माचना नदी में बही अमृत की पाइप लाइन का नया ब्रिज नहीं बनने के कारण शहरवासियों को ताप्ती का स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा…

माचना नदी में बही अमृत की पाइप लाइन का नया ब्रिज नहीं बनने के कारण शहरवासियों को ताप्ती का स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है, वहीं नपा को भी हर महीने 2 लाख 10 हजार रुपए की चपत हैवी कनेक्शन के बिजली बिल के न्यूनतम बिजली बिल के कारण लग रही है। नपा ने ताप्ती इंटक वेल का एचटी कनेक्शन कटवाने के लिए आवेदन तक दे डाला है। ऐसे में यदि लंबे समय तक मोटरें बंद रहीं और बैटरियां चार्ज नहीं हुईं तो इंटक वेल के उपकरण भी खराब हो सकते हैं।
पाइप लाइन 22 किलोमीटर लंबी, फूटी तो पता भी नहीं चलेगा
ताप्ती के सराड़ स्थित इंटक वेल से 22 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन शहर तक बिछाई गई है। यह पाइप लाइन भड़ूस, महदगांव और सराड़ में ही कई बार फूट चुकी है। वाहनों की टक्कर और किसानों के खेतों में चलने वाले काम से कई बार पाइप लाइन फूटी है। लेकिन वर्तमान में इस पाइप लाइन में पानी ही नहीं है। ऐसे में यदि पाइप लाइन फूट भी गई तो नपा को पता भी नहीं चलेगा। ऐसे में लंबे समय बाद पेयजल सप्लाई किए जाने पर जगह-जगह से लीकेज सामने आएंगे।
बैतूल । इन मोटर पंपों का आ रहा न्यूनतम बिजली बिल।
नपा के पास हैं दो हैवी कनेक्शन, बेवजह भरा जा रहा बिल
नगर पालिका के पास 33 केवी क्षमता के दो हैवी कनेक्शन हैं। शहर के विवेकानंद वार्ड में फिल्टर प्लांट पर एचटी कनेक्शन 2014 में लगवाया गया था। इससे फिल्टर प्लांट की मशीनें और 9 टंकियों को भरने वाली मोटरें चलती हैं। दूसरा एचटी कनेक्शन ताप्ती बैराज के समीप इंटक वेल पर है। इस कनेक्शन से 335 हार्सपावर की शक्तिशाली मोटरें चलती हैं जो 22 किलोमीटर दूर बैतूल शहर तक पानी पहुंचाती हैं।
24 अगस्त को बह गई थी पाइप लाइन, 25 अगस्त से माचना से सप्लाई
24 अगस्त को करबला पुल के बगल से निकली ताप्ती की पाइप लाइन लाइन पिलर समेत बह गई थी। 25 अगस्त से नपा माचना नदी पर बने पुराने इंटक वेल से पानी लेकर शहर में पेयजल सप्लाई कर रही है। माचना पर पाइप लाइन जोड़ने का काम नया ब्रिज बनने के बाद ही हो सकेगा।
आमजन के रुपयों का हो रहा दुरुपयोग