है कि जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं भूतपूर्व मण्डल अध्यक्ष भाजपा मेजा पं० रुप नारायण मिश्रा ने कहा कि आज बड़े ही सौभाग्य का दिन है जो वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा प्रतापपुर प्रयागराज श्री पाण्डेय से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ एवं जिला मंत्री द्वारा उपदेशित तथ्य ही मानव जीवन का वास्तविक कर्मभूमि है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री की ही देन है जो श्री पाण्डेय जैसे महान विभूति से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ और जिला मंत्री द्वारा उपदेशित एक एक वाणी सदैव मानव कल्याणकारी होती है वास्तव में सत्य एवं न्याय के पथ पर चलकर ईश्वर देखा व जाना जा सकता है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं राजकुमार सहित आस पास बहुतायत लोग मौजूद रहे।

इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है जिला मंत्री राजेश तिवारी

इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है जिला मंत्री राजेश तिवारी

।। एक इन्सान का मूल आभूषण दया,प्रेम व परोपकार है। सहानुभूति सहित नम्रता मानव मानव का आत्मिक श्रृंगार है ।। प्रयागराज। इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने सुजावन देव परिसर के स्थानीय सज्जन करन सिंह एवं अजय कुमार से सुजावन देव मन्दिर के आश्रय स्थल देवरिया घूरपुर प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री सारीपुर ग्राम पंचायत में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने हेतु पधारे थे।उसी दरमियान सुजावन देव प्रभू महादेव के दर्शन की अभिलाषा लिए हुए जिला मंत्री सुजावन देव परिसर में पहुँचे हुए थे तभी स्थानीय दोनों सज्जनों से जिला मंत्री की मुलाकात हुई।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है।इन्सान को कभी भी अपने इन्सानियत को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि इन्सान की असली पहचान उसके इन्सानियत से ही है।जिला मंत्री ने आगे यह भी अवगत कराया कि दोनों ही स्थानीय सज्जन बहुत ही प्रेमी स्वभाव एवं मानव सेवा के प्रतिमूर्ति हैं।जिला मंत्री ने आगे कहा कि दोनों सज्जनों में से एक ने अपने बाइक की चाभी देकर सुजावन देव प्रभू महादेव तक पहुँचने में मदद की एवं दोनों ही स्थानीय सज्जन बहुत ही मृदुलभाषी एवं इन्सानियत के परिचारक हैं।जिला मंत्री ने आगे कहा कि वास्तव में इस संसार में ना ही कोई अपना है और ना ही पराया।जो भी व्यक्ति जहाँ भी मिले जिस रुप में मिले उसके साथ अपने इन्सानियत का परिचय देते हुए यथा सम्भव उसकी मदद करनी चाहिए।इन्सान इस जगत में खाली हाथ आया है और जाएगा भी खाली हाथ।केवल उसके द्वारा इस धरती पर किए गए कर्म ही उसको इस धरती पर गुण व दोष के रुप में प्रचलित करेंगे और साथ ही साथ उसके यही कर्म अगले जन्म की योनि को प्रतिस्थापित करेंगे।जिला मंत्री ने आगे कहा कि एक इन्सान का मूल आभूषण दया,प्रेम व परोपकार है,सहानुभूति सहित नम्रता मानव का आत्मिक श्रृंगार है।इस अवसर पर उपस्थित आचार्य प्रकाशानन्द महराज ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा इन्सान के प्रति उपदेशित वचन सर्वथा सत्य हैं और इन्सान जिला मंत्री के बताए हुए मार्ग से ही अपने मानव जीवन को साकार कर सकता है। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं संघ खण्ड कार्यवाह मेजा विंध्यवासिनी यादव ने कहा कि जिला मंत्री का जन्म हमारे मेजा में होना ईश्वर का एक वरदान है जिनके मुखारबिंदु से नित मानव कल्याणकारी वचन ही अग्रसारित होते रहते हैं।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद

पत्रकार रामकिशोर पंवार को न्याय दिलाने आगे आया पवार समाज

पत्रकार रामकिशोर पंवार को न्याय दिलाने आगे आया पवार समाज

मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर और एसपी को सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग बैतूल। वरिष्ठ पत्रकार रामकिशोर दयाराम पंवार की छवि धूमिल करने का प्रयास करने वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर पंवार समाज संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। समाज का आरोप है कि विशेष समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय के कुछ यूट्यूब चैनल और पोर्टल के साथ मिलकर रामकिशोर पंवार के विरुद्ध झूठी शिकायतें कर, मानसिक प्रताड़ना और समाज की छवि को ठेस पहुंचाई है। संगठन ने इन झूठी शिकायतों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। समाज का कहना है कि रामकिशोर पंवार की छवि को धूमिल करने के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं और कुछ तथाकथित पोर्टल और यूट्यूब चैनल इन्हें बढ़ा-चढ़ा कर प्रसारित कर रहे हैं। संगठन का आरोप है कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने एक शासकीय दस्तावेज, जो कि पंवार के खिलाफ जनसंपर्क संचलनालय भोपाल द्वारा भेजा गया था, इसको सोशल मीडिया पर लीक कर दिया। पंवार समाज संगठन का मानना है कि इस गोपनीय शासकीय पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने से रामकिशोर पंवार की छवि धूमिल हुई है। संगठन ने इस कृत्य को गंभीर अपराध मानते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। रामकिशोर पंवार का कहना है कि उन पर लगातार झूठी शिकायतें की जा रही हैं और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने पहले भी इसकी शिकायत की थी, परन्तु कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। पंवार समाज ने चेतावनी दी है कि अगर रामकिशोर पंवार की जान-माल को किसी प्रकार का नुकसान होता है, तो इसके जिम्मेदार वही लोग होंगे जो उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। अंकित पंवार पर झूठे अपहरण मामले में निष्पक्ष जांच की मांग इसके साथ ही पवार समाज संगठन ने यह भी मांग की है की सारणी निवासी अनिल खवसे द्वारा कई बार आवेदन देकर अपील की गई परंतु आपके द्वारा आरोपियों पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जिस कारण परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। दूसरी ओर, पंवार समाज ने अंकित पंवार के खिलाफ दर्ज अपहरण मामले में भी निष्पक्ष जांच की मांग की है। समाज का कहना है कि दिनदहाड़े दो लड़कियों का अपहरण दोपहिया वाहन से करना संभव नहीं है। समाज ने एसपी बैतूल से अनुरोध किया है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। समाज का मानना है कि अंकित पंवार का कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उन्हें जानबूझकर फंसाने के लिए यह मामला दर्ज किया गया है। ज्ञापन में बताया कि विगत दिनों हुए दो लड़कियों के अपहरण प्रकरण में समाज आपका ध्यानाकर्षण निम्न बिंदुओं पर कराना चाहता है कि यह दिनांक 18/10/2024 दोपहर लगभग 11:00 बजे सोहागपुर जोड पर नीलकंठ ढाबे के पास दो लड़कियों के तथा कथित अपहरण का मामला पुलिस ने आरोपी अंकित पंवार के विरूद्ध पंजीबद्ध किया गया है।यह कि लड़कियों द्वारा बताई जा रही कहानी में पूर्णतः फर्जी है जैसे कि यह मामला दिन दहाड़े चलती रोड पर हुआ और वाहन दो पहिया था कि चौ पहिया। दो पहिया वाहन से दो लड़कियों का अपहरण चलती गाड़ी में नशे की वस्तु सुंघा कर करना अप्रशांगिक होकर असंभव है। यह कि संदेह का एक बिंदु यह भी है कि क्या जिसे आरोपी बनाया गया है उसे पहले से ही पता था कि लड़कियां लिफ्ट मांगेगी इसलिए उसने अपने साथ बेहोशी का स्प्रे रखा था। यह मान भी लिया जाए तो बेहोशी का स्प्रे एक लड़की पर करने पर दूसरी ने प्रतिरोध नहीं किया यह भी संदेह के घेरे में है। यह कि अंकित पंवार का कोई भी अपराधिक रिकार्ड नहीं है। उसे जबरन फंसाने की नियत से यह कृत्य किया गया है। अतः महोदय जी से सादर निवेदन है कि इस मामले की सघन, उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच की जाए उसके बाद ही अंकित को आरोपी मानते हुए कार्यवाही की जाए।

सीहोर एसपी ऑफिस पहुंचे डीआईजीः शाखाओं का किया भ्रमण, वार्षिक निरीक्षण पर आए; आवश्यक दिशा निर्देश दिए

सीहोर एसपी ऑफिस पहुंचे डीआईजीः शाखाओं का किया भ्रमण, वार्षिक निरीक्षण पर आए; आवश्यक दिशा निर्देश दिए

संवाददाता सुरेश मालवीय सीहोर - 8871288482 पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीहोर का आज वार्षिक निरीक्षण हुआ। पुलिस के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ओमप्रकाश त्रिपाठी, ग्रामीण रेंज, ने कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण किया । जानकारी के अनुसार इस निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रीडर शाखा, स्टेनो शाखा, वेतन शाखा, अवकाश शाखा, स्थापना शाखा साइबर सेल, सीसीटीएन शाखा, शिकायत शाखा, रिकार्ड शाखा, डीसीबी, डीएसबी इत्यादि शाखाओं का भ्रमण किया । भ्रमण के दौरान कार्यालय की कार्यप्रणाली, रिकॉर्ड अपडेट, लंबित अपराध, चालान, मर्ग के निकाल, निलंबित कर्मचारी, विभागीय जांच, अवकाश स्वीकृति, सजा इनाम का बेहतर क्रियान्वयन करने व समस्त मदों और गत वर्ष की गई कार्रवाई के सुधार के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं । इस अवसर पर दीपक कुमार शुक्ला पुलिस अधीक्षक सीहोर, गीतेश गर्ग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर, एसडीओपी सीहोर पूजा शर्मा, निरंजन सिंह रातपूत नगर पुलिस अधीक्षक सीहोर, डीएसपी एलआर विजय अम्भौरे, रक्षित निरीक्षक सीहोर उपेन्द्र यादव व कार्यालयीन स्टाफ उपस्थित रहा ।

बच्चों को भिक्षा नही शिक्षा दे

बच्चों को भिक्षा नही शिक्षा दे

आयुक्त, संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल मध्य प्रदेश के निर्देश अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों हेतु बाल भिक्षा वृत्ति रोकथाम एवं जागरूकता अभियान चलाए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं , निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर महोदय हरदा एवम मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजस्व टीमरनी के मार्गदर्शन में विकासखंड स्तर पर भिक्षावृत्ति रोकथाम एवं जागरूकता हेतु आज दिनांक 11 अक्टूबर 2024 को टिमरनी शहर के मुख्य स्थान पर भिक्षा वृत्ति रोकथाम अभियान एवं जागरूकता अभियान चलाया गया , जिसमें जागरूकता रैली निकालकर एवम मुख्य स्थान बस स्टैंड रेलवे स्टेशन , अस्पताल , मां दुर्गा के पांडालों एवम व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर नागरिकों से भेंट कर उन्हें इस अभियान में सहयोग कर बाल भिक्षावृत्ति को रोकने हेतु अपील की गई। बताया गया कि बच्चो को भिक्षा नही शिक्षा दे, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 76 के तहत बालक का भिक्षा हेतू प्रयोग करने पर या बच्चे से भिक्षा वृत्ति कराने पर 5 वर्ष का कारावास व एक लाख रुपए के दंड का प्रावधान है। अभियान के दौरान पंपलेट, ब्रोशर वितरित किये गये व बताया गया कि बालभिक्षा वृत्ति रोकथाम का मुख्य उद्देश्य देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है। कार्यक्रम में महिला बाल विकास की पर्यवेक्षक संगीता राजपूत, पूजा चौहान और उनकी टीम उपस्थित थी।

देश की राजधानी दिल्ली में गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापना की ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' जी महाराज ने ।

देश की राजधानी दिल्ली में गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापना की ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' जी महाराज ने ।

दैनिक दिव्य गौरव नरसिंहपुर गोविन्द दुबे।। गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा प्राप्त हो एतदर्थ पिछले एक महीने से हर प्रदेश की राजधानी में जाकर गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापना करते हुए सभी को गोमतदाता बनाने का संकल्प दिलाते जा रहे हैं । अभी तक 33 प्रदेश और तीन द्वीप में गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापना कर चुके शंकराचार्य जी महाराज । भगवान श्रीराम की तपोभूमि अयोध्या जी से आरम्भ हुई ये गोध्वज स्थापना भारत यात्रा आज दिल्ली के प्रीतमपुरा स्थित नरसिंह सेवा सदन में ध्वज की स्थापना हुई और शाह ऑडिटोरियम में आयोजित विशाल गोप्रतिष्ठा सभा को सम्बोधित करते हुए उपस्थित विशाल जनसमूह को सम्बोधित किया । सभा समापन के बाद शंकराचार्य जी महाराज अपने परिकरों संग वृन्दावन धाम की ओर प्रस्थान कर चुके हैं । शंकराचार्य जी महाराज कल प्रातः वृन्दावन के अधिष्ठाता भगवान बांके बिहारी जी के मंगलमय दर्शन करेंगे , साथ ही भगवान को महाछप्पन भोग और महाश्रृंगार अर्पित करके भगवान श्रीकृष्ण से गोप्रतिष्ठा की प्रार्थना करके इस आन्दोलन के नए चरण की घोषणा करेंगे ।