
सरस्वती स्कूल में दो दिवसीय गणित-विज्ञान मेला प्रदर्शनी हुआ सम्पन्न
रीवा. गणित विज्ञान मेला प्रतिभावान बच्चों को अवसर प्रदान करता है। इसके माध्यम से होनहार बच्चे स्वर्णिम भारत का सपना देखते हैं। विद्याभारती के क्षेत्रीय गणित-विज्ञान मेला प्रदर्शनी में बतौर मुख्य अतिथि संभागायुक्त डॉ. कुमार अशोक भार्गव ने यह बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त संचालन लोक शिक्षण डॉ. अंजनी त्रिपाठी ने किया। सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेलमार्ग के रोशनलाल सक्सेना सभागार में कार्यक्रम हुआ। छात्र – छात्राओं ने एक से बढक़र एक प्रोजेक्ट तैयार किए व प्रदर्शनी लगाई।



इस अवसर पर कमिश्नर भार्गव ने कहा कि अपनी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगायें। हमारे प्राचीन इतिहास में आर्यभट्ट, बराहमिहीर, रामानुजन जैसे गणितज्ञों की महानता के कारण भारत विश्वगुरु के रूप में दुनिया में पूजा जाता है। विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. सी.वी. रमन, आईस्टीन की खोज ने दुनिया में मिशाल कायम की। कहा कि, नैतिक मूल्यों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। कहा कि, गुलाब की सुगंध उसकी उपस्थिती का अहसास कराती है। गुलाब कांटों के बीच ही खिलता है। जो संघर्ष नहीं करेगा, आगे नहीं बढ़ेगा। अध्यक्षता कर रहें डॉ. अंजनी त्रिपाठी ने कहा कि, नवाचार का तात्पर्य अपनी आवश्यकताओं एवं परिस्थितियों के अनुसार स्वयं अपने आप को परिवर्तित करनें की प्रवृत्ति पक्षियों में भी होती है। हम तो मनुष्य हैं। हम नवाचार के प्रयोग से विज्ञान की बारीकियों को समझने का प्रयास करें।