
गुरुवार को थाना आष्टा पर सिविल अस्पताल आष्टा से एक महिला के जलकर आने की सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी आष्टा द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये हमराह स्टाफ के अस्पताल पहुंचकर मजरूबा अनिताबाई पत्नि विजेन्द्र मालवीय उम्र 28 साल निवासी शीतला माता मंदिर के पास बोहरा बाखल आष्टा से पूछताछ करने पर मजरूबा ने बताया कि पति झगडा होने गया था। पति के नही रखने पर अपने भाई अभिषेक के पास रह रही थी लडके कि तबीयत खराब होने पर आज पति के पास पैसा लेने पति के घर सिकंदर बाजार बोहरा बाखल पहुंची तो मेरी सास शांतिबाई बोली यहां क्यो आयी तलाक के कागज पर दस्तखत कर तो मैने दस्तखत करने से मना कर दिया , तो वहां पर मेरा चाचा ससुर गजेन्द्र,पति विजेन्द्र, मेरी दादी सास कलियाबाई उर्फ कमला उर्फ कलाबाई, पडोसी जितेन्द्र, संगीताबाई ननद सबने एक राय होकर मुझ पर दस्तखत कराने का दबाब डालने लगे। मेरे द्वारा मना करने पर बोले इसे आग लगाकर मार डालो तभी मेरी सास शांतिबाई ने कमरे मे अंदर ले जाकर जान से खत्म करने की नियत से घासलेट का तेल ऊपर डालकर माचिस से आग लगा दिया जिससे गर्दन से नीचे पैर तक जल गई फिर मै चिल्लायी तो किसी ने 100 नं. पर फोन लगाया तो 100 नं. वाहन द्वारा मुझे अस्पताल आष्टा ले गये ।मजरूब की रिपोर्ट पर अपराध धारा 307,34 भादवि का आरोपीगण 01.शांतिबाई, 02. गजेन्द्र, 03.जितेन्द्र, 04. विजेन्द्र, 05. कालिया उर्फ कलाबाई, 06. संगीताबाई मालवीय निवासीगण शीतलामाता मंदिर के पास बोहरा बाखल आष्टा के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया ।