
आदिशक्ति जगदम्बा मां दुर्गा की आराधना कोसमर्पित शारदीय नवरात्रि का समापन
दशहरा के दिन देवी मां की पूजा करके जयंती काटी जाती है और इसे माता का आशीर्वाद मानकर लोग सिर पर रखते हैं। दशहरे के दिन पंडालों में स्थापित मां दुर्गा का विसर्जन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन विसर्जन के बाद देवी अपने परिवार के साथ वापस कैलाश पर्वत के लिए प्रस्थान कर जाती हैं।
देवी भागवत पुराण के अनुसार, देवी हर बार अलग-अलग वाहनों से आती और जाती हैं। देवी के आने और जाने का वाहन क्या होगा यह दिन के हिसाब से तय होता है। इस बार दशहरा मंगलवार को है इसलिए देवी के पास कोई वाहन नहीं है। इस बार देवी बिना वाहन के ही अपने लोक जा रही हैं। इसी तारतम्य में चिनार पार्क कॉलोनी में मां दुर्गा को खुशी-खुशी और विधि विधान से विसर्जित किया गया इस अवसर पर मुख्य रूप से उमानंद तिवारी, प्रमोद शर्मा, दीपक मिश्रा, रोशन चौबे, प्रवीन वाजपेयी,मनोज सिह, प्रदीप पवार,जगदीश सैनी, रामगोपाल दादा, अमित श्रीवास्तव, आशीष शुक्ला, डां विनोद तिवारी, के. बी. सेन, आर. के. सिह, हेमंत, संजीव भार्गव, रवि मेकालिया, विशाल,संजय यादव, राहुल जैसवाल, धर्मेन्द्र कुशवाहा, हरीकिशन, राम कुमार, मनोज, गोवर्धन,लखन,सुरेश साहु, विजय, कनिष्क सेन, आनंद तिवारी , अजीत, लोधी, शुदर्शन साहू,रमन,शुभम,अमित तिवारी, संदीप, कन्हैया, रविन्द्र विश्वकर्मा, ललित पाटिल, दामोदर,गौरव तिवारी, पार्थ शर्मा राहुल, पुष्पेन्द्र ,रोहित बैश, विक्रम पवार आदि उपस्थित रहे ।


