अब बैतूल सहित नर्मदापुरम संभाग में तोतापरी आम भी खूब पैदा होगा। प्रदेश सरकार के फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के…

अब बैतूल सहित नर्मदापुरम संभाग में तोतापरी आम भी खूब पैदा होगा। प्रदेश सरकार के फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए इस किस्म के पौधे लगवाने का फैसला किया है। सर्वाधिक 500 एकड़ बैतूल में रोपे जाएंगे जबकि हरदा-होशंगाबाद में 250-250 एकड़ मेंे इसकी खेती कराई जाएगी। इसके लिए सरकार चयनित किसान को पहले साल में 43 हजार 200 रुपए प्रति एकड़ के मान से अनुदान भी देगी। इसके लिए किसान उद्यानिकी विभाग से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकता है। गौरतलब है इससे पहले होशंगाबाद जिले के बाबई का आम प्रसिद्ध रह चुका है। पौध-रोपण के लिए ड्रिप पद्धति के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था करनी होगी।
होशंगाबाद और हरदा जिले में 250-250 एकड़ हाेगा राेपण : 2019-20 में होशंगाबाद, हरदा और बैतूल में 1 हजार एकड़ में आम की तोतापरी किस्म का पौध-रोपण किया जाएगा। इसके तहत पहले साल के लिए 4.32 करोड़ रुपए अनुदान मंजूर किया जा रहा है। दूसरे और तीसरे साल में सिर्फ मेंटेनेंस राशि मिलेगी। होशंगाबाद और हरदा जिले में 1.08-1.08 करोड़ रु. जबकि बैतूल जिले में 2.16 करोड़ रुपए अनुदान मिलेगा। पंजीयन ऑनलाइन कराना होगा। इधर, योजना के क्रियान्वयन के लिए सरकार ने कलेक्टरऔर जिला पंचायत सीईओ को निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके बाद विभाग ने भी किसानों को जोड़ने के लिए कार्ययोजना बनाई है।
तोतापरी आम का उत्पादन बैतूल जिले में अभी बेहद कम मात्रा में होता है।
पाैधे की व्यवस्था नहीं हाेने पर एमपी एग्राे खरीदकर देगा पाैधे
किसान तय दरों पर पौधे खरीद सकेंगे। अगर कोई किसान पौधों की व्यवस्था करने में असमर्थ रहेगा, तो उद्यानिकी विभाग एमपी एग्रो के माध्यम से पौधे खरीदकर देगा। पौधे के मूल्य को भौतिक सत्यापन के बाद अनुदान राशि में समाहित किया जाएगा। इस योजना में किसानों का चयन क्लस्टर बनाकर किया जाएगा। चयनित किसानों को कम से कम एक एकड़ और अधिकतम 5 एकड़ की सीमा तक एक बार या टुकड़ों में योजना का लाभ लेने की पात्रता होगी।
दीपा ghogharkar संवाददाता