अखण्ड राष्ट्रीय सनातन संघ का अर्थ और उद्देश्य

 

अखण्ड राष्ट्रीय सनातन संघ की स्थापना 19/02/2023 को महाशिवरात्रि के दिन हुआ इसका मुख्यालय प्रयागराज उत्तर प्रदेश में है। इसका उद्देश्य हिंदू धर्म और हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देना है। हिंदुत्व का प्रचार प्रसार अखण्ड राष्ट्र एकता तथा राष्ट्र सेवा है।
अखण्ड का अर्थ है अविभाजित।
राष्ट्रीय का अर्थ -:दूसरा शब्द है राष्ट्रीय यानी कि राष्ट्र की जनता,लोग जिस भूमि में लोग रहते हैं वो उसको मातृभूमि मानते हैं या यों कहें भोगभूमि मानते हैं अर्थात राष्ट्रीय का अर्थ अपना संगठन, अपने संस्कार, जिसका अर्थ हुआ हिन्दु राष्ट्र।
सनातन का अर्थ शाश्वत है जो अनादि काल से चला आ रहा है और जिसका अंनत काल तक भी नहीं होगा। सनातन जिनका न प्रारंभ हैं और जिनका न अंत है इस सत्य को ही सनातन कहते हैं।
संघ का अर्थ-: संघ का अर्थ अर्थात अनेक लोग जो एक परिवार के रूप में कार्य करते हैं और संघ का विस्तार कर एक वृहत आकार में रहने का नाम ही संघ है।
अब इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में और सभी जिलों में कार्यकारणी का गठन करना है अभी 12000से अधिक सदस्य हैं। अखिल भारतीय स्तर पर कार्य कर रही है।
हमारा मुख्य उद्देश्य है कि भोपाल और मध्यप्रदेश में संघ की कार्यकारिणी को संगठित और गठन किया जाएं इसमें सभी जगह से हमारे सदस्य संघ में सम्मिलित है। और इसका ऐप कुतुब ऐप पर है प्रत्येक रविवार को रात 9 बजे से एक मीटिंग भी कुतुब ऐप पर प्रारंभ होती है जिसमें भारत वर्ष में सदस्य जुड़ते हैं। लव जिहाद जैसे ज्वलंत समस्या को खत्म करने हेतु प्रयागराज में कल्पतरु गुरुकुल की शुरुआत भी हो गई है। और एडमीशन शुरू है कक्षा भी लग रही है ।
हम सब इस उद्देश्य में शामिल होकर सनातन हिन्दुत्व को जगाने का भरसक प्रयास करें और भारत राष्ट्र को मजबूत हिंदुत्व शंखनाद कर सके इस ग्रुप में अखण्ड राष्ट्रीय सनातन संघ के पदाधिकारी गण जी भी ग्रुप में गणमान्य सदस्य हैं ।आप सभी से भी निवेदन है कि संघ का उद्देश्य अवश्य बताएं। इन्हीं भावनाएं और शब्दों के साथ।
आपका अपना
विनीत कुमार जैन
सनातनी हिन्दुस्तानी
मुख्य एडमिन
अखण्ड राष्ट्रीय सनातन संघ
प्रदेश अध्यक्ष, मध्यप्रदेश

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