ALERT: मानसून ने मारी पलटी, 20 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की आशंका

मध्यप्रदेश में मानसून ( monsoon 2019 ) की विदाई के बीच ही अचानक मौसम ( weather ) ने करवट ली और बादलों ने फिर से डेरा डाल लिया। मौसम विभाग ( imd ) ने प्रदेश के 20 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की संभावना व्यक्त की है। इसके अलावा कई जिलों में इतने बादल छा गए हैं कि सुबह से धूप नहीं खिली है।

मध्यप्रदेश से जाते हुए मानसून ने एक बार फिर पलटी मारी है। इस कारण प्रदेश के बीस जिलों में बारिश, गरज-चमक के साथ बौछारें और बिजली गिरने की संभावना बन गई है। मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) ने कहा है कि यह स्थिति रविवार तक रहेगी।

उत्तर-पश्चिम हवाओं का दौर मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून की विदाई लगभग पूरी हो रही है।

भोपाल में सुबह से नहीं खिली धूप भोपाल में मौसम का यह हाल रहा कि शनिवार सुबह जैसे ही लोग जागे तो पूरे शहर में हल्की धुंध थी। ठंड का भी अहसास हो रहा था। दिनभर रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। शाम तक धूप नहीं खिल पाई।

यहां होगी बारिश और बिजली भोपाल स्थित मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मौसम में बदलाव हुआ है। इस कारण मध्यप्रदेश के 20 जिलों में में बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इसके अलावा कई जिलों में बिजली भी गिरने की संभावना है। मौसम विभाग ने जिन 20 जिलों के लिए पूर्वानुमान जारी किया है उसमें प्रदेश के रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, छतरपुर, दमोह, सागर, टीकमगढ़, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, अनूपपुर जिले शामिल हैं। इसके अलावा होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, भोपाल, रायसेन, सीहोर, इंदौर, बुरहानपुर,खरगौन, खंडवा, अलीराजपुर, धार, रतलाम, श्योपुरकलां जिलों में कहीं-कहीं बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।

यह जिले हो गए शुष्क मध्यप्रदेश के बड़वानी, झाबुआ, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, शाजापुर, आगर, देवास, गुना, अशोकनगर, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, राजगढ़, विदिशा, मुरैना, भिंड जिले में मौसम शुष्क रहा।

यह है पिछले 24 घंटों का हाल पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में जबलपुर, शहडोल, होशंगाबाद, इंदौर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। अधिकतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। जबलपुर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में सामान्य से कम, शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहें। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34 डिग्री रीवा में दर्ज किया गया।

न्यूनतम तापमानों में भोपाल, होशंगाबाद संभागों के जिलों में काफी बढ़े हुए रहे। शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। शहडोल संभागों के जिलों में सामान्य से विशेष रूप से अधिक, जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहे। प्रदेश में सबसे कम तापमान बैतूल का 16 डिग्री से. दर्ज किया गया।

कहां-कहां हुई बारिश मध्यप्रदेश में मौसम बदलने के बाद प्रदेश के कई इलाकों में बादल छा गए हैं। कटंगी, डिंडोरी, सिवनी मालवा में 2-2 सेमी और बिछिया, जेठारी, मुलताई में 1-1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

नवंबर में बढ़ेगी ठंड

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक नवंबर के पहले सप्ताह से मौसम में ठंडक बढ़ेगी। उत्तरी हवा का रुख जब दक्षिणी होगा, तब तापमान में गिरावट होगी। इससे पहले कश्मीर और हिमाचल में हुई बर्फबारी का असर लगने लगा है। तापमान में ठंडक बढ़ गई है।

मौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र नायक के मुताबिक ऐसा संभव नहीं है कि जब बारिश ज्यादा होती है तो ठंड भी ज्यादा पड़ती है। यह मौसम के रुख पर निर्भर करता है। यदि दिसंबर और जनवरी में यदि उत्तरी हवा का असर अधिक रहा तो ठंड भी अधिक महसूस होगी। नायक ने बताया कि पहले ही भोपाल का मौसम बदल चुका है। पिछले कई सालों की तुलना में इस बार गर्मी भी अधिक पड़ी थी। इसके पीछे शहर में हरियाली का धीरे-धीरे कम होना है। ग्लोबल वार्मिंग भी इसके लिए जिम्मेदार है।

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